Punjab assembly election 2022 किसान संगठन लड़ेंगे पंजाब चुनाव, लॉन्च किया 'संयुक्त समाज मोर्चा', बलबीर सिंह राजेवाल होंगे सीएम पद के उम्मीदवार

Punjab assembly election 2022 : किसान संगठनों ने सभी 117 सीटों पर विधानसभा चुनाव लड़ने का ऐलान किया है।
 
Punjab assembly election 2022 : पंजाब में होने जा रहे विधानसभा चुनाव में किसान संगठन भी हुंकार भरेंगे। किसान संगठनों ने 'संयुक्त समाज मोर्चा' (Sanyukt samaj morcha) नाम से चुनावी संगठन चंडीगढ़ में लॉन्च कर दिया है। 22 किसान संगठनों ने मिलकर 'संयुक्त समाज मोर्चा' बनाया है। किसान संगठनों ने सभी 117 सीटों पर विधानसभा चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। सीएम उम्मीदवार किसान नेता बलबीर सिंह राजेवाल (Farmer leader Balveer singh rajewal) को बनाया गया है ।

 

किसान संगठन अपने संविधान पर विचार करेंगे और बदलाव करके चुनावी मोर्चे में आ सकते हैं। 3 अन्य किसान संगठन भी इसमें शामिल होने के लिए तैयार हो चुके हैं और वे बहुत जल्द इस मोर्चे में शामिल हो सकते हैं। केंद्रीय कृषि कानून (farms law) के खिलाफ 32 किसान संगठनों ने मोर्चा खोला था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ऐलान के बाद सभी संगठनों ने अपना आंदोलन स्थगित करने का फैसला किया था। also read : BSP सुप्रीमो मायावती बोलीं- चाहे पार्टी का कितना भी पुराना, खास नेता हो, अगर उस पर अपराधिक केस हैं दर्ज, तो नहीं मिलेगा टिकट

 बिना सीएम उम्मीदवार के मैदान में उतरेगी कांग्रेस

दूसरी तरफ, चर्चा है कि कांग्रेस (congress) इन चुनावों में बिना सीएम उम्मीदवार के मैदान में उतरेगी। न्यूज़ एजेंसी एएनआई के मुताबिक, कांग्रेस जातीय समीकरण बनाए रखने के लिए किसी को भी पार्टी का चेहरा नहीं बनाएंगे। पंजाब चुनाव से पहले कांग्रेस की स्क्रीनिंग कमिटी ने राज्य के नेताओं, विधायकों और सांसदों के साथ कई दौर की बैठक की है। ऐसे में किसान संगठनों के चुनाव मैदान में उतरने के बाद समीकरण बदल भी सकते हैं। 

 

AAP ने की उम्मीदवारों के नाम की घोषणा
आम आदमी पार्टी ने शुक्रवार को 18 और उम्मीदवारों के नाम की घोषणा कर दी है । पार्टी अब तक कुल 58 प्रत्याशियों के नाम की घोषणा कर चुकी है । आप की ओर से जारी बयान में इसकी जानकारी दी गई है। पंजाब में विधानसभा की कुल 117 सीटें हैं । ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि 'संयुक्त समाज मोर्चा' के साथ आम आदमी पार्टी भी मैदान में उतर सकती है। किसान नेता ने बातचीत के दौरान इससे संबंधित संकेत भी दिए हैं। ऐसे में ये सुगबुगाहट और भी तेज हो गई है।