मेरठ : मेट्रो का पहला लुक सामने आया, अधिकतम स्पीड 135 KM, पुश बटन से खुलेगा दरवाजा...स्ट्रेचर की सुविधा; 700 लोग करेंगे सफर
मेरठ मेट्रो ट्रेन का आधुनिक लुक आज सबके सामने आया। गाजियाबाद के दुहाई स्टेशन पर उद्घाटन समारोह आयोजित किया गया। लोगों को मेट्रो के लुक और खूबियों से परिचित कराया गया।
Sep 8, 2024, 00:00 IST
आने वाले समय में दिल्ली और आसपास के इलाकों में परिवहन व्यवस्था और भी बेहतर होगी। रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (RRTS) और दिल्ली मेट्रो को जोड़ने की योजना पर तेजी से काम चल रहा है। इसी को आगे बढ़ाते हुए अब मेरठ मेट्रो और आरआरटीएस (RRTS) को जोड़ने की परियोजना पर काम चल रहा है। READ ALSO:-ऐ मेरी जोहरा जबीं...बाथरोब में लड़कियों का सेक्सी डांस, यूजर्स बोले-ये कैसा नशा है? देखें वूमेन डांस का ये वायरल वीडियो
आरआरटीएस (RRTS) और मेरठ मेट्रो के लिए शनिवार का दिन काफी अहम रहा। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (NCRTC) के एमडी शलभ गोयल ने 7 सितंबर को आरआरटीएस (RRTS) के दुहाई डिपो में मेरठ मेट्रो ट्रेन का अनावरण किया और इसकी पहली झलक जारी की। इस ट्रेन का निर्माण मेक इन इंडिया के तहत किया गया है। 700 से ज्यादा यात्रियों को ले जाने में सक्षम मेरठ मेट्रो ट्रेन में कई आधुनिक फीचर्स जोड़े गए हैं। मेरठ मेट्रो और आरआरटीएस (RRTS) को 4 स्टेशनों पर आपस में जोड़ने की योजना है।
अधिकारियों ने बताया कि मेरठ मेट्रो की एक ट्रेन में एक बार में 700 से अधिक यात्री सफर कर सकेंगे, जबकि 173 लोगों के बैठने की जगह होगी। यात्रियों की सुरक्षा और भीड़ प्रबंधन को ध्यान में रखते हुए मेट्रो स्टेशन पर प्लेटफॉर्म स्क्रीन डोर (PSD) लगाए जाएंगे। एनसीआरटीसी (NCRTC) के एमडी शलभ गोयल ने बताया कि मेरठ मेट्रो शुरू होने के बाद परिवहन व्यवस्था में काफी सुधार आएगा और लोगों को राहत मिलेगी। उन्होंने कहा कि ट्रैफिक जाम से निजात मिलने के साथ ही आम लोग अपेक्षाकृत कम समय में अपने गंतव्य तक पहुंच सकेंगे।
अधिकतम 135 किलोमीटर की रफ्तार
हवा से बातें करेगी मेरठ मेट्रो ट्रेन। अधिकारियों ने बताया कि गुजरात के सावली में मेरठ मेट्रो के लिए ट्रेनों का उत्पादन किया जा रहा है। अब तक 5 ट्रेन सेट डिलीवर हो चुके हैं। अधिकारियों ने आगे बताया कि मेरठ मेट्रो ट्रेन की अधिकतम रफ्तार 135 किलोमीटर प्रति घंटा होगी, जबकि इसकी ऑपरेशनल स्पीड 120 किलोमीटर प्रति घंटा होगी। इसका मतलब है कि मेरठ मेट्रो ट्रेन 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलेगी। स्टेनलेस स्टील से बनी यह ट्रेन ऑटोमेटिक ट्रेन प्रोटेक्शन (ATP) और ऑटोमेटिक ट्रेन ऑपरेशन (ATO) सिस्टम से लैस है। इसके अलावा ट्रेन में अन्य आधुनिक सुविधाएं भी जोड़ी गई हैं।
हवा से बातें करेगी मेरठ मेट्रो ट्रेन। अधिकारियों ने बताया कि गुजरात के सावली में मेरठ मेट्रो के लिए ट्रेनों का उत्पादन किया जा रहा है। अब तक 5 ट्रेन सेट डिलीवर हो चुके हैं। अधिकारियों ने आगे बताया कि मेरठ मेट्रो ट्रेन की अधिकतम रफ्तार 135 किलोमीटर प्रति घंटा होगी, जबकि इसकी ऑपरेशनल स्पीड 120 किलोमीटर प्रति घंटा होगी। इसका मतलब है कि मेरठ मेट्रो ट्रेन 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलेगी। स्टेनलेस स्टील से बनी यह ट्रेन ऑटोमेटिक ट्रेन प्रोटेक्शन (ATP) और ऑटोमेटिक ट्रेन ऑपरेशन (ATO) सिस्टम से लैस है। इसके अलावा ट्रेन में अन्य आधुनिक सुविधाएं भी जोड़ी गई हैं।
मेरठ मेट्रो के 4 स्टेशन (RRTS) से जुड़ेंगे
मेरठ मेट्रो रेल परियोजना के तहत 23 किलोमीटर की दूरी तय करने के लिए कुल 13 स्टेशन बनाए जाएंगे। इनमें से 18 किलोमीटर एलिवेटेड (Above The Ground) और 5 किलोमीटर का हिस्सा भूमिगत होगा। 13 में से 9 स्टेशन एलिवेटेड सेक्शन पर और 4 भूमिगत होंगे। 23 किलोमीटर की दूरी 30 मिनट में तय की जाएगी। मेरठ मेट्रो का भूमिगत काम लगभग पूरा हो चुका है। अधिकारियों ने बताया कि मेरठ मेट्रो के 4 स्टेशन सीधे आरआरटीएस (RRTS) से जुड़ेंगे। इन स्टेशनों से यात्री दिल्ली आने के लिए नमो ट्रेन में सवार हो सकेंगे।
मेरठ मेट्रो रेल परियोजना के तहत 23 किलोमीटर की दूरी तय करने के लिए कुल 13 स्टेशन बनाए जाएंगे। इनमें से 18 किलोमीटर एलिवेटेड (Above The Ground) और 5 किलोमीटर का हिस्सा भूमिगत होगा। 13 में से 9 स्टेशन एलिवेटेड सेक्शन पर और 4 भूमिगत होंगे। 23 किलोमीटर की दूरी 30 मिनट में तय की जाएगी। मेरठ मेट्रो का भूमिगत काम लगभग पूरा हो चुका है। अधिकारियों ने बताया कि मेरठ मेट्रो के 4 स्टेशन सीधे आरआरटीएस (RRTS) से जुड़ेंगे। इन स्टेशनों से यात्री दिल्ली आने के लिए नमो ट्रेन में सवार हो सकेंगे।