मेरठ की सड़कों पर घूमता दिखाई दिया तेंदुआ, सीसीटीवी देख दहशत में आए लोग; वन विभाग की टीम ने लगाया पिंजरा-Video

अब से 15 दिन पहले छावनी क्षेत्र के आरवीसी (RVC) सेंटर परिसर में दिखे तेंदुए को वन विभाग ने सिर्फ सर्च ऑपरेशन तक सीमित कर दिया और तेंदुए का कोई साक्ष्य नहीं मिलने का हवाला देकर मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया। लोग भी धीरे-धीरे दहशत से उबरने लगे, लेकिन कैंट के बाद शहर में तेंदुए के दिखाई देने से कई कॉलोनियों के लोगों को सदमे में डाल दिया है।
 
मेरठ के कंकरखेड़ा में खूंखार तेंदुए का खौफ लगातार बना हुआ है. कंकरखेड़ा की गलियों में घूम रहा है तेंदुआ। चार दिन पहले कंकरखेड़ा स्थित एक कृषि फार्म में तेंदुआ देखा गया था। इसके बाद वन विभाग के कर्मचारियों ने तेंदुए को पकड़ने के प्रयास शुरू कर दिए। रविवार को कृषि फार्म से सटी एमडीए कॉलोनी में लगे सीसीटीवी कैमरे में खूंखार तेंदुआ कैद हो गया। तेंदुए के डर से बच्चे पढ़ाई छोड़कर घरों में कैद होने को मजबूर हो गए हैं. तेंदुए को पकड़ने के वन विभाग के दावे फेल हो गए हैं।Read also:-पीएम सूर्योदय योजना: मोदी सरकार का तोहफा, 1 करोड़ घरों को मिलेगी मुफ्त बिजली, साल में होगी ₹15000 की बचत

 

शुक्रवार सुबह पौने पांच बजे कंकरखेड़ा क्षेत्र के आर्यनगर में सीसीटीवी कैमरे की फुटेज में जंगली जानवर दिखने के बाद वन विभाग ने इलाके में तेंदुआ होने की पुष्टि की है। वन विभाग की टीम को आर्यनगर में कांबिंग के दौरान तेंदुए के पंजे के निशान मिले हैं।

 


तेंदुए को ट्रैंकुलाइज करने की अनुमति मिल गई
वन्य जीव विशेषज्ञ आरके सिंह ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि मुख्यालय से तेंदुए को ट्रैंकुलाइज करने की अनुमति मिल गयी है. गंग नहर की पटरी से आने की संभावना: कंकरखेड़ा के आबादी क्षेत्र में तेंदुए के आने की चर्चा है। वन्य जीव विशेषज्ञ जीएस खेसरिया ने बताया कि गंग नहर की पटरी पर तेंदुए की मौजूदगी के प्रमाण पहले भी मिल चुके हैं। इससे पहले कपसाड़ गांव के आसपास भी तेंदुआ देखा गया था। ऐसे में इसके हाईवे पार कर आबादी क्षेत्र में घुसने की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता।

 

तेंदुए की पूंछ टेढ़ी होने और उसके चलने के तरीके से यह कहा जा रहा है कि यह नर है। इसकी उम्र तीन से चार साल है. उन्होंने कहा कि ऐसी स्थिति में महिलाओं और बच्चों को अकेले बाहर नहीं निकलना चाहिए. आम लोग जब बाहर जाएं तो समूह में आएं और हल्की-फुल्की आवाजें जैसे लाठी आदि पीटना आदि करें।

 

वन विभाग खाली हाथ रहा
वन विभाग की टीम कई दिनों तक कांबिंग करती रही, लेकिन कोई साक्ष्य नहीं जुटा सकी। 11 जनवरी 2023 को तोपखाना स्थित गुरुद्वारा परिसर में एक तेंदुआ कैमरे में कैद हुआ था. इसी महीने जागृति विहार में नाले से एक तेंदुआ निकलता देखा गया था. स्थानीय लोगों ने बताया कि दिसंबर 2023 में मीनाक्षीपुरम, रिठानी और शताब्दी नगर में तेंदुए देखे गए थे, लेकिन इस संबंध में कोई आधिकारिक प्रमाण नहीं मिल सका। आर्यनगर और गायत्री ग्रीन घनी आबादी वाले इलाके हैं। इन इलाकों में तेंदुए की मौजूदगी इंसानों के लिए खतरा पैदा कर सकती है.

 

यहां भी लगाया पिंजरा, लोग सतर्क
देर रात वन विभाग को सरधना रोड स्थित भवानी सिंह फार्म हाउस में तेंदुए की मौजूदगी की सूचना मिली और उसे पकड़ने के लिए वहां पिंजरा रखा गया। उधर, सभी कॉलोनियों के लोगों ने अपने घरों के अंदर और बाहर लाइटें जला लीं। ऐसा कहा जाता है कि आमतौर पर लोग रात के समय अपने घरों के बाहर की लाइटें बंद रखते थे।

 

लोगों ने सुना और देखा
एक शख्स ने बताया कि तेंदुआ हमारे घर की छत से बगीचे में लगे टिन शेड पर छलांग लगाकर सड़क पर पहुंच गया. कार पर धूल जमी हुई थी, जिस पर तेंदुए के पंजे के निशान भी थे। वन विभाग ने उन निशानों की जांच की है. डर का माहौल है. जब तक तेंदुआ पकड़ा नहीं जाएगा, तब तक सभी डरे रहेंगे।

 

एक अन्य व्यक्ति ने बताया कि मैं नरेंद्र सिंह के खेत में भैंस के पास खड़ा था. तभी तेंदुआ आया और छोटी दीवार पर चढ़कर खेत में पहुंच गया। उसके बाद तेंदुआ नजर नहीं आया। वहां आम का बाग है, संभवतया तेंदुआ भी पेड़ पर चढ़ गया होगा। फार्म हाउस में पिंजरा लगा दिया गया है, उम्मीद है कि पकड़ा जाएगा।

 

मैंने बच्चों और महिलाओं को घर से बाहर नहीं निकलने दिया. मैं खुद किसी काम से गया था. कॉलोनी में तेंदुए के बारे में सुनकर ही डर लगता है। गनीमत यह रही कि तेंदुए ने अभी तक किसी पर हमला नहीं किया है। -ललित कुमार

 

यह बात अधिकारी ने कही
तीन स्थानों पर पिंजरे लगाने की सिफारिश की गई है। वन विभाग की तीन टीमें अलग-अलग स्थानों पर कॉम्बिंग कर रही हैं। लोगों से किसी भी जानकारी को वन विभाग के कर्मचारियों से साझा करने की अपील की गई है. वन कर्मियों ने स्थानीय लोगों को सावधानी बरतने की चेतावनी दी

 

कंकरखेड़ा में फिर दिखा तेंदुआ
15 दिन पहले छावनी क्षेत्र के आरवीसी सेंटर परिसर में दिखे तेंदुए को वन विभाग ने सिर्फ सर्च ऑपरेशन तक सीमित कर दिया और तेंदुए का कोई साक्ष्य नहीं मिलने का हवाला देकर मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया। लोग भी धीरे-धीरे दहशत से उबरने लगे, लेकिन कैंट के बाद शहर में तेंदुए की आमद ने कई कॉलोनियों के लोगों को सदमे में डाल दिया है। गुरुवार रात और शुक्रवार सुबह कंकरखेड़ा क्षेत्र के आर्यनगर, तुलसी कॉलोनी, रामनगर कॉलोनी, गायत्री ग्रीन कॉलोनी और सरधना रोड स्थित भिवानी फार्म हाउस में तेंदुआ देखे जाने से लोगों में जबरदस्त दहशत है।

 

सीसीटीवी में कैद हुआ तेंदुआ
एक-दो जगह तेंदुआ सीसीटीवी में कैद हुआ तो कुछ जगह लोगों ने खुद तेंदुआ देखा। अब दहशत ऐसी है कि लोगों ने घरों से निकलना भी बंद कर दिया है. यहां भी वन विभाग और पुलिस का वही पुराना रवैया नजर आया. बस आई और दो घंटे तक सर्च ऑपरेशन चलाने के बाद निशान न मिलने की बात कहते हुए चलते बने। रात में फिर हो-हल्ला हुआ तो पिंजरा लगाकर खानापूरी कर ली गई।