गाजियाबाद : मेरा बेटा सो रहा है...फ्लैट का दरवाजा तोड़कर अंदर पहुंची पुलिस, 3 दिन से मृत बेटे के साथ थीं मां-बेटी
गाजियाबाद के लिंक रोड थाना क्षेत्र के चंद्र नगर में रविवार को ऐसी घटना घटी जिसने सभी को चौंका दिया है। हर कोई इसे पागलपन कह रहा है तो कोई कह रहा है कि मां की ममता ऐसी ही होती है।
Jul 22, 2024, 00:05 IST
गाजियाबाद के लिंक रोड इलाके में 14 साल के एक लड़के की मौत हो गई। उसकी मां और बेटी तीन दिन तक उसके शव के पास बैठी रहीं। दुर्गंध आने पर पड़ोसियों ने पुलिस को सूचना दी। इसके बाद दरवाजा खोला गया। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। मां और बेटा-बेटी मानसिक रूप से बीमार हैं।READ ALSO:-दबंगों की तालिबानी करतूत..महिलाओं को जिंदा गाड़ने की कोशिश, जानिए क्या है विवाद? सामने आया हैरान कर देने वाला Video
तीन दिन तक फ्लैट में पड़ा रहा शव
गाजियाबाद के चंद्र नगर में बंद फ्लैट में एक किशोर का शव मिला। शव को देखने पर ऐसा लग रहा था कि शव कम से कम तीन दिन पुराना है। फ्लैट से दुर्गंध आने पर पड़ोसियों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची तो पाया कि बंद फ्लैट से दुर्गंध आ रही थी। फ्लैट का दरवाजा बंद था। काफी मशक्कत के बाद पुलिस ने फ्लैट का दरवाजा खुलवाया तो देखा कि अंदर एक अधेड़ उम्र की महिला और एक लड़की किशोर के शव के पास बैठी थीं। इतना ही नहीं कमरे में काफी ज्यादा गंदगी भी थी।
गाजियाबाद के चंद्र नगर में बंद फ्लैट में एक किशोर का शव मिला। शव को देखने पर ऐसा लग रहा था कि शव कम से कम तीन दिन पुराना है। फ्लैट से दुर्गंध आने पर पड़ोसियों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची तो पाया कि बंद फ्लैट से दुर्गंध आ रही थी। फ्लैट का दरवाजा बंद था। काफी मशक्कत के बाद पुलिस ने फ्लैट का दरवाजा खुलवाया तो देखा कि अंदर एक अधेड़ उम्र की महिला और एक लड़की किशोर के शव के पास बैठी थीं। इतना ही नहीं कमरे में काफी ज्यादा गंदगी भी थी।
"मेरा बेटा सो रहा है..."
जब पुलिस ने बदबूदार शव के पास बैठी महिला से मामला जानने की कोशिश की तो महिला ने पुलिस को धीमी आवाज में बोलने का इशारा करते हुए कहा कि शोर मत मचाओ, मेरा बेटा सो रहा है। हालात देखकर पुलिस को यह समझते देर नहीं लगी कि महिला और शव के पास बैठी लड़की की मानसिक हालत ठीक नहीं है। पुलिस ने तुरंत सबूत जुटाने के लिए फोरेंसिक टीम को बुलाया। पुलिस ने बताया कि जब उन्होंने शव उठाने की कोशिश की तो महिला ने उन्हें शव उठाने ही नहीं दिया। दोनों कहने लगीं कि वह सो रहा है, उसकी तबीयत ठीक नहीं है, उसे डॉक्टर के पास ले जाना है, इसलिए वे उसे नहीं ले जाने देंगे।
जब पुलिस ने बदबूदार शव के पास बैठी महिला से मामला जानने की कोशिश की तो महिला ने पुलिस को धीमी आवाज में बोलने का इशारा करते हुए कहा कि शोर मत मचाओ, मेरा बेटा सो रहा है। हालात देखकर पुलिस को यह समझते देर नहीं लगी कि महिला और शव के पास बैठी लड़की की मानसिक हालत ठीक नहीं है। पुलिस ने तुरंत सबूत जुटाने के लिए फोरेंसिक टीम को बुलाया। पुलिस ने बताया कि जब उन्होंने शव उठाने की कोशिश की तो महिला ने उन्हें शव उठाने ही नहीं दिया। दोनों कहने लगीं कि वह सो रहा है, उसकी तबीयत ठीक नहीं है, उसे डॉक्टर के पास ले जाना है, इसलिए वे उसे नहीं ले जाने देंगे।
मानसिक रूप से बीमार हैं मां-बेटी
पुलिस जांच में पता चला कि महिला अपनी 22 वर्षीय बेटी और 14 वर्षीय बेटे के साथ रह रही थी। पति की 10 साल पहले किसी बीमारी के चलते मौत हो गई थी। तब से वे भी बीमार रहते हैं। तीनों का दिल्ली के एक अस्पताल में इलाज चल रहा है। बीमारी के चलते बेटी ने 12वीं के बाद पढ़ाई छोड़ दी थी। चावड़ी बाजार में रहने वाला महिला का भाई उनका खर्च उठाता है। तीनों किसी से ज्यादा बात नहीं करते थे। घर में ज्यादातर अंधेरा ही रहता था। पुलिस जांच में यह भी पता चला कि लड़के के शरीर पर चोट आदि के कोई निशान नहीं मिले हैं, वह कई दिनों से बीमार चल रहा था।
पुलिस जांच में पता चला कि महिला अपनी 22 वर्षीय बेटी और 14 वर्षीय बेटे के साथ रह रही थी। पति की 10 साल पहले किसी बीमारी के चलते मौत हो गई थी। तब से वे भी बीमार रहते हैं। तीनों का दिल्ली के एक अस्पताल में इलाज चल रहा है। बीमारी के चलते बेटी ने 12वीं के बाद पढ़ाई छोड़ दी थी। चावड़ी बाजार में रहने वाला महिला का भाई उनका खर्च उठाता है। तीनों किसी से ज्यादा बात नहीं करते थे। घर में ज्यादातर अंधेरा ही रहता था। पुलिस जांच में यह भी पता चला कि लड़के के शरीर पर चोट आदि के कोई निशान नहीं मिले हैं, वह कई दिनों से बीमार चल रहा था।