मेरठ : यति नरसिंहानंद के बयान का विरोध, मुंडाली गांव में लाठी-डंडों के साथ प्रदर्शन, पुलिस पर पथराव, जुलूस का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल

उत्तर प्रदेश में जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद के पैगंबर मोहम्मद पर विवादित बयान से मचा बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। सोमवार दोपहर मेरठ के मुंडाली गांव में हजारों लोग सड़कों पर उतर आए। युवकों ने लाठी-डंडे लहराते हुए नारेबाजी की। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने उपद्रवियों को खदेड़ा तो जुलूस में शामिल युवकों ने पुलिस पर पथराव कर दिया।
 
ग़ाज़ियाबाद के डासना मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद द्वारा पैगंबर मोहम्मद पर की गई आपत्तिजनक टिप्पणी के विरोध में देशभर में मुस्लिम समाज विरोध प्रदर्शन कर सख्त कार्रवाई की मांग कर रहा है। उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में भी यति नरसिंहानंद के खिलाफ विरोध प्रदर्शन जारी है। इसी कड़ी में सोमवार दोपहर मेरठ के थाना किठौर क्षेत्र में कई हजार लोग सड़कों पर उतर आए। वहीं, हिंदू संगठन ने यति नरसिंहानंद के समर्थन में धरना दिया और जेल से रिहाई की मांग के साथ ही सुरक्षा की मांग की।READ ALSO:-मेरठ : मौलाना गोलीकांड के आरोपी का सरेंडर, पुलिस के एनकाउंटर के खौफ से दिल्ली में किया सरेंडर....

 

 बताया जा रहा है कि इस दौरान कुछ लोगों ने पुलिस पर पथराव भी किया। जिसके बाद पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को खदेड़ दिया। मेरठ के एसपी ग्रामीण राकेश कुमार मिश्रा का कहना है कि अन्य जगहों की तरह मुंडाली में भी जुलूस निकाला जा रहा था। लोग यहां बच्चों को आगे करके जुलूस निकाल रहे थे। माहौल खराब करने की कोशिश की जा रही थी। मौके पर पहुंची पुलिस ने जुलूस निकाल रहे लोगों को खदेड़ा। इस दौरान कुछ शरारती तत्वों ने पुलिसकर्मियों पर पथराव किया, जिसमें पुलिसकर्मी बाल-बाल बचे। पुलिस अब वीडियो से चिन्हित कर जुलूस निकालने वालों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करने की तैयारी कर रही है।। 

 


एसपी ग्रामीण ने बताया कि मेरठ के मुंडाली थाना क्षेत्र के कस्बे में एक धर्म विशेष के लोगों ने सड़कों पर उतरकर कानून व्यवस्था को बिगाड़ने की कोशिश की। ऐसे में ऐसे लोगों को चिन्हित कर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

 

किठौर में जुलूस निकाल रहे लोगों को पुलिस ने खदेड़ा: यति नरसिंहानंद के विवादित बयान को लेकर किठौर में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने बड़ा जुलूस निकाला। इस जुलूस में बच्चे भी शामिल हुए। मुस्लिम समुदाय के लोग नारेबाजी करते हुए सभा स्थल पर एकत्र हुए। जिसमें सभी मुस्लिमों के हाथों में तिरंगा झंडा और होठों पर नबी की शान का नारा था। बैठक में निर्णय लिया गया कि यदि नरसिंहानंद गिरि को सजा नहीं मिली तो मुस्लिम समुदाय अपना आक्रोश दिखाएगा और बड़े स्तर पर प्रदर्शन किया जाएगा।

 


यति नरसिंहानंद के समर्थन में हिंदू संगठन ने किया प्रदर्शन, जेड सुरक्षा की मांग की
वहीं, यति नरसिंहानंद सरस्वती की सुरक्षा को लेकर हिंदू संगठन के लोगों ने एसएसपी का घेराव किया। हिंदू संगठन के नेताओं और पदाधिकारियों ने यति नरसिंहानंद को जेड सुरक्षा देने और जेल से रिहा करने की मांग की। हिंदू नेता सचिन सिरोही ने बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं के साथ एसएसपी कार्यालय पर नारेबाजी की। 

 

हिंदू नेता सचिन सिरोही ने कहा कि देश में कट्टरपंथियों का माहौल बढ़ रहा है। एक विशेष समुदाय के लोग लगातार साधु-संतों को निशाना बना रहे हैं। कई दिनों से यति नरसिंहानंद सरस्वती महाराज के खिलाफ जो जहर उगला जा रहा है, उसे हम बर्दाश्त नहीं करेंगे। यति नरसिंहानंद सरस्वती महाराज हिंदू धर्म के महान संतों में से एक हैं। 

 

उन्होंने किसी भी धर्म को लेकर कोई कट्टरपंथी विवादित बयान नहीं दिया है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से यति नरसिंहानंद सरस्वती महाराज को निशाना बनाया जा रहा है, उससे साफ पता चलता है कि आज हमारे ही देश में हिंदुओं की क्या स्थिति है। सचिन सिरोही ने कहा कि यति नरसिंहानंद सरस्वती महाराज ने मोहम्मद पर कोई टिप्पणी नहीं की बल्कि वह कोई और व्यक्ति थे। 

 

यति नरसिंहानंद सरस्वती महाराज ने मासूम के साथ दुष्कर्म करने वाले के खिलाफ कहा था कि ऐसे लोगों को समाज में रहने का कोई अधिकार नहीं है। हिंदुओं को डर है कि महाराज पर जानलेवा हमला भी किया जा सकता है। इसलिए महाराज को जल्द से जल्द जेड सुरक्षा प्रदान की जानी चाहिए।
जूना अखाड़े ने यति नरसिंहानंद की मदद करने का किया ऐलान
इस बीच जूना अखाड़े के संरक्षक महंत हरि गिरि ने महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद का समर्थन करने का ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि वे महामंडलेश्वर के साथ खड़े हैं, लेकिन महंत हरि गिरि ने उनके बयान का समर्थन या विरोध करने से इनकार कर दिया है। महंत हरि गिरि ने कहा कि जरूरत पड़ने पर अखाड़े की ओर से यति नरसिंहानंद को कानूनी मदद भी दी जाएगी। 

 

महंत हरि गिरि का कहना है कि अगर राजनेता और कई अन्य लोग सनातन धर्म के बारे में अपमानजनक टिप्पणी करते रहते हैं तो उन सभी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई क्यों नहीं की जाती। सरकार को हिंदू धर्म की आस्था को ठेस पहुंचाने वाले ऐसे बयान देने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि संत-महात्मा ही नहीं राजनेता भी तरह-तरह के विवादित और अपमानजनक बयान देकर सुर्खियों में बने रहते हैं, इसलिए उनके खिलाफ भी कार्रवाई होनी चाहिए।