प्रदूषण जांच का वीडियो बनाना होगा अब अनिवार्य, VAHAN पोर्टल पर भी करना होगा अपलोड, अनियमितताओं की शिकायत के बाद सरकार का फैसला

पॉल्यूशन अंडर कंट्रोल (PUC) सर्टिफिकेट जारी करने में अनियमितता की शिकायतों के बाद परिवहन विभाग ने यह फैसला लिया है। दरअसल, देशभर से कई पॉल्यूशन अंडर कंट्रोल (PUC) सेंटरों के खिलाफ शिकायतें आ रही थीं कि ये सेंटर बिना जरूरी जांच के सर्टिफिकेट जारी कर रहे हैं।
 
अब देशभर में पॉल्यूशन अंडर कंट्रोल (PUC) सर्टिफिकेट देने से पहले जांच केंद्रों को कम से कम 10 सेकेंड का टेस्ट का वीडियो बनाना होगा, जिसमें वाहन की नंबर प्लेट समेत प्रदूषण जांच की पूरी प्रक्रिया को दिखाया जाएगा। साथ ही रिकॉर्ड किए गए वीडियो को सरकार के वाहन पोर्टल पर भी अपलोड करना होगा। READ ALSO:-दिल्ली-NCR में ठंड-कोहरे का प्रकोप, और इन राज्यों में बारिश का अलर्ट, कोहरे के चलते हवाई उड़ानों और ट्रेनों पर असर

 

पॉल्यूशन अंडर कंट्रोल (PUC) सर्टिफिकेट जारी करने में अनियमितता की शिकायतों के बाद परिवहन विभाग ने यह फैसला लिया है। दरअसल, देशभर से कई पॉल्यूशन अंडर कंट्रोल (PUC) सेंटरों के खिलाफ शिकायतें आ रही थीं कि ये सेंटर बिना जरूरी जांच के सर्टिफिकेट जारी कर रहे हैं। वहीं इन शिकायतों में यह भी देखा गया कि कई बार सेंटर बिना जांच किए ही सर्टिफिकेट जारी कर देते हैं। 

 

सरकार वाहन पोर्टल को अपडेट कर रही है
सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय (MoRTH) ई-सेवा प्रदान करने वाले वाहन पोर्टल में वीडियो अपलोड करने की सुविधा प्रदान करने के लिए आवश्यक संशोधन कर रहा है। विभाग एक साल के लिए पॉल्यूशन अंडर कंट्रोल (PUC) सर्टिफिकेट जारी करता है.

 

एक सप्ताह में नई व्यवस्था शुरू हो सकती है
रिपोर्ट के मुताबिक, अगर सब कुछ ठीक रहा तो आने वाले एक या दो हफ्ते में यह व्यवस्था शुरू की जा सकती है। मोटर वाहन अधिनियम के अनुसार, देश में वाहन चलाने के लिए पॉल्यूशन अंडर कंट्रोल (PUC) प्रमाणपत्र प्राप्त करना अनिवार्य है। यह सर्टिफिकेट वाहनों से निकलने वाली एग्जास्ट गैस की जाँच करने के बाद दिया जाता है।

 

पॉल्यूशन अंडर कंट्रोल (PUC) प्रमाणपत्र कैसे बनाये
  • अपनी गाड़ी को अपने निकटतम उत्सर्जन केंद्र (Emission Centre) पर ले जाएं।
  • यहां टेस्टिंग ऑपरेटर आपके वाहन के एग्जॉस्ट पाइप में एक टेस्टिंग डिवाइस डालकर आपके वाहन से निकलने वाले धुएं का परीक्षण करेगा।
  • इस पूरी प्रक्रिया का वीडियो आपके वाहन नंबर के साथ अपलोड करेगा।
  • इसके बाद रीडिंग के आधार पर आपको प्रदूषण प्रमाणपत्र जारी कर दिया जाएगा।
  • आप इस प्रदूषण प्रमाणपत्र को ऑनलाइन भी डाउनलोड कर सकते हैं।