BJP को एक और झटका: अब मुजफ्फरनगर की मीरपुर सीट से विधायक अवतार सिंह भड़ाना ने छोड़ी पार्टी, समर्थकों संग RLD में हुए शामिल

 दिल्ली में रालोद मुखिया जंयत चौधरी (jayant chaudhary) ने भड़ाना समेत कई भाजपा नेताओं को रालोद (RLD) ज्वाइन कराई। अब इस विधानसभा चुनाव में भड़ाना के गुर्जर बाहुल्य इलाके गौतम बुद्ध नगर की जेवर सीट से चुनाव लड़ेंने की चर्चा है।

 
 

उत्तरप्रदेश में विधानसभा चुनावों की तारीखों का ऐलान होने के बाद सबसे मजबूत मानी जा रही भारतीय जनता पार्टी को एक के बाद एक झटका लग रहा है। मंगलवार को जहां कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य समेत 5 भाजपा विधायकों ने पार्टी छोड़ दी थी, वहीं बुधवार को मुजफ्फरनगर की मीरापुर सीट से विधायक अवतार सिंह भड़ाना ने भी भाजपा छोड़ आरएलडी (RLD) का दामन थाम लिया है। भड़ाना के साथ उनके कई समर्थकों ने भी पार्टी छोड़ दी है। बताया जा रहा है कि योगी सरकार में मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिलने और लगातार उपेक्षा के कारण भड़ाना ने यह कदम उठाया है। 


भड़ाना का कहना है कि योगी सरकार में गुर्जर अपनी अनदेखी बर्दाश्त करते रहे। वेस्ट यूपी में 15 सीटों पर गुर्जरों का वोट बैंक मजबूत है, 2017 से ही वह प्रदेश सरकार में मंत्री बनने की दौड़ में थे, लेकिन वेस्ट यूपी से किसी भी गुर्जर नेता को मंत्रीमंडल में शामिल नहीं किया। 

दिल्ली में रालोद मुखिया जंयत चौधरी ने भड़ाना समेत कई भाजपा नेताओं को रालोद ज्वाइन कराई। अब इस विधानसभा चुनाव में भड़ाना के गुर्जर बाहुल्य इलाके गौतम बुद्ध नगर की जेवर सीट से चुनाव लड़ेंने की चर्चा है।


वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में अवतार सिंह भड़ाना ने एकाएक भाजपा में एंट्री ली थी। उनकी गिनती गुर्जर राजनीति के शीर्ष नेताओं में होती है। मेरठ-मवाना लोकसभा सीट से वर्ष 1999 में कांग्रेस सांसद रह चुके भड़ाना को BJP ने टिकट दिया, तो उन्हें कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों का विरोध भी झेलना पड़ा। इसके बावजूद उन्होंने मात्र 193 वोट से सपा के प्रत्याशी लियाकत अली को शिकस्त देकर मीरापुर से बीजेपी का विधायक बनने में कामयाबी हासिल की। 

लखनऊ में स्वामी प्रसाद मौर्य बीजेपी से इस्तीफा देने के बाद अब उनके करीबी माने जाने वाले राधेश्याम मौर्य ने भी पार्टी छोड़ दी है। वहीं जिला पंचायत सदस्य और उनके संपर्क में रहने वाले ग्राम प्रधान और तमाम उनके कार्यकर्ताओं ने बीजेपी का दामन छोड़ दिया है। वहीं समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता कह चुके हैं कि बीजेपी को चुनाव लड़ने लायक कैंडिडेट भी नहीं मिलेंगे। वहीं सुभासपा सुप्रीमो ओमप्रकाश राजभर भी कई बार कह चुके थे कि एक दर्जन से ज्यादा बीजेपी मंत्री और विधायक उनके संपर्क में हैं जो समय आने पर सपा ज्वाइन करेंगे।