मेरठ: भ्रूण लिंग जांच सेंटर का भंडाफोड़, रोहतक की टीम ने 12 हजार रुपये देकर भेजा नकली ग्राहक

हरियाणा और मेरठ की स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गुरुवार को मेरठ में अल्ट्रासाउंड सेंटर पर छापा मारकर भ्रूण लिंग जांच के गोरख धंधे का भंडाफोड़ किया है। 
 
मेरठ में लिंग परीक्षण का बड़ा मामला सामने आया है। ईव्स चौराहे पर स्थित प्रखर अल्ट्रासाउंड सेंटर में महिला डॉक्टर को लिंग परीक्षण करते हुए मौके पर ही पुलिस ने पकड़ लिया। जब पुलिस ने केंद्र पर छापा मारा तो डॉक्टर अवैध रूप से भ्रूण लिंग परीक्षण करता पाया गया। वहीं इस पूरे मामले में सेंटर की 2 महिला रिसेप्शनिस्ट भी शामिल हैं। सिविल लाइन थाना पुलिस ने मौके से तीनों लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। मामले की और जांच की जा रही है। रोहतक, सोनीपत और मेरठ की PNDT टीमों ने संयुक्त रूप से पूरे ऑपरेशन को अंजाम दिया।Read also:-लिव इन पार्टनर की बेरहमी से की हत्या, कटर से लाश के किये कई टुकड़े, कुकर में पकाकर कुत्तों को खिलाया, लेकिन ऐसे खुल गया राज

 

सोनीपत से आए नोडल अधिकारी ने बताया कि उनके पास काफी दिनों से इनपुट था कि मेरठ के प्रखर अल्ट्रासाउंड सेंटर में भ्रूण लिंग परीक्षण किया जा रहा है। कानून के अनुसार जो अवैध है वह अपराध है। इनपुट पर इस ऑपरेशन की योजना बनाई। जिसमें एक महिला को ग्राहक बनाया गया। लेडी सेंटर के दलाल सुरेंद्र से मुलाकात की। दलाल सुरेंद्र ने भ्रूण लिंग जांच के नाम पर 12 हजार रुपए फीस बताया।  दलाल ग्राहक को लेकर गुरुवार सुबह साढ़े नौ बजे यहां अल्ट्रासाउंड सेंटर पहुंचा। जहां डॉ. मनीषा रस्तोगी ने महिला के गर्भ में पल रहे बच्चे का लिंग परीक्षण किया और उसे लड़का होना बताया। इसलिए हमारी टीमों ने प्रीप्लानिंग के तहत यहां छापेमारी की। डॉक्टर मनीषा, दलाल सुरेंद्र और दो महिला रिसेप्शनिस्ट को पकड़ा गया है। उनके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।

 

सोनीपत, रोहतक से आई टीमों ने बताया कि उन्होंने पहले भी इस केंद्र पर छापा मारा था, लेकिन सूचना कहीं से लीक हो गई। इसलिए सफलता नहीं मिली। केंद्र के खिलाफ लगातार शिकायतें आ रही थीं। दोबारा प्लानिंग के साथ छापेमारी की गई है।

 

सिटी मजिस्ट्रेट राहुल विश्वकर्मा ने बताया कि ईव्स चौराहे पर प्रखर अल्ट्रासाउंड सेंटर है। उनसे भ्रूण लिंग परीक्षण की जानकारी प्राप्त की गई। सूचना पर जब टीम यहां पहुंची तो एक महिला डॉक्टर और दो महिला रिसेप्शनिस्ट भ्रूण लिंग परीक्षण करती मिलीं। उनके खिलाफ कार्रवाई की तैयारी की जा रही है। सुबह 9.30 बजे टीम के साथ यहां पहुंचे। जिसमें महिला डॉक्टर, रिसेप्शनिस्ट पूरे ऑपरेशन में शामिल पाई गई हैं।

 

PNDT मेरठ के नोडल अधिकारी ने बताया कि पहले भी हमने यहां छापेमारी की है। हरियाणा की टीमों के साथ भी छापेमारी की गई है। कई दिनों से मुखबिरों से लिंग परीक्षण की जानकारी नहीं मिल रही थी। पता चला तो मेरठ में नहीं बल्कि आसपास के जिलों में लिंग परीक्षण हो रहा है। हमारी टीम 37 लोगों को पहले ही जेल में डाल चुकी है। आज की छापेमारी के बाद मुखबिरों को और सक्रिय किया जाएगा।

 

यह खेल काफी दिनों से चल रहा था। पहले भी एक बार यहां छापेमारी करने आए थे, लेकिन हमारी सूचना कहीं से लीक हो गई और कोई कार्रवाई नहीं हो सकी। इसलिए आज फिर यहां छापेमारी के लिए आए हैं। PNDT एक्ट सिर्फ लड़का-लड़की का बैलेंस बनाए रखने के लिए बनाया गया है। यहां लंबे समय से लिंग परीक्षण का काम चल रहा था। लेकिन ये लोग पकड़ में नहीं आ रहे थे।

 

25 साल से चल रहा अल्ट्रासाउंड सेंटर
उधर, डॉ. मनीषा रस्तोगी के पति ने बताया कि पहले डमी पेशेंट आता है, डॉक्टर उसका लिंग परीक्षण करने से मना कर देती हैं। मुझे अंदर नहीं जाने दिया जा रहा है। मैं किसी से बात नहीं कर सकता। यह अल्ट्रासाउंड सेंटर पिछले 25 साल से चल रहा है।