मेरठ : हाई वे पर डिवाइडर तोड़ थार से टकराई बलेनो, 10 मीटर तक पलटती चली गई कार; हादसे में सेना के एक जवान समेत दो की मौत, जबकि तीन गंभीर रूप से घायल

 एक्सीडेंट इन मेरठ: हाईवे पर गुरुवार रात दर्दनाक हादसा हो गया। हादसे में सेना के एक जवान समेत दो की मौत हो गई, जबकि तीन गंभीर रूप से घायल बताए जा रहे हैं।
 
मेरठ में NH-58 हाईवे पर गुरुवार देर रात दर्दनाक हादसा हो गया। यहां दिल्ली की ओर से मेरठ आ रही बलेनो कार डिवाइडर तोड़ते हुए गलत साइड में जाकर थार से टकरा गई। हादसे में सेना के एक जवान और एक इंजीनियरिंग छात्र की मौत हो गई, जबकि 3 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।READ ALSO:-Modi surname case - राहुल की 2 साल की सजा बरकरार, गुजरात हाई कोर्ट ने सूरत कोर्ट के फैसले को बरकरार रखा, जानें राहुल की सजा बरकरार रखते हुए क्या-क्या कहा

 

टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि बलेनो सड़क पर 10 मीटर तक पलट गई। बलेनो में बैठे रोहित तोमर (27) और हर्ष (20) की मौत हो गई। दोनों कंकरखेड़ा के मेलफोर्ड सिटी के रहने वाले हैं। रोहित सेना में सिपाही था। उनकी कार में बीयर की बोतलें भी मिलीं। 

 

थार की अगली सीट पर बैठे दोनों युवक गंभीर हैं
एक थार हरिद्वार से दिल्ली की ओर जा रही थी। अदनान और रोहतास थार की अगली सीट पर बैठे थे। अचानक उनके सामने एक बलेनो गाड़ी डिवाइडर तोड़ते हुए गलत साइड आ गई। जब तक थार ने ब्रेक लगाया तब तक दोनों गाड़ियां आपस में टकरा गईं। हादसे में अदनान और रोहतास गंभीर रूप से घायल हो गए।

 

दोनों को तुरंत सुभारती अस्पताल में भर्ती कराया गया। रोहतास न्यू गांधी स्मारक के रहने वाला है। जबकि अदनान जाफराबाद थाने के गली नंबर 5 का रहने वाला है। हादसे के बाद हाईवे पर भीषण जाम लग गया। पुलिस ने किसी तरह 1 घंटे बाद जाम खुलवाया।
10 जुलाई को रोहित को ड्यूटी पर जाना था। 

 

बलेनो में बैठे हर्ष और रोहित पड़ोसी थे। अच्छे दोस्त भी थे। हर्ष बीआईटी का छात्र था। उनके पिता शेरपाल 2005 में सेना से सेवानिवृत्त हुए थे। वह घर का इकलौता बेटा था। वहीं, रोहित तोमर मेडिकल विंग में लेह लद्दाख में तैनात थे। वह 2015 में भारतीय सेना में शामिल हुए थे।

 

कुछ दिन पहले वह छुट्टियों में लेह लद्दाख से अपने घर मेरठ आए थे। उन्हें 10 जुलाई को ड्यूटी पर लौटना था। रोहित के बड़े भाई राहुल भी सेना के मेडिकल विंग में हैं। वह कोलकाता में तैनात हैं। रोहित के पिता भी श्रवण फौज में थे। वह 2005 में सेवानिवृत्त हुए।

 

हादसे में बलेनों कार में बैठा मनोज (25) गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे सुभारती अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मनोज हर्ष की बुआ का बेटा है। वह शास्त्री नगर में रहता है। बताया जा रहा है कि बलेनो गाड़ी मनोज चला रहा था। जिस वक्त हादसा हुआ उस वक्त कार की स्पीड 140 किमी थी। 

 

मनोज ने कहा, ''मैं गुरुवार सुबह सीआरपीएफ का पेपर देने के लिए दिल्ली गया था। हर्ष भी मेरे साथ था। हम सबसे पहले दिल्ली गए। यहां मैंने सीआरपीएफ का पेपर दिया। इसके बाद हम नोएडा पहुंचे। यहां मेरा ड्राइविंग टेस्ट था। टेस्ट देने के बाद मैं और हर्ष बुआ के घर गये। शाम को जब हम लोग नोएडा से मेरठ लौटे तो मैंने रोहित को फोन करके बुलाया।

 

घायलों को निकालने के दौरान बलेनो में लगी आग।
सीओ दौराला अभिषेक पटेल ने बताया, ''पुलिस ने घायलों को गाड़ी से बाहर निकाला। इसी दौरान बलेनो के अगले हिस्से में आग लग गई। पुलिस और लोगों ने आग बुझाई और घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया। जहां डॉक्टरों ने रोहित और हर्ष को मृत घोषित कर दिया। अन्य घायलों का इलाज चल रहा है।