अब दोपहिया वाहनों में मिलेगा ऐयरबैग, टक्कर के दौरान 1 सेकेंड से भी कम समय में खुलेगा, पूरी डिटेल देखें

पियाजियो ग्रुप (Piaggio group) और ऑटोलिव (Autoliv) मिलकर एयबैग विकसित करने में लगे हैं। इस क्रम में दोनों कंपनियों ने समझौते पर हस्ताक्षर भी किए हैं।
 
सड़क हादसों (Road accident yearly report) को लेकर सरकार हर साल रिपोर्ट जारी करती है। रिपार्ट में सबसे अधिक दोपहिया वाहनों के हादसे में सबसे ज्यादा जाने चली जाती है। इसमें वह भी शामिल होते हैं जो हेल्मेट लगाए होते हैं। भारत की बात की जाए तो उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा सड़क हादसों में लोगों की जान गई है। हालांकि यह आंकड़ा सबसे अधिक इस लिए भी है कि यूपी उत्तर प्रदेश की जनसंख्या भी अधिक है। हालांकि हम इस बार को नहीं नकार सकते हैं कि बिना हेलमेंट, ट्रेफिक नियमों की अनदेखी कर हम दोपहिया वाहन दौड़ाते हैं। अब दोपहिया वाहन चालकों को हादसे से बचाने के लिए कंपनियां वाहनों में ऐयरबैग लगाने पर विचार कर रही हैं। पियाजियो (Piaggio) और ऑटोलिव (Autolive) ने मिलकर इस पर काम भी शुरू कर दिया है।

 

दोपहिया वाहनों में ऐयरबैग (Airbags in two wheelers ) को लेकर कुछ जानकारियां सामने आई हैं। पियाजियो ग्रुप (Piaggio group) और ऑटोलिव (Autoliv) मिलकर एयबैग विकसित करने में लगे हैं। इस क्रम में दोनों कंपनियों ने समझौते पर हस्ताक्षर भी किए हैं। जानकारी है कि इस ऐयरबैग को वाहन में फ्रेंम लगवाकर फिट कराया जा सकेगा। वहीं, यह ऐयरबैग एक सेंकेंड से भी कम समय में खुल जाएगा जिससे चालक को चोट लगने से बचाया जा सकेगा। 

 

टेस्ट चल रहा

जानकारी के अनुसार ऑटोलिव इस ऐयरबैग (Airbags) का परीक्षण भी करके देख रही है कि यह कितना कारकर साबित होगा। इसे हर प्रकार की स्थितियों में टेस्ट किया जा रहा रहा है। अगर सब कुछ ठीक रहता है तो आने वाले समय में दोनों कंपनियों के सहयोग से दोपहिया वाहनों के लिए इस ऐयरबैग को लॉन्च किया जा सकता है। 

 

100,000 लोगों की जान बचाने के हमारे लक्ष्य 

Autolive के सीईओ और अध्यक्ष मिकेल ब्रैट (Autolive CEO and President Mikel Bratt) ने कहा, "ऑटोलाइव जीवन बचाने और गतिशीलता और समाज के लिए विश्व स्तरीय जीवन रक्षक समाधान प्रदान करने के हमारे दृष्टिकोण के लिए प्रतिबद्ध है। इसलिए, हम ऐसे उत्पाद विकसित कर रहे हैं जो विशेष रूप से सड़क उपयोग के लिए डिज़ाइन किए गए हैं। उपयोगकर्ताओं को सुरक्षित रखें। इन उत्पादों का विकास हमारे स्थिरता एजेंडा का एक अभिन्न अंग है और 2030 तक हर साल 100,000 लोगों की जान बचाने के हमारे लक्ष्य की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

 

 

कंपनियां दोपहियां वाहनों में सुरक्षा पर दे रहीं ध्यान

जानकारी हो कि सड़कों पर बढ़ते वाहनों के बोझ के बीच वाहनों पर हादसे का खतरा बना रहा है। कंपनियां लगातार दोपहिया वाहनों की सुरक्षा संबंधी चीजों को सुधार रही हैं। जिस क्रम में ओवर स्पीड को कम करने के लिए डिस्क ब्रेक लगाना शुरू किया गया। उसके बाद अब कंपनियां कुछ सालों से वाहनों में एबीएस सिंगल ड्रम व डबल ड्रम (ABS Single Drum & Double Drum) लगा रहीं हैं। इससे अचानक ब्रेक लगाने पर बाइक के फिसलने की संभावना व अनियंत्रित होने की संभावना बेहद कम हो जाती है। कंपनियां अब एएसआर (ASR) का प्रयोग कर वाहनों की सुरक्षा प्रणाली को मजबूत कर रहीं है। अगर आने वाली सालों में कंपनियां ऐयरबैग (Airbags) फिट करके देंगी तो यह दोपहिया वाहन चालक की सुरक्षा में बेहद बड़ा कदम हो सकता है।