Whatsapp पर आया डिजिटल शादी का कार्ड तो हो जाएं अलर्ट, जरा सी लापरवाही खाली कर सकती है आपका खाता
साइबर एक्सपर्ट बताते हैं कि साइबर ठग अनजान नंबर से डिजिटल शादी कार्ड के साथ मैलवेयर वायरस अटैच कर देते हैं। कार्ड डाउनलोड होते ही वायरस एक्टिव हो जाता है। साइबर ठग वायरस के जरिए मोबाइल हैक कर लेते हैं। फिर आपका सारा गोपनीय डेटा उनके पास होता है। मोबाइल फोन से लिंक आधार कार्ड के जरिए वे आपके बैंक अकाउंट को ऑपरेट करते हैं और सारा पैसा निकाल लेते हैं।
Nov 23, 2024, 09:00 IST
साइबर एक्सपर्ट बताते हैं कि साइबर ठग अनजान नंबरों से डिजिटल शादी के कार्ड के साथ मैलवेयर वायरस अटैच कर देते हैं। कार्ड डाउनलोड होते ही वायरस एक्टिव हो जाता है। साइबर ठग वायरस के जरिए मोबाइल को हैक कर लेते हैं। फिर उनके पास आपका सारा गोपनीय डेटा होता है। मोबाइल फोन से लिंक आधार कार्ड के जरिए वे आपके बैंक अकाउंट को ऑपरेट करते हैं और सारा पैसा निकाल लेते हैं।READ ALSO:-उत्तर प्रदेश के मेरठ में रात 11 बजे तक नो एंट्री, नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहन होंगे सीज; ट्रैफिक पुलिस को सख्ती से आदेश का पालन करने का निर्देश
ये लो जी शादी का कार्ड आया है..... दावत है, पत्नी ने पूछा किसका है...युवक ने जवाब दिया मुझे नहीं पता...नंबर नया है, डाउनलोड करके देखता हूं। युवक ने जल्दी से वॉट्सऐप कार्ड डाउनलोड कर लिया। उसने कार्ड का मैसेज ठीक से पढ़ा भी नहीं था कि अचानक एक के बाद एक उसके फोन पर कई एसएमएस आ गए। युवक घबराया हुआ दिख रहा था और वो परेशान हो गया। उसके खाते से चार बार में सात लाख से ज्यादा की रकम निकल चुकी थी। अब खाते में सिर्फ 17 रुपये बचे थे।
युवक ने रोते हुए तुरंत बैंक को फोन किया तो पता चला कि उसके खाते से ये पैसे ऑनलाइन निकाले गए हैं। जानकारी के बाद बैंक कर्मचारियों ने युवक से पूछताछ की तो उसने बताया कि उसने जो डिजिटल कार्ड डाउनलोड किया था, उसके जरिए फोन का पूरा डाटा हैक कर लिया गया और साइबर जालसाज ने खाते से पैसे निकाल लिए।
हालांकि यह घटना मेरठ की नहीं बल्कि दिल्ली के करोल बाग निवासी दीपक सचदेवा की है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में दिल्ली पुलिस और अन्य जागरूक संगठन साइबर ठगी के इस मामले को प्रसारित कर रहे हैं। वे लोगों को इस नए अंदाज से अवगत करा रहे हैं, ताकि लोग ठगी से बच सकें।
साइबर ठगी में डिजिटल कार्ड के इस नए अंदाज के बारे में एसएसपी विपिन ताडा से बात की गई। उन्होंने बताया कि मेरठ में अभी तक ऐसा कोई मामला सामने नहीं आया है, लेकिन साइबर ठगी का यह तरीका बेहद खतरनाक है। यह समय शादी-ब्याह का है।
अब पर्सनल की जगह डिजिटल कार्ड भेजना आम बात हो गई है। आए दिन लोगों को शादी के डिजिटल कार्ड मिल रहे हैं। ऐसे में हर कोई यह जानने की कोशिश करता है कि कार्ड डाउनलोड करके किसने भेजा है। साइबर जालसाजों के इस जाल में फंसकर लोग अपनी जिंदगी भर की कमाई गंवा रहे हैं। एसएसपी ने बताया कि इस नए तरीके का पता चलने पर साइबर क्राइम थाने को अलर्ट कर दिया गया है। लोगों को जागरूक करने के लिए इंटरनेट मीडिया पर भी अभियान चलाया जाएगा। जरूरी है कि लोग भी अनजान नंबर से आए कार्ड को डाउनलोड न करें।
डिजिटल कार्ड डाउनलोड होते ही मोबाइल में मैलवेयर वायरस एक्टिवेट हो जाता है
साइबर एक्सपर्ट बताते हैं कि साइबर ठग अनजान नंबर से आए डिजिटल शादी के कार्ड के साथ मैलवेयर वायरस अटैच कर देते हैं। कार्ड डाउनलोड होते ही मोबाइल में मैलवेयर वायरस एक्टिवेट हो जाता है। साइबर ठग इस वायरस के जरिए मोबाइल हैक कर लेते हैं। फिर उनके पास आपका सारा गोपनीय डाटा होता है। मोबाइल फोन से जुड़े आधार कार्ड के जरिए वे आपके बैंक खाते को ऑपरेट कर सारा पैसा निकाल लेते हैं। कार्ड को पढ़ने से पहले ही वे सारी जानकारी लेकर आपका खाता खाली कर देते हैं।
साइबर एक्सपर्ट बताते हैं कि साइबर ठग अनजान नंबर से आए डिजिटल शादी के कार्ड के साथ मैलवेयर वायरस अटैच कर देते हैं। कार्ड डाउनलोड होते ही मोबाइल में मैलवेयर वायरस एक्टिवेट हो जाता है। साइबर ठग इस वायरस के जरिए मोबाइल हैक कर लेते हैं। फिर उनके पास आपका सारा गोपनीय डाटा होता है। मोबाइल फोन से जुड़े आधार कार्ड के जरिए वे आपके बैंक खाते को ऑपरेट कर सारा पैसा निकाल लेते हैं। कार्ड को पढ़ने से पहले ही वे सारी जानकारी लेकर आपका खाता खाली कर देते हैं।
डिजिटल कार्ड फ्रॉड से बचने के लिए क्या करें?
- व्हाट्सएप पर आए कार्ड को तुरंत न खोलें।
- कार्ड डाउनलोड करने से पहले देखें कि यह किस नंबर से आया है। यह किसी परिचित का नंबर है या किसी अनजान का। अगर अनजान नंबर है तो किसी भी हालत में कार्ड डाउनलोड न करें।
- अगर नंबर किसी परिचित के नंबर से मिलता है तो पहले उससे बात करें और कार्ड के बारे में जानकारी लें।
- व्हाट्सएप पर भेजे गए कार्ड पर अनजान नंबर और फोटो पर कभी भरोसा न करें।
- जल्दबाजी और घबराहट आपका अकाउंट खाली कर सकती है। फोन का सारा डाटा भी हैक हो सकता है।
मेरठ में डिजिटल कार्ड का इस्तेमाल कर खातों से रकम निकाले जाने की कोई शिकायत नहीं मिली है। साइबर ठगी का यह नया तरीका सामने आया है। यह बेहद खतरनाक है। साइबर ठग शादी के दिनों में डिजिटल कार्ड के जरिए लोगों को अपने जाल में फंसा सकते हैं। ऐसे में जरूरी है कि लोग अलर्ट रहें। केवल वही डिजिटल कार्ड डाउनलोड करें, जिसमें किसी परिचित का नंबर हो। - नेत्रपाल, प्रभारी साइबर क्राइम थाना