मेरठ: 30 घंटे बाद शुरू हुआ सिटी बसों का संचालन; हड़ताल हुई खत्म 

मेरठ में आमतौर पर सुबह छह बजे से ही सिटी बसों का परिचालन शुरू हो जाया करता है।  सुबह 10.30 बजे सर्विस मैनेजर लोकेश राजपूत और एआरएम मुकेश अग्रवाल वार्ता के लिए पहुंचे। दो घंटे की वार्ता के बाद कर्मचारी बस संचालन पर राजी हो गए। दोपहर करीब 100 बजे से बसों का संचालन शुरू हो गया। वार्ता में शाखा अध्यक्ष अमरपाल सिंह सुशील शुक्ला गुफरान अली शोएब आदि मौजूद रहे।
 
सोहराब गेट डिपो से महानगर सीएनजी बसों का संचालन 30 घंटे बाद शनिवार को शुरू हो गया। संविदा चालकों और परिचालकों की प्रबंधन अधिकारियों से वार्ता के बाद हड़ताल समाप्त हुई।READ ALSO:-मेरठ: दूसरे संप्रदाय के युवक ने नर्स से दोस्ती कर किया दुष्कर्म, Vedio वायरल करने की दी धमकी, हिंदू संगठन का हंगामा, हुआ गिरफ्तार

 

शुक्रवार को सोहराब गेट डिपो के चालक-परिचालकों ने प्रबंधन पर उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए सभी 93 बसों का चक्का जाम कर दिया। छह वॉल्वो बसें भी संचालित नहीं हो सकीं। शनिवार को भी दूर-दराज के इलाकों से शहर आने-जाने वाले दैनिक यात्रियों और छात्र-छात्राओं को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।

 

कर्मचारियों ने बताया कि मेरठ महानगर सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड के अधिकारियों ने चार संविदा परिचालकों की सेवाएं समाप्त कर दी हैं। इसके अलावा प्रबंधन नये नियम बनाकर बिना टिकट यात्रियों वाले कर्मचारियों का अनुबंध समाप्त कर रहा है। ऐसे तीन कर्मचारियों की सेवाएं समाप्त कर दी गईं, जिससे कर्मचारी नाराज हो गए। इसके अलावा कर्मचारी निदेशालय द्वारा निर्धारित 18600 रुपये वेतनमान दिए जाने की मांग कर रहे थे। 

 

वर्तमान में कर्मचारियों को मात्र 5600 रुपये ही मिल रहे हैं। शुक्रवार सुबह कर्मचारियों ने प्रदर्शन कर बसों का संचालन नहीं होने दिया। अधिकारियों और श्रमिक नेताओं के बीच वार्ता से कोई हल नहीं निकला। शुक्रवार को भी कर्मचारी सुबह से ही धरने पर बैठे रहे। 

 

आमतौर पर सिटी बसों का संचालन सुबह छह बजे से शुरू हो जाता है। सुबह 10.30 बजे सर्विस मैनेजर लोकेश राजपूत और एआरएम मुकेश अग्रवाल वार्ता के लिए पहुंचे। दो घंटे की वार्ता के बाद कर्मचारी बस संचालन पर राजी हो गए। दोपहर एक बजे से बसों का संचालन शुरू हो गया । वार्ता में शाखा अध्यक्ष अमरपाल सिंह, सुशील शुक्ला, गुफरान अली, शोएब आदि मौजूद रहे।