BJP में लगी इस्तीफों की झड़ी, 3 और MLA ने छोड़ी पार्टी, मौर्य बोले- अभी 10-12 विधायक और भाजपा छोड़ेंगे

 
 

उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव (UP Assembly Election 2022) से पहले योगी सरकार (Yogi Goverment) के  दिग्गज कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) ने इस्तीफा दे दिया है। इस्तीफा देने के कुछ ही देर बाद मौर्य समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) में शामिल हो गए हैं। सपा सुप्रीमो ने मौर्य का स्वागत करते हुए कहा कि "सामाजिक न्याय का इंक़लाब होगा, बाइस में बदलाव होगा।"

लगी इस्तीफों की झड़ी

उधर मौर्य के पार्टी छोड़ने के साथ ही भाजपा में इस्तीफों की झड़ी लग गई है। तिलहर से बीजेपी विधायक रोशन लाल वर्मा भी मौर्य के साथ समाजवादी पार्टी में शामिल हो रहे हैं। और इनके अलावा बांदा की तिंदवारी सीट से BJP विधायक ब्रजेश प्रजापति तथा बिल्हौर से BJP MLA भगवती सागर ने भी इस्तीफा दे दिया है। Read Also: UP Election से पहले योगी कैबिनेट के दिग्गज मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य का इस्तीफा, समाजवादी पार्टी में हुए शामिल, सामने आया राज्यपाल को लिखा सनसनीखेज पत्र

इसके अलावा पटियाली कासगंज के विधायक ममितेश शाक्य, औरैया विधूना से विधायक विनय शाक्य और बदायूं शेखूपुर से धर्मेंद्र शाक्य और विधायक नीरज मौर्य भी सपा में शामिल हो सकते हैं।

राजभर ने कहा था- भाजपा के कई मंत्री-विधायक करेंगे SP ज्वाइन

इससे पहले सभासपा प्रमुख ओमप्रकाश राजभर (Om Prakash Rajbhar) ने कहा था कि भाजपा के कई मंत्री उनके संपर्क में हैं जो चुनाव से पहले सपा ज्वाइन करेंगे। चुनाव की तारीखों की घोषणा के बाद राजभर की बात भी सच होती नजर आ रही है, क्योंकि पार्टी से इस्तीफा देने के बाद अब मौर्य ने कहा है कि, अभी 10 से 12 और भाजपा विधायक पार्टी छोड़ेंगे। उन्होंने कहा कि मैं आगामी एक दो दिन में मीडिया को पूरी स्थिति से रूबरू करूंगा, बस आप आगे की धार और आगे का वार देखते रहिए।

पार्टी पर लगाए गंभीर आरोप

मौर्य ने इस्तीफ़े का एलान करने के बाद मीडिया के सवालों का जवाब भी दिया। मौर्य ने दावा किया कि उन्होंने पार्टी के 'बड़े नेताओं के सामने भी ये मुद्दे उठाए थे लेकिन कुछ हुआ नहीं।' मौर्य ने कहा, "उचित प्लेटफॉर्म पर बात उठाई। बात तो सुनी गई लेकिन कुछ हुआ नहीं।" उन्होंने कहा, "भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने बहुतों को झटका दिया है। अगर मैं इस्तीफ़ा देकर झटका दे रहा हूं तो कौन सी नई बात है।"

इस्तीफा भी आया सामने

स्वामी प्रसाद मौर्य का राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को भेजा इस्तीफा भी सामने आया है। इसमें उन्होंने लिखा है कि माननीय राज्यपाल जी, CM योगी के मंत्रिमंडल में श्रम एवं सेवायोजन  व समन्वय मंत्री के रूप में विपरीत परिस्थितियों व विचारधारा में रहकर भी बहुत ही मनोयोग के साथ उत्तरदायित्व का निर्वहन किया है। किंतु दलितों, पिछड़ों, किसानों, बेरोजगारों एवं छोटे- लघु एवं मध्यम श्रेणी के व्यापारियों को घोर उपेक्षा के कारण मंत्रिमंडल से इस्तीफा देता हूं।

रोशन लाल वर्मा लेकर पहुंचे इस्तीफा

मौर्य के इस्तीफ़े का पत्र लेकर बीजेपी विधायक रोशन लाल वर्मा राजभवन पहुँचे थे। वर्मा शाहजहांपुर से विधायक हैं। वर्मा ने मीडिया से कहा, "इस्तीफ़ा ईमेल से भेजा जा चुका है," लेकिन वो हार्ड कॉपी लेकर राजभवन आए हैं। रोशन लाल वर्मा ने बताया कि उनके नेता स्वामी प्रसाद मौर्या है और वे भी जल्द ही कोई न कोई फ़ैसला कर लेंगे।

क्या कहा अखिलेश ने

सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने मौर्य का पार्टी में स्वागत करते हुए ट्वीट करते हुए कहा, "सामाजिक न्याय और समता-समानता की लड़ाई लड़ने वाले लोकप्रिय नेता स्वामी प्रसाद मौर्य एवं उनके साथ आने वाले अन्य सभी नेताओं, कार्यकर्ताओं और समर्थकों का सपा में ससम्मान हार्दिक स्वागत एवं अभिनंदन! सामाजिक न्याय का इंक़लाब होगा ~ बाइस में बदलाव होगा।"

2016 में की थी BJP ज्वाइन

बता दें कि स्वामी प्रसाद मौर्य एक वक्त में बहुजन समाज पार्टी (BSP) की प्रमुख मायावती (Mayawati) के काफी करीबी रहे हैं और बसपा में रहते वे पार्टी में नंबर 2 की पोजिशन ओर थे, लेकिन बाद में उन्होंने बसपा छोड़कर 2016 में। भाजपा ज्वाइन कर ली थी। मौर्य के पास चार महकमों की जिम्मेदारी थी, वे कैबिनेट में श्रम एवं सेवायोजन व समन्वय मंत्री थे। मौर्य उत्तर प्रदेश में पांच बार विधायक चुने जा चुके हैं। उनकी बेटी डॉक्टर संघमित्रा मौर्य उत्तर प्रदेश के बदायूं से बीजेपी की सांसद हैं।