UP : दंपत्ति ने गंगा में कूदकर दी जान, सेल्फी ली, चिठ्ठी लिखकर WhatsApp पर दोस्त को भेजी,
उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में सौरभ बब्बर नाम के एक ज्वैलर थे। 10 अगस्त को उन्होंने अपनी पत्नी मोना बब्बर के साथ गंगा नदी में कूदकर आत्महत्या कर ली। मरने से पहले सौरभ ने अपनी पत्नी के साथ एक सेल्फी और एक सुसाइड नोट अपने एक दोस्त को वॉट्सऐप पर भेजा था। इसमें सौरभ ने आत्महत्या की वजह बताई है।
Updated: Aug 13, 2024, 21:02 IST
उत्तर प्रदेश के सहारनपुर के एक व्यापारी और उसकी पत्नी ने गंगा नदी में कूदकर आत्महत्या कर ली। दोनों बाइक से हरिद्वार पहुंचे। फिर उन्होंने यहां सेल्फी ली। वे सुसाइड नोट लेकर आए थे। उन्होंने उस सुसाइड नोट और सेल्फी को अपने एक दोस्त को व्हाट्सएप पर भेजा। इसके बाद पति-पत्नी ने गंगा नदी में छलांग लगा दी। पुलिस ने पति का शव बरामद कर परिजनों को सौंप दिया। वहीं, पत्नी का शव अभी तक पुलिस नहीं ढूंढ पाई है। उसकी तलाश की जा रही है।READ ALSO:-1 सितंबर से पूरे देश में लागू हो जाएगा नया नियम, TRAI ने दिया सख्त संदेश-अब ये सिम कार्ड हो जाएंगे ब्लैक लिस्ट, होगी सख्त कार्रवाई
दंपति द्वारा छोड़े गए सुसाइड नोट के मुताबिक, दोनों कर्ज से परेशान थे। इसी वजह से उन्होंने यह कदम उठाया। उन्होंने यह भी लिखा कि हमारे पास दो प्रॉपर्टी हैं। हम उन्हें अपने दो बच्चों को देना चाहते हैं। तब तक बच्चों का पालन-पोषण उनके दादा-दादी करेंगे। क्योंकि हमें किसी और पर बिल्कुल भी भरोसा नहीं है। इस घटना ने सभी को झकझोर कर रख दिया है।
जानकारी के मुताबिक, मृतक ज्वैलरी व्यापारी का नाम सौरभ बब्बर था। उनकी पत्नी का नाम मोना बब्बर था। घटना वाले दिन यानी 10 अगस्त को दोनों बाइक से करीब 100 किलोमीटर की दूरी तय कर हरिद्वार पहुंचे, फिर आखिरी बार साथ में सेल्फी ली, उसे दोस्त के व्हाट्सएप पर सुसाइड नोट के साथ भेजा। इसके बाद गंगा में छलांग लगा दी। बताया जा रहा है कि कारोबारी सौरभ पर करोड़ों रुपये का कर्ज था। वह ब्याज की किस्तों से परेशान था। लाचार होकर उसने पत्नी मोना के साथ हरिद्वार की गंगा में कूदकर आत्महत्या कर ली।
सुसाइड नोट में सौरभ ने लिखा- हम कर्ज में डूब चुके हैं, ब्याज देते-देते थक चुके हैं। अब हम और ब्याज नहीं दे सकते। इसलिए मौत को गले लगाने जा रहे हैं। जहां भी आत्महत्या करेंगे, वहां से सेल्फी भेजेंगे। मोना के शव की तलाश में गोताखोर जुटे हुए हैं सौरभ का शव कल (12 अगस्त) गंगा नदी से बरामद हुआ, लेकिन उसकी पत्नी का अभी तक पता नहीं चल पाया है। इस घटना के बाद से कारोबारी के परिवार में कोहराम मचा हुआ है। सौरभ के शव को सहारनपुर लाया गया और अंतिम संस्कार कर दिया गया। वहीं, पुलिस और गोताखोर उसकी पत्नी की तलाश कर रहे हैं।
सौरभ बब्बर का शव उसके परिजनों को मिला। सौरभ और मोना की शादी करीब 18 साल पहले हुई थी और उनके दो बच्चे हैं। बड़ी बेटी 12 साल की है और बेटा 7 साल का है जो दिव्यांग है। सौरभ किशनपुरा मार्केट में ज्वैलरी का काम करता था। वह कमेटी सिस्टम (borrowing money on installments) भी चलाता था। सौरभ ने करीब 5 कमेटियां चला रखी थीं। एक कमेटी में 200 सदस्य थे और एक सदस्य की किस्त 2000 रुपये थी। सभी कमेटियों का कार्यकाल खत्म हो चुका था और सभी को पैसे चुकाने थे।
मौत से पहले परिजनों को किया फोन
एक तरफ कारोबार में घाटा हो रहा था। दूसरी तरफ कमेटी के सदस्यों को भी पैसे चुकाने थे। कर्ज करोड़ों का था लेकिन सौरभ के पास पैसे नहीं थे। लेनदार उसे परेशान करने लगे। इन सबसे तंग आकर सौरभ ने खौफनाक कदम उठा लिया। वह अपनी पत्नी को बाइक पर लेकर सहारनपुर से करीब 100 किलोमीटर दूर हरिद्वार पहुंचा और वहां गंगा में छलांग लगा दी। पड़ोसियों का कहना है कि सौरभ बहुत अच्छा इंसान था। हमने कभी नहीं सोचा था कि वह इतना खौफनाक कदम उठा सकता है।
एक तरफ कारोबार में घाटा हो रहा था। दूसरी तरफ कमेटी के सदस्यों को भी पैसे चुकाने थे। कर्ज करोड़ों का था लेकिन सौरभ के पास पैसे नहीं थे। लेनदार उसे परेशान करने लगे। इन सबसे तंग आकर सौरभ ने खौफनाक कदम उठा लिया। वह अपनी पत्नी को बाइक पर लेकर सहारनपुर से करीब 100 किलोमीटर दूर हरिद्वार पहुंचा और वहां गंगा में छलांग लगा दी। पड़ोसियों का कहना है कि सौरभ बहुत अच्छा इंसान था। हमने कभी नहीं सोचा था कि वह इतना खौफनाक कदम उठा सकता है।