अब उत्पीड़न के शिकार दलित और ब्राह्मणों के घर जाकर मदद करेगी BSP, सेक्टर प्रभारियों को सौंपी जिम्मेदारी

घर-घर जाकर पीड़ितों की मदद अभियान से इन पार्टी ब्राह्मण, दलित और मुसलमानों का जुड़ाव अपने साथ करना चाहती है, ताकि विधानसभा चुनाव में पार्टी को इसका फायदा मिल सके।

 
सूबे में चुनावी सरगर्मी बढ़ने लगी है। राजनीतिक पार्टियों ने चुनावी बिसात बिछानी शुरू कर दी है। भाजपा और सपा की तैयारियों को देखते हुए बहुजन समाज पार्टी (BSP) भी चुनावी समीकरण बनाने में जुट गई हैं। इस बार उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए बसपा ने ब्राह्मण और दलित उत्पीड़न के मुद्दे को अपना हथियार बनाया है। ब्राह्मणों को साधने के लिए पार्टी की तरफ से पूरे प्रदेश में पहले से ही प्रबंद्ध वर्ग सम्मेलन चल रहा है, अब इसके साथ ही पार्टी ने अब उत्पीड़न के शिकार दलित और ब्राह्मणों के घर जाकर उनकी मदद करने का फैसला किया है।  इसके लिए सेक्टर प्रभरियाे को जिम्मेदारी सौंपी गई है। Read Also : पूर्व मंत्री अंबिका चौधरी और मुख्तार अंसारी के बड़े भाई सपा में शामिल, राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने किया स्वागत

 

पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्र का कहना है कि ंब्राह्मण, दलित और मुसलमानों का सबसे ज्यादा उत्पीड़न भाजपा सरकार के कार्यकाल में ही हुआ है। इसी की पोल खोलने का काम वे बसपा की चुनावी सभाओं में कर रहे हैं। अब चुनावी सभाओं में जनता को बताया जाएगा कि  पिछले पांच सालों में प्रदेश में कैसे दलितों, ब्राह्मणों और मुसलमानों का उत्पीड़न किया गया है।

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उन्होंने कहा कि ब्राह्मण, दलित और मुसलमान आज सबसे ज्यादा पीड़ित है। इनकी सुनवाई तक नहीं होती। इसीलिए पार्टी ने फैसला किया है कि बसपा ऐसे सभी पीड़ितों का दुख बांटेगी और उन्हें अपने से जोड़ेगी। उत्पीड़न का शिकार लोगों यहां बसपा के कार्यकर्ता जाएंगे और उनकी हर संभव मदद करने के साथ ही न्याय दिलाने का काम करेंगे। इसके लिए सेक्टर प्रभरियाे को जिम्मेदारी सौंपी गई है। 

 

सतीश मिश्रा ने कहा कि  जब-जब प्रदेश की मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बहन जी बैठी है तब तक कानून का राज चला है सभी को न्याय मिला है। सभी की उम्मीद पूरी हुई है एक समान कानून व्यवस्था लागू करने वाली प्रदेश में एकमत पार्टी बसपा है। उन्होंने किा कि ब्राह्मणों की पूरे प्रदेश में सबसे अधिक आबादी है। इस बार ब्राह्मण बसपा के साथ है, ऐसे में सरकार बनने से कोई नहीं रोक सकता।

 

दरअसल विधानसभा चुनाव को देखते हुए बसपा सुप्रीमो मायावती इन दिनों लखनऊ में ही हैं। मायावती के निर्देश पर ही सतीश चंद्र मिश्र प्रबुद्ध विचार गोष्ठी का आयोजन प्रदेशभर में कर रहे हैं। इस गोष्ठी के सहारे प्रदेश के जिले-जिले में ब्राह्मणों को बसपा से जोड़ने का भी काम किया जा रहा है। अब घर-घर जाकर पीड़ितों की मदद अभियान से इन पार्टी ब्राह्मण, दलित और मुसलमानों का जुड़ाव अपने साथ करना चाहती है, ताकि विधानसभा चुनाव में पार्टी को इसका फायदा मिल सके।