मेरठ: जवाहर नेत्र चिकित्सालय के स्टाफ को वीडियो कॉल पर न्यूड वीडियो दिखाकर साइबर ठगी, CBI के नाम पर मांगे पैसे....

उत्तर प्रदेश के मेरठ में जवाहर नेत्र चिकित्सालय के एक कर्मचारी के साथ साइबर ठगी का मामला सामने आया है। यहां काम करने वाले प्रद्युम्न जैन को साइबर जालसाजों ने उसका न्यूड वीडियो वायरल करने की धमकी देकर 21,500 रुपये ठग लिए। जालसाजों ने खुद को यूट्यूब का कर्मचारी बताकर उसका गंदा वीडियो अपलोड करने की धमकी दी। जालसाजों ने खुद को सोशल मीडिया, यूट्यूब और सीबीआई का अधिकारी बताकर कर्मचारी पर दबाव बनाया।
 
साइबर जालसाजों ने जवाहर नेत्र चिकित्सालय के एक कर्मचारी का न्यूड वीडियो वायरल करने की धमकी देकर 21,500 रुपये ठग लिए। जालसाजों ने खुद को सोशल मीडिया, यूट्यूब और सीबीआई का अधिकारी बताकर कर्मचारी पर दबाव बनाया था। बदनामी के डर से कर्मचारी ने जालसाजों को पैसे दे दिए। इसके बाद जालसाजों ने दूसरी बार पैसे मांगे तो एसएसपी कार्यालय में पुलिस से शिकायत की गई।READ ALSO:- मेरठ : सिरफिरा आशिक बोला 'अगर इस चौखट पर बारात आई तो 'सबसे पहले उसे मारूंगा जिसके सिर पर सेहरा होगा', पुलिस ने किया गिरफ्तार

 

बागपत रोड स्थित महावीर नगर निवासी प्रद्युम्न जैन के मुताबिक 9-10 अक्तूबर की रात करीब 12 बजे उनके पास वीडियो कॉल आई। वीडियो कॉल आने पर वह करीब 20 सेकेंड तक कॉल पर रहे। इसी बीच अज्ञात महिला कॉलर ने वीडियो कॉल पर अपने कपड़े उतार दिए। कुछ ही देर में उन्होंने वीडियो कॉल काट दी। 

 

इसके बाद 10 अक्तूबर की सुबह यूट्यूब के नाम पर दिल्ली साकेत कार्यालय से कॉल आई। कॉल करने वाले ने कहा कि आपका गलत वीडियो अपलोड हो रहा है। करीब 65 फीसदी वीडियो अपलोड हो चुका है, जो अब वायरल हो जाएगा। अगर आप इस वीडियो को अपलोड होने से रोकना चाहते हैं तो हमारी फीस दीजिए, हम आपको बचा लेंगे और आपके खिलाफ कोई केस भी दर्ज नहीं होगा। इसके बदले में उसने 21,500 रुपये मांगे। बदनामी के डर से कर्मचारी ने 21,500 रुपये उधार लेकर कॉलर के बताए खाते में ट्रांसफर कर दिए। 

 

इसके बाद अगले दिन फिर कॉल आई। कॉलर ने कहा कि वह सीबीआई से बोल रहा है। आपका गंदा वीडियो अपलोड होने वाला है। इसे रोकने के लिए आपको 41,500 रुपये देने होंगे। इस पर प्रद्युम्न ने कॉलर से कहा कि पैसों का इंतजाम करके दे दीजिए। इसके बाद लगातार कॉल आती रहीं और जालसाज पैसे मांगते रहे। इसके बाद प्रद्युम्न ने एसएसपी डॉ. विपिन ताडा से बात की। इसके बाद जांच साइबर टीम को दे दी गई है।