मेरठ : करोड़ों की संपत्ति हड़पने के लिए बेटा अपनी मरती हुई मां को एंबुलेंस में लेकर रजिस्ट्रार ऑफिस पहुंचा, बड़े भाई का हंगामा
मेरठ में इंसानियत को शर्मसार कर देने वाला मामला सामने आया है, जहां एक बेटा अपनी मां को अस्पताल ले जाने के बहाने रजिस्ट्री ऑफिस ले आया।
Nov 24, 2024, 00:00 IST
उत्तर प्रदेश के मेरठ में इंसानियत को शर्मसार कर देने वाली घटना सामने आई है। यहां बेटा मौत के कगार पर पहुंच चुकी मां को इलाज कराने के लिए एंबुलेंस में ले जाने की बजाय उसकी संपत्ति हड़पने के लिए रजिस्ट्रार ऑफिस पहुंच गया। मां ऑक्सीजन सिलेंडर पर मरणासन्न हालत में थी, लेकिन बेरहम बेटा संपत्ति हड़पना चाहता था। READ ALSO:-UP : उपचुनाव में सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग हुआ, MP चंद्रशेखर ने कहा- भाजपा ने लूट मचाई, जश्न मनाना चाहिए, लेकिन यह उनकी हार है
मेरठ में इंसानियत को शर्मसार कर देने वाली घटना सामने आई है। मां जिंदगी और मौत के बीच जूझ रही थी। बेटा उसे अस्पताल ले जाने के बहाने घर से एंबुलेंस में लेकर मां के नाम पर मौजूद संपत्ति हड़पने के लिए रजिस्ट्रार ऑफिस पहुंच गया। अगर थोड़ी देर और हो जाती तो वह अपने इरादे में कामयाब हो जाता।
किसी तरह यह जानकारी बीमार मां के दूसरे बेटे और बेटी तक पहुंच गई। आनन-फानन में वह अपने परिवार के साथ रजिस्ट्रार ऑफिस पहुंचे। बड़ा बेटा जब रजिस्ट्रार ऑफिस पहुंचा तो छोटा बेटा मां के नाम से संपत्ति अपने नाम कराने की प्रक्रिया करवा रहा था। मौके पर पहुंचते ही बड़े बेटे ने अपने परिजनों के साथ हंगामा करना शुरू कर दिया। जब लोगों को पता चला कि लालची बेटा अपनी मां को अस्पताल ले जाने के बहाने रजिस्ट्री ऑफिस लेकर आया है और बेटे ने मां के नाम की संपत्ति अपने नाम कराने के कागजात तैयार कर लिए हैं तो विभाग के अधिकारी भी सतर्क हो गए।
दरअसल, 74 वर्षीय बीमार चंद्रप्रभा ब्रह्मपुरी थाना क्षेत्र के इंदिरा नगर में रहती हैं। उनके पति अशोक गर्ग की मौत हो चुकी है। बड़ा बेटा राजीव गर्ग सीए है और छोटा बेटा संजीव गर्ग बिजनेस करता है। अशोक गर्ग की करीब डेढ़ साल पहले बीमारी के चलते मौत हो गई थी। मौत से पहले उन्होंने अपनी संपत्ति पत्नी चंद्रप्रभा के नाम कर दी थी। चंद्रप्रभा को कैंसर है। वह काफी समय से बीमार हैं। वह चल नहीं सकती हैं और बेड रेस्ट पर हैं।
चंद्रप्रभा का छोटा बेटा संजीव गर्ग अपनी बीमार मां को अस्पताल ले जाने के बहाने घर से निकला था। वह उन्हें एंबुलेंस में लेकर रजिस्ट्री ऑफिस पहुंचा। तभी उनकी दोनों बहनों ने राजीव गर्ग को मामले की जानकारी दी। जिसके बाद राजीव गर्ग अपनी पत्नी के साथ रजिस्ट्री ऑफिस पहुंचे और हंगामा किया।
इस दौरान आरोपी संजीव अपनी मां को एंबुलेंस में लेकर भाग गया। अब रजिस्ट्रार ने इस मामले का संज्ञान लिया है और फिलहाल किसी भी तरह की रजिस्ट्री से इनकार कर दिया है। वहीं, इस हरकत के लिए छोटे बेटे की हर तरफ आलोचना हो रही है। अब बड़े बेटे ने कहा है कि वह मामले की शिकायत सिविल लाइंस थाने में करेगा।