मुजफ्फरनगर : 4 टाइमर बम के साथ मास्टरमाइंड जावेद को ATS ने किया गिरफ्तार, दंगों में होना था इस्तेमाल; IB ने शुरू की पूछताछ

 उत्तर प्रदेश में एसटीएफ (STF) की कार्रवाई: जावेद ने पूछताछ में कबूल किया है कि एक महिला ने ये बम बनाने का ऑर्डर दिया था। एसटीएफ (STF) की टीम उस महिला की तलाश में जुट गई है। 
 
उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में शुक्रवार सुबह एसटीएफ (STF) ने एक संदिग्ध को गिरफ्तार किया है। उसके पास से 4 टाइमर बम (IED) मिले हैं। उससे पूछताछ चल रही है। मेरठ से बम निरोधक दस्ता भी बुलाया गया, जिसने बमों को निष्क्रिय कर दिया। इन बमों का इस्तेमाल किसी बड़ी प्लानिंग में किया जाना था। मामला खालापार क्षेत्र का है।READ ALSO:-मेरठ: चलती कार में लगी आग, चालक ने भागकर बचाई जान, मसूरी गांव के पास हुआ हादसा

 

जावेद बम की डिलीवरी देने इमराना के गांव जा रहा था। तभी एसटीएफ (STF) ने उसे पकड़ लिया। इसके बाद बम निरोधक दस्ते को बुलाया गया और बमों को काली नदी पुल से न्याजुपुरा के जंगल (Safe Disposal Area) में निष्क्रिय कर दिया गया। आईबी, आर्मी इंटेलिजेंस, एटीएस और अन्य जांच एजेंसियों ने कोतवाली थाने में जावेद से पूछताछ शुरू की।

 

जावेद टाइमर बम बनाने का मास्टरमाइंड 
पुलिस लाइन में आयोजित प्रेसवार्ता में एसटीएफ (STF) के एएसपी ब्रिजेश सिंह ने बताया कि टाइमर बम बनाने का मास्टरमाइंड जावेद पुत्र जरीफ अहमद निवासी मिमलाना रोड, रामलीला टीला, थाना कोतवाली नगर, जिला मुजफ्फरनगर है।

 


मुखबिर की सूचना पर घेराबंदी कर एसटीएफ (STF) ने सुबह 10.30 बजे जावेद को कोतवाली थाना क्षेत्र के चरथावल रोड पर काली नदी के पुल से गिरफ्तार कर लिया और मुजफ्फरनगर पुलिस को सौंप दिया। उस वक्त जावेद शामली के बाबरी थाना क्षेत्र के बंतीखेड़ा गांव में इमराना के घर चार टाइमर बम की डिलीवरी देने जा रहा था। 

 

इस तरह तैयार होते थे टाइमर बम
एएसपी ने बताया कि जावेद से पूछताछ में जानकारी मिली कि चार बोतल बम आईईडी, बोतलों के अंदर गन पाउडर-999, लोहे की छोटी गोलियां, रुई, पीओपी आदि थे। उसने यह टाइमर बम (IED) इमराना पत्नी आजाद निवासी ग्राम बंतीखेड़ा, थाना बाबरी, जिला शामली, पता कालिंदी पुलिया के पास, प्रेमपुरी, थाना कोतवाली नगर, जिला मुजफ्फरनगर के निर्देश पर तैयार किया है।

 

डॉक्टरों से कोक की बोतलें ली गईं और साइकिल की दुकानों और घड़ी मशीनों तथा घड़ी की दुकानों से आयरन की गोलियाँ ली गईं। बोतल बम तैयार करने के लिए इमराना ने उसे 10 हजार रुपये की अग्रिम राशि दी थी। डिलीवरी के बाद 40 हजार रुपये देना तय हुआ।

 

यूट्यूब से बम बनाना सीखा
जावेद के चाचा अर्रशी पुत्र खलील निवासी मिमलाना रोड, रामलीला टीला, थाना कोतवाली नगर, मुजफ्फरनगर पटाखे बनाने का काम करते हैं। बारूद और टाइमर बम (IED)बनाने का काम उन्हीं से सीखा। कुछ जानकारी यूट्यूब और इंटरनेट से ली गयी है। 

 

इमराना तांत्रिक अनुष्ठान में टाइमर बम का इस्तेमाल करना चाहती थी
जावेद ने बताया कि इमराना तांत्रिक काम करती है। वह टाइमर बम फोड़कर अपने ग्राहक बढ़ाना चाहती थी। इसलिए उसने चार टाइमर बम बनवाए थे। इसके अलावा जावेद के खिलाफ बम बनाने के भी आदेश थे। वह हिंसा और दंगों के लिए बम भी तैयार कर रहा था। उसके आदेशों की सूची भी एसटीएफ (STF) को मिल गई है।

 

जावेद की प्रोफाइल 
जावेद ने सातवीं कक्षा उत्तीर्ण की है और वह अंग्रेजी और उर्दू में पारंगत है। यूट्यूब पर अधिक पाकिस्तानी कार्यक्रम देखता हूं। उनकी मां नीतू हैं, जो नेपाल के लाजिम भाग, काठमांडू के खरसानी ताल की रहने वाली हैं। उसके पिता जरीफ अहमद नेपाल घूमने गए थे, तभी वहां उनकी मुलाकात नीतू से हुई और दोनों ने नेपाल में प्रेम विवाह कर लिया।

 

जावेद के दो भाई और एक बहन हैं। जावेद का जन्म भी नेपाल में हुआ था। उसकी बहन की शादी नेपाल में हुई है। उनका भाई अमेरिका के न्यूयॉर्क में रहता है और एमसीआर शॉपिंग सेंटर में काम करता है।