नोएडा : 15 नवंबर से जेवर एयरपोर्ट पर दूसरे चरण का एक माह तक होगा ट्रायल रन, अप्रैल 2025 से उड़ान भरेंगी फ्लाइट
जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर फ्लाइट कैलिब्रेशन का पहला चरण पूरा हो गया है। इसकी टेस्टिंग 15 अक्टूबर से 18 अक्टूबर तक की गई। इस दौरान कैलिब्रेशन फ्लाइट को यहां उतारा गया और इस दौरान रनवे और लैंडिंग सिस्टम की जांच की गई, जो सफल रही।
Oct 23, 2024, 08:00 IST
दिल्ली एनसीआर (Delhi NCR) में एशिया का सबसे बड़ा इंटरनेशनल एयरपोर्ट बन रहा है, जिसका निर्माण कार्य काफी तेजी से किया जा रहा है। ग्रेटर नोएडा के जेवर में बनने वाले इस एयरपोर्ट का लोग बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। Read also:-Good news! ड्राइविंग लाइसेंस बनवाना होगा और भी आसान, नहीं करनी होगी ज्यादा दौड़भाग, होने जा रहा है ये बड़ा बदलाव
वहीं, निर्माण कार्य करीब 70 फीसदी पूरा हो चुका है। जेवर एयरपोर्ट का मुख्य रनवे लगभग बनकर तैयार हो चुका है, जिसकी लंबाई 4 किलोमीटर है।
15 नवंबर से 15 दिसंबर 2024 तक ट्रायल शुरू होंगे। इस ट्रायल रन में अकासा, इंडिगो और इंडियन एयरलाइंस की फ्लाइट रनवे पर ट्रायल करेंगी, जिसकी रिपोर्ट डीजीसीए को सौंपी जाएगी। वहीं, पहली फ्लाइट अप्रैल 2025 को उड़ाई जाएगी।
हाईटेक एयरपोर्ट
जेवर एयरपोर्ट तकनीकी रूप से काफी हाईटेक होगा। एयरपोर्ट पर कनेक्टिविटी के लिए रैपिड मेट्रो, मेट्रो, मोनो रेल, रेलवे स्टेशन, 50 इलेक्ट्रिक बसें और बस से आने-जाने के लिए एक्सप्रेसवे की सुविधा होगी, जिससे आने-जाने वाले यात्रियों को किसी तरह की परेशानी नहीं होगी। रेलवे स्टेशन यहां से 9 किलोमीटर दूर है, जबकि आईजीआई एयरपोर्ट, गाजियाबाद, दिल्ली, कश्मीरी गेट, नोएडा के लिए बस सुविधा भी उपलब्ध होगी। जेवर एयरपोर्ट के निर्माण से आसपास के क्षेत्र में काफी प्रगति हुई है।
जेवर एयरपोर्ट तकनीकी रूप से काफी हाईटेक होगा। एयरपोर्ट पर कनेक्टिविटी के लिए रैपिड मेट्रो, मेट्रो, मोनो रेल, रेलवे स्टेशन, 50 इलेक्ट्रिक बसें और बस से आने-जाने के लिए एक्सप्रेसवे की सुविधा होगी, जिससे आने-जाने वाले यात्रियों को किसी तरह की परेशानी नहीं होगी। रेलवे स्टेशन यहां से 9 किलोमीटर दूर है, जबकि आईजीआई एयरपोर्ट, गाजियाबाद, दिल्ली, कश्मीरी गेट, नोएडा के लिए बस सुविधा भी उपलब्ध होगी। जेवर एयरपोर्ट के निर्माण से आसपास के क्षेत्र में काफी प्रगति हुई है।
4 किलोमीटर का रनवे
डीजीसीए के नियमों के अनुसार जेवर एयरपोर्ट पर 4 किलोमीटर का रनवे बनाया गया है। पहला चरण पूरा हो चुका है। दूसरे चरण में 15 नवंबर से 15 दिसंबर तक अकासा, इंडिगो एयर इंडिया के साथ सहयोग किया गया है। एयरपोर्ट अथॉरिटी के अपने निजी विमान उड़ान भरेंगे। एक महीने तक टेस्टिंग प्रक्रिया चलेगी और एक महीने तक डेटा डीजीसीए की वेबसाइट पर अपलोड किया जाएगा।
डीजीसीए के नियमों के अनुसार जेवर एयरपोर्ट पर 4 किलोमीटर का रनवे बनाया गया है। पहला चरण पूरा हो चुका है। दूसरे चरण में 15 नवंबर से 15 दिसंबर तक अकासा, इंडिगो एयर इंडिया के साथ सहयोग किया गया है। एयरपोर्ट अथॉरिटी के अपने निजी विमान उड़ान भरेंगे। एक महीने तक टेस्टिंग प्रक्रिया चलेगी और एक महीने तक डेटा डीजीसीए की वेबसाइट पर अपलोड किया जाएगा।
अप्रैल में प्रधानमंत्री मोदी करेंगे उद्घाटन
एयरपोर्ट से घरेलू उड़ानों के लिए 25 फ्लाइट्स से बातचीत हो चुकी है, इसके अलावा यहां से अंतरराष्ट्रीय, घरेलू और कार्गो तीनों फ्लाइट्स उड़ान भर सकेंगी। एयरलाइंस फरवरी से फ्लाइट टिकट बुक करना शुरू कर देंगी। पहले चरण में 6 रनवे बनाए जा रहे हैं। शुरुआत में 1 रनवे तैयार किया गया है। यह हवाई अड्डा अप्रैल 2025 में पूरी तरह बनकर तैयार हो जाएगा, जिसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे।
एयरपोर्ट से घरेलू उड़ानों के लिए 25 फ्लाइट्स से बातचीत हो चुकी है, इसके अलावा यहां से अंतरराष्ट्रीय, घरेलू और कार्गो तीनों फ्लाइट्स उड़ान भर सकेंगी। एयरलाइंस फरवरी से फ्लाइट टिकट बुक करना शुरू कर देंगी। पहले चरण में 6 रनवे बनाए जा रहे हैं। शुरुआत में 1 रनवे तैयार किया गया है। यह हवाई अड्डा अप्रैल 2025 में पूरी तरह बनकर तैयार हो जाएगा, जिसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे।