UP : पार्किंग का अजब-गजब नियम, कार में बैठे बुजुर्ग दंपत्ति चिल्लाते रहे, उसके बाद भी कार समेत क्रेन से उठा ले गए, देखें वीडियो

 उत्तर प्रदेश के नोएडा के सेक्टर 50 में ठेकेदारों ने बुजुर्ग दंपत्ति को कार सहित ही क्रेन से उठा लिया। उन्होंने यह भी नहीं देखा कि कार के अंदर दो भी लोग बैठे हैं। 
 
उत्तर प्रदेश के नोएडा में बुजुर्ग को कार समेत क्रेन से उठाया गया। घटना का वीडियो भी वायरल हो गया है। दरअसल, नोएडा सेक्टर-50 में अवैध पार्किंग से गाड़ियां उठाने वाले ठेकेदारों ने ऐसा किया है। कार में बैठे बुजुर्ग को कार समेत दूर ले जाया गया। वीडियो में नजर आ रहा है कि एक बुजुर्ग जोड़ा अपनी कार में बैठा है। वे चिल्लाते रहे लेकिन ठेकेदारों ने क्रेन नहीं रोकी। जब उन्हें क्रेन से कार समेत उठा कर ले जाया जा रहा था। तो यह नजारा देखकर आसपास मौजूद लोग भी दंग रह गए। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। READ ALSO:-UP : बदायूं में दो नाबालिग भाइयों की हत्या के बाद बच्चों की मां से बोला हत्यारा साजिद ‘आज हमने अपना काम पूरा कर दिया’

 

इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद नोएडा अथॉरिटी और ट्रैफिक विभाग हरकत में आया। जहां यातायात विभाग ने क्रेन को जब्त कर लिया है। वही नोएडा प्राधिकरण ने क्रेन चलाने वाले दो लोगों और ठेकेदार कंपनी के मालिक के खिलाफ कोतवाली 49 में मामला दर्ज कराया है और 50,000 रुपये के जुर्माने के साथ कंपनी के खिलाफ ब्लैकलिस्टिंग नोटिस जारी किया है।

 

सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे कपल के वीडियो में साफ दिख रहा है कि क्रेन से खिंच कर ले जाई जा रही कार के अंदर दो बुजुर्ग लोग बैठे हैं। इस वायरल वीडियो पर संज्ञान लेते हुए नोएडा ट्रैफिक पुलिस और नोएडा अथॉरिटी दोनों ने कार्रवाई की है। ट्रैफिक पुलिस का कहना है कि पार्किंग और टोइंग संचालन को नोएडा प्राधिकरण द्वारा नियंत्रित किया जाता है। लेकिन मामला संज्ञान में आने के बाद इस अपराध में शामिल क्रेन को जब्त कर लिया गया है। 

 

कंपनी मालिक समेत तीन के खिलाफ 50 हजार रुपये जुर्माने की कार्रवाई
नोएडा प्राधिकरण ने पार्किंग प्रबंधन कंपनी एमजी इंफ्रा सॉल्यूशन को 50,000 रुपये के जुर्माने के साथ ब्लैकलिस्ट करने के संबंध में कारण बताओ नोटिस जारी किया है। अथॉरिटी ने कंपनी के अधिकारी प्रवीण कुमार और अन्य दो स्टाफ अनुराग और विनीत के खिलाफ कोतवाली 49 में मामला दर्ज कराया है। अथॉरिटी का मानना है कि इस कंपनी की हरकतों से उसकी छवि खराब हुई है।