मेरठ : सपा के पूर्व मंत्री मुकेश सिद्धार्थ पर NSA की कार्रवाई, दी थी BJP के ऊर्जा मंत्री को जिंदा जलाने की धमकी
मेरठ में भारतीय जनता पार्टी केऊर्जा राज्यमंत्री डॉ. सोमेंद्र तोमर को जिंदा जलाने का बयान देने वाले समाजवादी पार्टी नेता की मुश्किलें बढ़ेंगी। प्रशासन ने सपा नेता मुकेश सिद्धार्थ पर NSA लगाया। उधर, अनुसूचित जाति के लोगों ने फिर से महापंचायत का ऐलान किया है।
Jan 16, 2024, 16:36 IST
मेरठ में नगर निगम बोर्ड बैठक में पार्षदों की पिटाई के मामले में बुलाई गई दलितों की महापंचायत के दौरान समाजवादी पार्टी के पूर्व मंत्री ने भारतीय जनता पार्टी के ऊर्जा मंत्री को जिंदा जलाने की धमकी दी थी। बयान का वीडियो वायरल होने के बाद सिविल लाइंस थाना पुलिस ने पूर्व मंत्री के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उन्हें दिल्ली से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। पूर्व मंत्री फिलहाल जेल में हैं। डीएम ने पूर्व मंत्री पर रासुका का आदेश जारी किया है। पूर्व मंत्री को अभी जेल में ही रहना होगा। READ ALSO:-श्रीकृष्ण जन्मभूमि-शाही ईदगाह सर्वे पर सुप्रीम कोर्ट की रोक; हाईकोर्ट ने सर्वे का दिया था आदेश
छह जनवरी को नगर निगम में अनुसूचित जाति के पार्षदों से मारपीट के मामले में भाजपा नेताओं के खिलाफ कलक्ट्रेट में प्रदर्शन किया गया। इसमें मुकेश सिद्धार्थ ने ऊर्जा राज्य मंत्री को लेकर विवादित बयान दिया था। इस मामले में सिविल लाइंस पुलिस ने अपनी ओर से मुकेश सिद्धार्थ के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया था।
इसके बाद मुकेश को पुलिस ने 7 जनवरी को दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया। कोर्ट के आदेश पर उसे जेल भेज दिया गया। उनसे मिलाई को लेकर जेल के बाहर लोगों ने हंगामा भी किया था। प्रशासन मुकेश पर रासुका लगाने की तैयारी कर रहा था और इस संबंध में कानूनी राय ली जा रही थी।
वहीं, रासुका लगाने की तैयारी की जानकारी पर अनुसूचित जाति के लोग शनिवार को जिलाधिकारी से मिले और उन्होंने प्रशासन पर इस मामले में एकतरफा कार्रवाई का आरोप लगाया। यह भी दावा किया गया कि अगर मुकेश सिद्धार्थ के खिलाफ रासुका के तहत कार्रवाई की गई तो अनुसूचित जाति के लोग फिर से महापंचायत का ऐलान करेंगे। अब प्रशासन ने रासुका की कार्रवाई को मंजूरी दे दी है।
एसएसपी ने कहा कि आरोपी मुकेश सिद्धार्थ के द्वारा भारतीय जनता पार्टी के ऊर्जा मंत्री को जिंदा जलाने की धमकी देने वाले बयान से जिले में कानून व्यवस्था की स्थिति खराब हो सकती थी। इसके चलते मुकेश सिद्धार्थ पर रासुका लगाने की कार्रवाई की गई है।