अब सामने आया ट्रैफिक ई-चालान का फर्जीवाड़ा, कैसे होता है ये फ्रॉड और क्या है इससे बचने का तरीका, जाने पूरी बात..... 

डिजिटल दुनिया में चोरों और ठगों ने भी नए-नए तरीके ढूंढ लिए हैं। आप हर दिन नए-नए तरह के ऑनलाइन स्कैम की खबरें पढ़ते होंगे। अब धोखाधड़ी करने का नया तरीका है ट्रैफिक ई-चालान। यह कैसे काम करता है, इससे बचने का क्या तरीका है? यहां मिलेगा हर सवाल का जवाब...
 
आज के समय में जालसाजों ने ठगी के नए-नए तरीके ईजाद कर लिए हैं। आप भी हर दिन किसी न किसी नए तरीके से घोटालों की खबरें पढ़ते होंगे। कभी ऑनलाइन डेटिंग ऐप्स के जरिए, कभी व्हाट्सएप पर मिस्ड वीडियो कॉल के जरिए, कभी फर्जी लिंक भेजकर जालसाजों ने ऑनलाइन धोखाधड़ी के तरीके ढूंढ लिए हैं। इसी विषय पर नेटफ्लिक्स द्वारा बनाई गई वेब सीरीज 'जामताड़ा' भी बनाई गई है। अब ट्रैफिक ई-चालान के जरिए धोखाधड़ी करने का नया तरीका सामने आया है। READ ALSO:- UP : सुबह की सैर पर निकले बच्चे को ऑटो ने मारी टक्कर, करीब 50 मीटर तक घसीटा, मौके पर ही हुई दर्दनाक मौत, देखें Video

 

देश भर में यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए सड़कों पर स्पीड कैमरे और लाल बत्ती उल्लंघन का पता लगाने के लिए कैमरे लगाए गए हैं। अब ट्रैफिक पुलिस लोगों को चालान नहीं थमाती, बल्कि चालान अपने आप लोगों के फोन नंबर पर एसएमएस के जरिए चला जाता है। यहीं पर जालसाजों ने ठगी का एक तरीका ढूंढ लिया है।

 

कैसे होता है ट्रैफिक ई-चालान फ्रॉड?
जालसाज ट्रैफिक ई-चालान का SMS भेजकर लोगों को चूना लगा रहे हैं। अक्सर लोगों के फोन पर एक ऐसा मैसेज आता है जो 'आपका चालान नंबर** से शुरू होता है। आपकी गाड़ी का नंबर **है...' होगा। इसमें चालान भरने का लिंक होता है। यहीं पर ठग लोगों के डर का फायदा उठाते हैं। जैसे ही वे इस लिंक पर क्लिक करते हैं, तब 500 रुपये से 5000 रुपये तक नुक्सान होना संभव है। तो इसे कैसे रोका जा सकता है?

 

ट्रैफिक ई-चालान धोखाधड़ी से ऐसे बचें
मान लीजिए कि आपके पास ऐसा कोई SMS आया है तो घबराने की बिल्कुल जरूरत नहीं है। अगर आपका ई-चालान कट गया है, तब भी आपको इसे भरने के लिए पर्याप्त समय मिलता है, इसलिए जल्दबाजी में लिंक पर क्लिक न करें। बल्कि आपको अपने चालान के बारे में सही जानकारी जुटानी चाहिए और उसके बाद ही उसे भरने के लिए आगे बढ़ना चाहिए।

 

आपके वाहन नंबर पर कोई ई-चालान है या नहीं, इसकी जांच आप परिवहन विभाग के राष्ट्रीय पोर्टल https://echallan.parivahan.gov.in पर कर सकते हैं। इसका मोबाइल ऐप भी उपलब्ध है। साथ ही सड़क परिवहन मंत्रालय, सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय और PIB फैक्ट चेक भी समय-समय पर इससे संबंधित दिशानिर्देश साझा करते रहते हैं। यानी सावधान और सतर्क रहें।