नोएडा : समलैंगिक संबंध बनाकर ब्लैकमेलिंग रैकेट, BLUED और GRINDR APP पर प्रोफाइल बनाकर करते थे डेट, शारीरिक संबंध बनाने के बाद बनाते थे वीडियो
उत्तर प्रदेश की नोएडा पुलिस ने एक ऐसे गिरोह को पकड़ा है जो समलैंगिक संबंध बनाकर लोगों को ब्लैकमेल करता था। पुलिस ने फेज-2 इलाके से गिरोह के दो लोगों को गिरफ्तार किया है। इनकी पहचान किशोर और दीपक के रूप में हुई है। ये दोनों दर्जनों लोगों के साथ शारीरिक संबंध बनाते थे और उनका वीडियो बनाते थे।
Updated: Sep 14, 2024, 19:22 IST
उत्तर प्रदेश के नोएडा के फेज 2 थाने की पुलिस टीम ने शुक्रवार को समलैंगिक डेटिंग एप के जरिए लोगों को फंसाकर उनसे पैसे ऐंठने वाले गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया है। आरोपी ब्लड और ग्रिंडर एप (BLUED & GRINDR APP) पर प्रीमियम अकाउंट बनाकर लोगों से संपर्क करते थे। वे लोगों को गुप्त स्थान पर बुलाते थे और सेक्स करते हुए वीडियो बनाते थे। READ ALSO:-नोएडा : सिम के बिना चलेगा फोन! डिजिटल सिम का महिला को दिया झांसा, और ठगे लिए 27 लाख रुपये....
बदनाम करने की धमकी देकर पैसे और जेवर ऐंठते थे। उनके पास से दो मोबाइल फोन और एक बाइक बरामद हुई है। एलएलबी और 12वीं पास दोनों आरोपी 20 से ज्यादा लोगों के साथ ये अपराध कर चुके हैं। पुलिस गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश कर रही है।
20 से अधिक लोगों के साथ हो चुकी है यह वारदात
टीम ने शुक्रवार को बुलंदशहर अरनिया बड़गांव निवासी 22 वर्षीय किशोर और नोएडा सलारपुर निवासी 20 वर्षीय दीपक को गिरफ्तार किया। पूछताछ में बताया कि वे समलैंगिक डेटिंग एप के जरिए समलैंगिक संबंध विचारधारा में रुचि रखने वाले लोगों को चिह्नित कर उनका पीछा करते थे।
टीम ने शुक्रवार को बुलंदशहर अरनिया बड़गांव निवासी 22 वर्षीय किशोर और नोएडा सलारपुर निवासी 20 वर्षीय दीपक को गिरफ्तार किया। पूछताछ में बताया कि वे समलैंगिक डेटिंग एप के जरिए समलैंगिक संबंध विचारधारा में रुचि रखने वाले लोगों को चिह्नित कर उनका पीछा करते थे।
फिर इन लोगों को गुप्त स्थान पर बुलाकर संबंध बनाते समय उनकी अश्लील वीडियो बना लेते थे। सामाजिक प्रतिष्ठा का डर दिखाकर पीड़ितों को ब्लैकमेल करते थे। उन्होंने 20 से अधिक लोगों के साथ ऐसी वारदातों को अंजाम देने और उनसे लाखों रुपये ऐंठने का हवाला दिया।
नकद और जेवरात में ऐंठते थे पैसा
आरोपियों ने बताया कि वे वीडियो बनाने की धमकी देकर पैसे ऐंठते थे। पकड़े जाने से बचने के लिए वे नकद और कीमती सामान ही लेते थे। ऑनलाइन ट्रांजेक्शन के दौरान पकड़े जाने का खतरा रहता था। आरोपी किशोर 12वीं पास है, जबकि दीपक कुमार लॉ का छात्र है।
आरोपियों ने बताया कि वे वीडियो बनाने की धमकी देकर पैसे ऐंठते थे। पकड़े जाने से बचने के लिए वे नकद और कीमती सामान ही लेते थे। ऑनलाइन ट्रांजेक्शन के दौरान पकड़े जाने का खतरा रहता था। आरोपी किशोर 12वीं पास है, जबकि दीपक कुमार लॉ का छात्र है।