मेरठ : पेशाब कांड के शिकार युवक की मौत का मामला, होटल का CCTV आया सामने, ऋतिक को पीठ पर लादकर ले जाते दिखे दोस्त

मेरठ में एक साल पहले 13 नवंबर 2023 को हुए पेशाब कांड के पीड़ित रोहित की सोमवार को संदिग्ध हालात में मौत हो गई। ऋतिक शाम को घर से निकला था। देर रात करीब डेढ़ बजे राहुल नाम के युवक ने उसके पिता को फोन कर मेडिकल इमरजेंसी में आने को कहा।
 
उत्तर प्रदेश के मेरठ में एक साल पहले 13 नवंबर 2023 को हुए पेशाब कांड के पीड़ित रोहित की सोमवार को संदिग्ध हालात में मौत हो गई। रितिक शाम को घर से निकला था। देर रात करीब डेढ़ बजे राहुल नाम के युवक ने उसके पिता को फोन कर मेडिकल इमरजेंसी में आने को कहा। READ ALSO:-UP : संभल हिंसा मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का बड़ा एक्शन! चौराहों पर लगेंगे पत्थरबाजों के पोस्टर, उपद्रवियों से होगी वसूली

 

सोमवार देर रात गढ़ रोड स्थित होटल अभिनंदन से रितिक का शव कंधे पर लादकर ले जाते आरोपी सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गए। पुलिस जांच कर रही है कि होटल के कमरे में क्या हुआ। कमरे से शराब की बोतलें और छोले-कुलचे आदि सामान मिला है। पुलिस ने होटल के सीसीटीवी कैमरों की डीवीआर कब्जे में ले ली है। 

 

होटल संचालक गौरव के मुताबिक सोमवार शाम करीब 6:10 बजे युवराज और रोहित नाम के युवक होटल पहुंचे थे। युवराज ने अपना आधार कार्ड देकर होटल में कमरा बुक कराया था। कुछ देर बाद रितिक एक युवक के साथ बाइक से होटल पहुंचा। सीसीटीवी कैमरे में यही युवक रात करीब 1:10 बजे रितिक का शव कंधे पर लादकर ले जाते कैद हुए हैं। पुलिस के मुताबिक ये लोग रितिक को एक निजी अस्पताल ले गए। वहां से जब डॉक्टरों ने हार नहीं मानी तो उसे मेडिकल कॉलेज के इमरजेंसी वार्ड में ले गए। शव वहीं छोड़कर भाग गए।

 

पोस्टमार्टम रिपोर्ट से मौत का कारण पता नहीं चला
एसपी सिटी का कहना है कि पोस्टमार्ट रिपोर्ट में मौत का कारण स्पष्ट नहीं है। विसरा सुरक्षित रख लिया गया है। परिजनों ने अभी लिखित शिकायत भी नहीं दी है।

 

पोस्टमार्टम हाउस पर बेटे की हत्या के बाद रोते-बिलखते पिता करन चौधरी ने मेडिकल पुलिस पर एक साल पहले दर्ज मुकदमे में लापरवाही का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि अगर आरोपियों को उनके जघन्य कृत्य के लिए सख्त सजा मिलती तो आज उनका इकलौता बेटा जिंदा होता।

 

ये थी पेशाब कांड की घटना
बीते साल 13 नवंबर को मेडिकल थाना क्षेत्र में शराब पीने के बाद दोस्तों ने रितिक के बाल पकड़कर उसकी पिटाई की थी। उन्होंने जान से मारने की धमकी देते हुए उसके मुंह में तमंचा डाल दिया था। उसके गले में बेल्ट डालकर उसे जागृति विहार में सुनसान जगह पर ले गए। उसके चेहरे पर पेशाब भी किया। अधमरी हालत में उसे छोड़कर चले गए। 14 नवंबर को ऋतिक बदहवास हालत में घर पहुंचा और परिजनों को घटना की जानकारी दी। 

 

पिता ने राजन गुर्जर निवासी जागृति विहार, आशीष मलिक निवासी अजंता कॉलोनी, मोहित ठाकुर निवासी सोमदत्त विहार, अवि शर्मा निवासी जेल चुंगी और तीन अज्ञात लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। उस समय परिजनों को ऋतिक के चेहरे पर पेशाब करने की जानकारी नहीं थी। तीन दिन बाद आरोपियों ने घटना का वीडियो वायरल कर दिया। इसके बाद परिजनों को घिनौनी हरकत का पता चला। इस मामले में आरोपियों को कोर्ट से जमानत मिल गई। 

 

देर रात जब रितिक की हत्या का पता चला तो उसकी मां ममता, बड़ी बहन प्रियांशी और छोटी बहन मानसी बदहवास हो गईं। मंगलवार शाम को जब पोस्टमार्टम के बाद शव घर पहुंचा तो परिवार के लोग बेहोश हो गए। वहां मौजूद लोगों ने किसी तरह उन्हें ढांढस बंधाया।