मेरठ : JE की बेटी के अपहरणकर्ताओं का एनकाउंटर, पुलिस से मुठभेड़ में 2 को लगी गोली; नौकरी से निकाले जाने पर ड्राइवर ने रची थी साजिश

जल निगम के कर्मचारी और जेई के पूर्व ड्राइवर ने मिलकर अपहरण की योजना बनाई थी। पुलिस मुठभेड़ में दो बदमाशों को गोली लगी और तीसरा बदमाश कॉम्बिंग के दौरान गिरफ्तार हुआ। पूर्व ड्राइवर को एक साल पहले 50 हजार रुपये चोरी के आरोप में नौकरी से निकाल दिया गया था।
 
मेरठ में जल निगम के जूनियर इंजीनियर (जेई) की बेटी का अपहरण करने वाले 3 बदमाशों को पुलिस ने मुठभेड़ के बाद पकड़ लिया। 2 के पैर में गोली लगी है। जेई के पुराने ड्राइवर ने ही रची थी साजिश। पुलिस ने घटना के 6 घंटे बाद ही मामले का खुलासा कर दिया है।READ ALSO:- UP : फिल्मों में काम दिलवाने के नाम पर हैवानियत, इंस्टाग्राम दोस्त से गैंगरेप, चलती कार में अंजाम दी वारदात

 

जल निगम के जूनियर इंजीनियर महबूब से मोटी रकम ऐंठने के लिए बेटी मायशा का अपहरण किया गया था। जेई के पूर्व ड्राइवर आकाश ने अपने साले अजय और दोस्त राजू के साथ मिलकर अपहरण की योजना बनाई थी। राजू जल निगम में जेई की कार का ड्राइवर भी है। 

 

लड़की को छोड़ने के बाद तीनों आरोपी देर रात नौचंदी ग्राउंड में छिपे थे। मुखबिर की सूचना पर तीनों को घेर लिया गया, जवाबी फायरिंग में आकाश और राजू के पैर में गोली लग गई। दोनों को घायल अवस्था में अस्पताल में भर्ती कराया गया, जबकि अजय को भी गिरफ्तार कर लिया गया।  
चोरी के बाद उसे नौकरी से निकाल दिया गया था एसएसपी डॉ. विपिन ताडा ने बताया कि प्रवेश विहार टी प्वाइंट निवासी आकाश पिछले कई दिनों से जेई महबूब के घर पर कार ड्राइवर था। एक साल पहले आकाश ने घर से 50 हजार रुपये चोरी किए थे। फिर उसे नौकरी से निकाल दिया गया। 
महबूब की कार का ड्राइवर रहते हुए आकाश की दोस्ती जागृति विहार सेक्टर 10 निवासी जल निगम वाहन के ड्राइवर राजू से हो गई। आकाश और राजू ने मिलकर जेई महबूब से करोड़ों रुपये की रंगदारी वसूलने की योजना बनाई। उस प्लानिंग में आकाश ने परतापुर निवासी अपने साले अजय को भी शामिल किया।

 

सोमवार को राजू महबूब की कार चला रहा था। राजू ने आकाश को सूचना दी और पूरी जानकारी दी। फिर आकाश अपने साले अजय के साथ महबूब के घर के बाहर खड़ा हो गया। उन्होंने वहीं से लड़की को अगवा कर लिया। राजू उन्हें पुलिस कार्रवाई की जानकारी दे रहा था। पुलिस कार्रवाई तेज होने पर राजू ने कहा कि वह लड़की को छोड़ देगा। फिर दोनों आरोपी लड़की को घर के बाहर छोड़कर कार से भाग गए। इसके बाद राजू भी ड्यूटी से घर आ गया। फिर पुलिस के डर से तीनों नौचंदी ग्राउंड में छिप गए। 

 

एसपी सिटी आयुष विक्रम ने बताया कि मुखबिर की सूचना के आधार पर बदमाशों की घेराबंदी की गई। बदमाशों ने पुलिस पर फायरिंग कर दी। जवाबी फायरिंग में आकाश और राजू के पैर में गोली लग गई, जबकि अजय को कॉम्बिंग के दौरान गिरफ्तार कर लिया गया।