मेरठ : हिंदू परिवार ने मकान दूसरे समुदाय को बेचा, आसपास के हिंदू परिवारों ने 'मकान बिकाऊ है' के लगाए पोस्टर, पलायन का किया ऐलान
उत्तर प्रदेश के मेरठ के शास्त्री नगर में एक हिंदू परिवार द्वारा मुस्लिम परिवार को मकान बेचना उस समय महंगा पड़ गया जब हिंदू परिवार ने पूरे इलाके में मकान बिकाऊ है के पोस्टर चिपका दिए और कॉलोनी से पलायन का ऐलान कर दिया। सूचना मिलते ही थाने में हड़कंप मच गया।
Updated: Aug 14, 2024, 20:12 IST
उत्तर प्रदेश के मेरठ के शास्त्री नगर में एक महिला द्वारा अपना मकान मुस्लिम परिवार को बेचने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। महिला द्वारा मकान बेचे जाने के बाद आसपास के मकान मालिकों ने भी अपने मकानों पर मकान बिकाऊ है के पोस्टर लगा दिए हैं। साथ ही उन्होंने कॉलोनी से पलायन करने का ऐलान भी कर दिया है। घटना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने लोगों को समझाकर मकान बिकाऊ है के पोस्टर हटवा दिए हैं। मुस्लिम परिवार को मकान बेचने वाली महिला को भी समझाया गया। मेरठ-पौड़ी हाईवे पर टोल मांगने पर तोड़फोड़ और फायरिंग, 5 गाड़ियों से आए बदमाशों ने कर्मियों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा; एक गाड़ी पर था विधानसभा पास
नौचंदी थाना क्षेत्र के शास्त्री नगर एल ब्लॉक निवासी लक्ष्मी शर्मा दो साल पहले अपने परिवार के साथ दिल्ली शिफ्ट हो गई थीं। हाल ही में लक्ष्मी शर्मा ने अपना एल-2 मकान मुस्लिम परिवार को 35 लाख में बेचा है।
मकान देखने आया था परिवार
रविवार को जब मुस्लिम परिवार मकान देखने आया तो आसपास के लोगों को मामले की जानकारी हुई। तब उक्त कॉलोनी के लोगों ने हंगामा किया। मौके पर पहुंची पुलिस ने क्षेत्र के लोगों को आश्वासन दिया कि वह किसी भी हालत में मुस्लिम परिवार को मकान नहीं खरीदने देंगे। पुलिस ने सोमवार तक कोई कार्रवाई नहीं की। इसके बाद बड़ी संख्या में हिंदू परिवारों ने अपने घरों के बाहर 'बिकाऊ' के पोस्टर चिपका दिए और पलायन की घोषणा कर दी। मामले की जानकारी मिलने पर सीओ सिविल लाइंस अभिषेक तिवारी मौके पर पहुंचे। उन्होंने लोगों को समझाया और पोस्टर हटवाए।
रविवार को जब मुस्लिम परिवार मकान देखने आया तो आसपास के लोगों को मामले की जानकारी हुई। तब उक्त कॉलोनी के लोगों ने हंगामा किया। मौके पर पहुंची पुलिस ने क्षेत्र के लोगों को आश्वासन दिया कि वह किसी भी हालत में मुस्लिम परिवार को मकान नहीं खरीदने देंगे। पुलिस ने सोमवार तक कोई कार्रवाई नहीं की। इसके बाद बड़ी संख्या में हिंदू परिवारों ने अपने घरों के बाहर 'बिकाऊ' के पोस्टर चिपका दिए और पलायन की घोषणा कर दी। मामले की जानकारी मिलने पर सीओ सिविल लाइंस अभिषेक तिवारी मौके पर पहुंचे। उन्होंने लोगों को समझाया और पोस्टर हटवाए।
मोदीपाड़ा में मुस्लिमों द्वारा मकान खरीदने पर भाजपा नेताओं ने थाने में किया हंगामा
मुस्लिम समुदाय के लोगों को मकान बेचे जाने पर भाजपा नेता ने स्थानीय लोगों के साथ थाने में हंगामा किया। आरोप है कि दूसरे समुदाय के लोग साजिश के तहत हिंदू बहुल इलाकों में मकान खरीद रहे हैं, जिससे शहर में सांप्रदायिक दंगे भड़क सकते हैं। उन्होंने थाना प्रभारी को ज्ञापन सौंपकर मकान की बिक्री का बैनामा निरस्त करने की मांग की। पुलिस ने कार्रवाई का आश्वासन देकर उन्हें शांत कराया।
मुस्लिम समुदाय के लोगों को मकान बेचे जाने पर भाजपा नेता ने स्थानीय लोगों के साथ थाने में हंगामा किया। आरोप है कि दूसरे समुदाय के लोग साजिश के तहत हिंदू बहुल इलाकों में मकान खरीद रहे हैं, जिससे शहर में सांप्रदायिक दंगे भड़क सकते हैं। उन्होंने थाना प्रभारी को ज्ञापन सौंपकर मकान की बिक्री का बैनामा निरस्त करने की मांग की। पुलिस ने कार्रवाई का आश्वासन देकर उन्हें शांत कराया।
थाने पहुंचे और लगाए आरोप
मोरीपाड़ा के शुक्ला का चौक में राधेश्याम गौड़ और रजनीश शर्मा द्वारा दूसरे समुदाय के व्यक्ति को मकान बेचे जाने के विरोध में भाजपा नेता कमल दत्त शर्मा के साथ बड़ी संख्या में मोहल्ले के लोग थाने पहुंचे। लोगों ने बताया कि मोरीपाड़ा बहुत पुराना और हिंदू बहुल इलाका है, हाल ही में मुस्लिम समुदाय के लोग इस मोहल्ले का अस्तित्व मिटाने की साजिश कर रहे हैं।
मोरीपाड़ा के शुक्ला का चौक में राधेश्याम गौड़ और रजनीश शर्मा द्वारा दूसरे समुदाय के व्यक्ति को मकान बेचे जाने के विरोध में भाजपा नेता कमल दत्त शर्मा के साथ बड़ी संख्या में मोहल्ले के लोग थाने पहुंचे। लोगों ने बताया कि मोरीपाड़ा बहुत पुराना और हिंदू बहुल इलाका है, हाल ही में मुस्लिम समुदाय के लोग इस मोहल्ले का अस्तित्व मिटाने की साजिश कर रहे हैं।
आरोप है कि शहर के करीब 20-25 हिंदू बहुल इलाकों में मुस्लिम समुदाय के लोग मकान खरीदकर खाली करवा रहे हैं। पिछले कुछ सालों में मुस्लिमों ने एक हजार से ज्यादा मकान खरीदे हैं, जिसकी वजह से यहां के मंदिरों और धर्मशालाओं पर ताले लग गए हैं। मेरठ शहर में पुराना हिंदू इलाका खत्म होता जा रहा है। ये लोग पहले मोहल्ले में घुसने वाली गलियों में दोगुने दामों पर मकान खरीदते हैं। फिर कुछ समय बाद धीरे-धीरे अंदर की तरफ मकान खरीदे जा रहे हैं।
सर्किल रेट कम है गलियों और सड़कों की चौड़ाई कम होने की वजह से यहां सर्किल रेट बहुत कम है। सर्किल रेट के हिसाब से स्टांप पेपर और मकान की कीमत कम है। बाकी रकम उन्हें नकद दी जाती है। हिंदुओं को लालच देकर साजिश के तहत मकान खरीदे जा रहे हैं। आरोप है कि कुछ संगठन भी इसकी फंडिंग कर रहे हैं।