मेरठ : शौचालय पर रील बनाने पर मिल रहा पुरुस्कार, सोशल मीडिया पर रील बनाकर करना होगा अपलोड; जीतने के लिए पढ़ें मापदंड

मेरठ में स्वच्छ भारत मिशन के तहत शौचालय निर्माण को बढ़ावा देने के लिए शासन ने प्रतियोगिता आयोजित करने के निर्देश दिए हैं। बेहतर शौचालयों की रील बनाकर सोशल मीडिया पर डाली जाएगी और सबसे ज्यादा लाइक करने वाले को पुरस्कार मिलेगा। जिले में 2.5 लाख शौचालय बनाने का लक्ष्य है, जिसमें से 1.33 लाख बन चुके हैं। आधे-अधूरे शौचालयों को भी सजाकर प्रतियोगिता में शामिल किया जाएगा।
 
स्वच्छ भारत मिशन के तहत जिले में कुछ शौचालय बन चुके हैं और कुछ बनने बाकी हैं। अब शासन ने लोगों को शौचालय के प्रति जागरूक करने और शौचालय बनवाने में रुचि लेने के लिए प्रतियोगिता कराने के निर्देश दिए हैं। READ ALSO:-बिजनौर : चांदपुर स्थित सरकारी क्वार्टर में जलकल विभाग के जेई का शव फंदे से लटका मिला, पुलिस ने दरवाजा तोड़कर शव नीचे उतारा

 

शासन ने आदेश दिए हैं कि मेरठ के हर विकास खंड में उन घरों में शौचालय बनवाए जाएं, जिनमें अभी भी शौचालय नहीं हैं। जिस भी घर में कोई व्यक्ति बेहतर शौचालय बनवाता है, उसकी रील बनाकर इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित की जाए। जिसे ज्यादा लाइक मिलेंगे, उसे पुरस्कार दिया जाएगा। 

 

क्या बोलीं जिला पंचायत राज अधिकारी? 
जिला पंचायत राज अधिकारी रेनू श्रीवास्तव ने बताया कि शासन ने जिले में करीब ढाई लाख शौचालय बनवाने का लक्ष्य दिया है। जिसमें करीब एक लाख 33 हजार शौचालय बन चुके हैं। बाकी शौचालय भी बनवाए जा रहे हैं। शासन ने आदेश दिए हैं कि शौचालय बनवाने में निजी लोगों का भी सहयोग लिया जाए। व्यापारियों, उद्योगपतियों आदि से सहयोग लिया जाए। इसके साथ ही शासन ने शौचालय बनवाने की प्रतियोगिता कराने का भी निर्णय लिया है। 

 

उत्तर प्रदेश पंचायती राज निदेशक अटल कुमार राय के आदेश के अनुसार इस प्रतियोगिता में प्रत्येक विकास खंड से दो शौचालय लिए जाएंगे, जो सबसे अच्छे बने होंगे। उनकी एक रील बनाई जाएगी। जिसे इंटरनेट मीडिया पर वायरल किया जाएगा। जिस रील पर सबसे ज्यादा लाइक और कमेंट आएंगे। उसे प्रतियोगिता का विजेता माना जाएगा। यह काम 14 नवंबर से 10 दिसंबर तक ही करना होगा।

 

कई शौचालयों का होगा रखरखाव
दरअसल, जिले में कई ऐसे शौचालय हैं, जो अभी अधूरे हैं। उन शौचालयों में टाइल्स लगाकर, स्लोगन लिखकर, आधुनिक नल लगाकर सुधार किया जाए। ताकि उन्हें भी प्रतियोगिता में शामिल किया जा सके। प्रतियोगिता में प्रथम और द्वितीय आने वाले शौचालयों को पुरस्कार दिया जाएगा। यह पुरस्कार उन लोगों को दिया जाएगा, जिन्होंने यह शौचालय बनवाया है। अगर प्रधान ने बनवाया है तो उसे मिलेगा और अगर किसी व्यापारी, उद्योगपति ने बनवाया है तो उसे मिलेगा।