RBI ने बदले बैंक या निजी संस्थान के लोन से जुड़े नियम, फर्जी ब्याज पर की बड़ी कार्रवाई
अगर आप भी किसी बैंक या निजी संस्थान से लोन लेने की योजना बना रहे हैं तो ब्याज को लेकर आरबीआई ने बड़ी कार्रवाई की है। इस तरह अब आपसे फर्जी ब्याज नहीं वसूला जाएगा।
Updated: Apr 30, 2024, 21:40 IST
आजकल महंगाई इतनी बढ़ गई है कि आम आदमी के लिए अपनी सैलरी से बचत करना या अच्छी जीवनशैली जीना मुश्किल हो गया है। पैसों की जरूरत पड़ने पर लोग कर्ज लेने के लिए दौड़ पड़ते हैं लेकिन कई बार वे इसके जाल में फंस जाते हैं। सलाह दी जाती है कि लोन लेते समय सभी नियम और शर्तें ध्यान से पढ़ लें। अब आरबीआई (RBI) ने इसे लेकर बड़ा फैसला लिया है। READ ALSO:-आप भी तो नहीं कर रहे पतंजलि के इन सामानों का इस्तेमाल, 14 प्रोडक्ट्स का लाइसेंस रद्द, यहां देखें इनकी पूरी सूची
फर्जी ब्याज के विरूद्ध कार्यवाही
आपको बता दें कि बैंक और निजी संस्थान (NBFC) आपसे इतनी शर्तों पर हस्ताक्षर करवाते हैं कि आपके लिए लोन के बोझ से बाहर निकलना मुश्किल हो जाता है। अब आरबीआई (RBI) के नए नियमों के बाद बैंक आपसे लोन पर फर्जी ब्याज नहीं वसूल पाएंगे। गलत तरीके से लोन और ब्याज की वसूली को लेकर RBI की ओर से नए आदेश जारी किए गए हैं जो 29 अप्रैल 2024 से लागू हो गए हैं।
आपको बता दें कि बैंक और निजी संस्थान (NBFC) आपसे इतनी शर्तों पर हस्ताक्षर करवाते हैं कि आपके लिए लोन के बोझ से बाहर निकलना मुश्किल हो जाता है। अब आरबीआई (RBI) के नए नियमों के बाद बैंक आपसे लोन पर फर्जी ब्याज नहीं वसूल पाएंगे। गलत तरीके से लोन और ब्याज की वसूली को लेकर RBI की ओर से नए आदेश जारी किए गए हैं जो 29 अप्रैल 2024 से लागू हो गए हैं।
पैसों की रिकवरी को लेकर RBI ने लिया फैसला
अभी तक बैंक और एनबीएफसी (NBFC) चेक देने और एग्रीमेंट साइन होने के दिन से पैसा वसूलना शुरू कर देते थे, लेकिन अब आपको लोन बांटने के दिन से ब्याज देना होगा। उदाहरण से समझें तो अगर आपका चेक 10 तारीख को बना था लेकिन प्रक्रिया महीने के अंत यानी 30 तारीख को हुई तो पहले बैंक 20 दिन का ब्याज लेते थे। आरबीआई (RBI) ने कहा कि अब ऐसा नहीं होगा बल्कि जिस दिन चेक बनेगा यानी कर्जदार के पास जाएगा उसी दिन से मीटर चालू किया कर दिया जाएगा।
अभी तक बैंक और एनबीएफसी (NBFC) चेक देने और एग्रीमेंट साइन होने के दिन से पैसा वसूलना शुरू कर देते थे, लेकिन अब आपको लोन बांटने के दिन से ब्याज देना होगा। उदाहरण से समझें तो अगर आपका चेक 10 तारीख को बना था लेकिन प्रक्रिया महीने के अंत यानी 30 तारीख को हुई तो पहले बैंक 20 दिन का ब्याज लेते थे। आरबीआई (RBI) ने कहा कि अब ऐसा नहीं होगा बल्कि जिस दिन चेक बनेगा यानी कर्जदार के पास जाएगा उसी दिन से मीटर चालू किया कर दिया जाएगा।
समझिए एडवांस ईएमआई (EMI) का गणित
कई बैंक और निजी संस्थान लोन लेने वालों से एडवांस में ईएमआई लेते हैं। भारतीय रिजर्व बैंक यानी आरबीआई (RBI) को इससे कोई दिक्कत नहीं है लेकिन इस ईएमआई (EMI) पर कुल लोन के हिसाब से ब्याज लिया जाता है जो बिल्कुल सही नहीं है। इसका मतलब साफ है कि अगर बैंक ने आपसे एडवांस ईएमआई (EMI) ले ली है तो वह पैसा लोन से कम हो जाएगा।
कई बैंक और निजी संस्थान लोन लेने वालों से एडवांस में ईएमआई लेते हैं। भारतीय रिजर्व बैंक यानी आरबीआई (RBI) को इससे कोई दिक्कत नहीं है लेकिन इस ईएमआई (EMI) पर कुल लोन के हिसाब से ब्याज लिया जाता है जो बिल्कुल सही नहीं है। इसका मतलब साफ है कि अगर बैंक ने आपसे एडवांस ईएमआई (EMI) ले ली है तो वह पैसा लोन से कम हो जाएगा।