मेरठ : पुलिस की मौजूदगी में खुले 15 कोठे, सिर्फ जीवन-यापन, रोजगार और कारोबार करने की ही इजाजत, अनैतिक कार्य करने वालों पर होगी कार्रवाई
मेरठ के कबाड़ी बाजार में गुरुवार को सशर्त पुलिस बल की मौजूदगी में 15 कोठे खुले। अब इन कोठों में कोई अनैतिक गतिविधियां नहीं होंगी, कोर्ट ने यहां सिर्फ रहने या कारोबार करने की इजाजत दी है। प्रशासन ने चेतावनी दी कि निगरानी स्थानीय पुलिस द्वारा की जायेगी। अगर कोई गलत काम करने की कोशिश करेगा तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी।
Updated: Jul 21, 2023, 17:40 IST
देह व्यापार के लिए बदनाम मेरठ के कबाड़ी बाजार के 15 कोठे खोले गए हैं। हाईकोर्ट के आदेश के बाद कोठे को सशर्त खोलने की इजाजत दे दी गई है। या तो परिवार यहीं रहेगा या फिर इन कोठों से जीविकोपार्जन के लिए सही काम होगा। अब किसी भी कोठे पर अय्याशी का धंधा दोबारा नहीं चलेगा। READ ALSO:-मेरठ : इमामबाड़े की दीवार पर बैनर को लेकर हुआ हंगामा, लिखी शायरी से हुआ विवाद, शिया-सुन्नी आमने-सामने आए, पुलिस ने समझाकर मामला शांत कराया
कोठा मालिकों से शपथ पत्र लिया गया है कि वे यहां वेश्यावृत्ति नहीं करेंगी। इस शर्त के साथ सिटी मजिस्ट्रेट राहुल विश्वकर्मा और पुलिस की मौजूदगी में कोठे खुले। देहलीगेट में सात और ब्रह्मपुरी क्षेत्र में आठ कोठे खोले गए हैं। सीओ कोतवाली अमित कुमार राय ने बताया कि हाईकोर्ट के आदेश पर सिटी मजिस्ट्रेट ने वेश्यालय खोलने के निर्देश दिए हैं।
2019 में हाईकोर्ट में अर्जी दाखिल की गई थी
2019 में हाई कोर्ट के वकील सुनील चौधरी की अर्जी पर सुनवाई करते हुए हाई कोर्ट ने रेड लाइट एरिया की 58 कोठरियों को सील करने का आदेश दिया था। इसके बाद प्रशासनिक अधिकारियों ने पुलिस की मौजूदगी में सभी कोठरियों को बंद करा दिया है। वकील की ओर से दायर याचिका में बताया गया कि मेरठ के कबाड़ी बाजार में 400 महिलाएं और लड़कियां हैं, जिनके जरिए 75 वेश्यालय संचालित किए जा रहे हैं।
2019 में हाई कोर्ट के वकील सुनील चौधरी की अर्जी पर सुनवाई करते हुए हाई कोर्ट ने रेड लाइट एरिया की 58 कोठरियों को सील करने का आदेश दिया था। इसके बाद प्रशासनिक अधिकारियों ने पुलिस की मौजूदगी में सभी कोठरियों को बंद करा दिया है। वकील की ओर से दायर याचिका में बताया गया कि मेरठ के कबाड़ी बाजार में 400 महिलाएं और लड़कियां हैं, जिनके जरिए 75 वेश्यालय संचालित किए जा रहे हैं।
58 कोठरियों को सील कर दिया गया
पुलिस ने प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में 58 कोठरियों को सील कर दिया। बाद में इन 58 इमारतों के मालिक चाहते हैं कि बंद इमारतों को दोबारा खोला जाए। हाई कोर्ट में भवन मालिकों ने कहा था कि वे अपने भवनों को अनैतिक गतिविधियों के लिए किराये पर नहीं देंगे। इसके लिए जिला बचाव अधिकारी को शपथ पत्र भी दिया गया।
पुलिस ने प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में 58 कोठरियों को सील कर दिया। बाद में इन 58 इमारतों के मालिक चाहते हैं कि बंद इमारतों को दोबारा खोला जाए। हाई कोर्ट में भवन मालिकों ने कहा था कि वे अपने भवनों को अनैतिक गतिविधियों के लिए किराये पर नहीं देंगे। इसके लिए जिला बचाव अधिकारी को शपथ पत्र भी दिया गया।
हाईकोर्ट ने 15 वेश्यालय खोलने का आदेश दिया
हाईकोर्ट ने सिटी मजिस्ट्रेट, जिला मुक्ति अधिकारी, जिला प्रोबेशन अधिकारी, अभियोजन अधिकारी और पुलिस से पूरे मामले पर रिपोर्ट मांगी थी। उनकी रिपोर्ट के आधार पर हाईकोर्ट ने 15 सेल खोलने का आदेश दिया है। सिटी मजिस्ट्रेट राहुल विश्वकर्मा ने बताया कि पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में 15 वेश्यालय खोले जाएंगे।
हाईकोर्ट ने सिटी मजिस्ट्रेट, जिला मुक्ति अधिकारी, जिला प्रोबेशन अधिकारी, अभियोजन अधिकारी और पुलिस से पूरे मामले पर रिपोर्ट मांगी थी। उनकी रिपोर्ट के आधार पर हाईकोर्ट ने 15 सेल खोलने का आदेश दिया है। सिटी मजिस्ट्रेट राहुल विश्वकर्मा ने बताया कि पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में 15 वेश्यालय खोले जाएंगे।
142 लड़कियों को बचाया गया
पुलिस रिकॉर्ड की बात करें तो 1 जनवरी 2014 से अब तक कबाड़ी बाजार स्थित वेश्यालयों से 142 लड़कियों को मुक्त कराया गया है, जबकि वेश्यालय संचालिका समेत 116 लोगों को अनैतिक देह व्यापार अधिनियम के तहत गिरफ्तार किया गया है। इनमें उत्तर प्रदेश के अलावा मध्य प्रदेश, उत्तराखंड, बिहार, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और नेपाल की लड़कियां बंधक पाई गईं। बताया गया कि कोठे बंद होने के बाद से लड़कियां अपने घर नहीं लौटी हैं। बल्कि शहर की पॉश कॉलोनियों में देह व्यापार शुरू हो गया है।
पुलिस रिकॉर्ड की बात करें तो 1 जनवरी 2014 से अब तक कबाड़ी बाजार स्थित वेश्यालयों से 142 लड़कियों को मुक्त कराया गया है, जबकि वेश्यालय संचालिका समेत 116 लोगों को अनैतिक देह व्यापार अधिनियम के तहत गिरफ्तार किया गया है। इनमें उत्तर प्रदेश के अलावा मध्य प्रदेश, उत्तराखंड, बिहार, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और नेपाल की लड़कियां बंधक पाई गईं। बताया गया कि कोठे बंद होने के बाद से लड़कियां अपने घर नहीं लौटी हैं। बल्कि शहर की पॉश कॉलोनियों में देह व्यापार शुरू हो गया है।