गाजियाबाद : इंटीरियर डिजाइनर की हत्या, 5 टुकड़ों में काटा लाश को, 75 किमी दूर मिला पैर, साली के प्यार में जीजा की हैवानियत....

उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में एक इंटीरियर डिजाइनर का अपहरण कर उसकी हत्या कर दी गई। पहले उसे रस्सी से गला घोंटकर बेहोश किया गया। फिर उसके 5 से 6 टुकड़े किए गए। इसके बाद आरोपी इन टुकड़ों को कार में भरकर 70 से 80 किलोमीटर दूर ले गए। वहां उन्होंने इन्हें गंग नहर में फेंक दिया।
 
गाजियाबाद पुलिस ने एक दिल दहला देने वाले अपहरण और हत्या के मामले का खुलासा किया है। पुलिस के मुताबिक कुछ दिन पहले एक इंटीरियर डिजाइनर का अपहरण कर उसकी गला घोंटकर हत्या कर दी गई थी। हत्यारों ने शव को ठिकाने लगाने के लिए शव के 5 से 6 टुकड़े किए और फिर टुकड़ों को कार में डालकर करीब 60 किलोमीटर दूर ले जाकर गंग नहर में फेंक दिया। READ ALSO:-वीडियो : दिन-दहाड़े घर में घुसकर NRI पर बरसाई गोलियां, ‘अंकलजी, पापा को मत मारो’, हाथ जोड़ रोकता रहा बच्चा

 

इस पूरे मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। जबकि 6 आरोपी अभी भी फरार हैं। पुलिस ने शव के अंगों को बरामद करने के लिए आरोपियों से पूछताछ की। पुलिस ने गंग नहर में करीब 50 किलोमीटर तक शव के अंगों की तलाश के लिए तलाशी अभियान चलाया। 
पुलिस ने अपहरण का खुलासा किया 
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक गाजियाबाद के नंदग्राम थाना क्षेत्र के राज नगर एक्सटेंशन निवासी तरुण पवार 16 अगस्त को अचानक लापता हो गया था। परिजनों से पुलिस को मिली जानकारी के मुताबिक किसी का फोन आने के बाद वह अपनी कार से घर से निकला था और फिर वापस घर नहीं लौटा। तरुण के पिता रविंद्र सिंह ने नंदग्राम थाने में उसके लापता होने की शिकायत दर्ज कराई थी। जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि मामला इंटीरियर डिजाइनर के लापता होने का नहीं बल्कि अपहरण का है।

 

महिला ने उसे फोन करके बुलाया था
पुलिस ने बताया कि इंटीरियर डिजाइनर की हत्या की पूरी वारदात एक महिला की वजह से हुई। वह महिला कई लोगों से बात करती थी और उसके कई लोगों से संबंध थे। उस महिला का अपने पति से तलाक का केस भी चल रहा है। पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि महिला अपने देवर अक्षय के सबसे करीब थी। अक्षय को पता चल गया था कि उसकी भाभी इंटीरियर डिजाइनर से नजदीकियां बढ़ा रही है। 

 

अक्षय नहीं चाहता था कि वह तरुण से बात करे, इसलिए उसने तरुण को रास्ते से हटाने के लिए 16 अगस्त को अपनी साली से फोन करवा कर तरुण को गांव मोरटा स्थित एक मकान पर बुलाया। तरुण अपनी कार लेकर वहां पहुंच गया। क्योंकि जहां कमरा बना था, वहां कार नहीं जा सकती थी, इसलिए तरुण अपनी कार को दूर छोड़कर पैदल ही कमरे में चला गया।

 

कमरे में जाने के बाद सभी ने पहले शराब पी और जब तरुण को नशा हो गया तो बंद कमरे में रस्सी से गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी। तरुण के शव को ठिकाने लगाने के लिए हत्यारे ने फावड़े से उसके 5 से 6 टुकड़े किए और फिर उसके शव को गद्दे में छिपा दिया। शव को गाजियाबाद से करीब 70 से 80 किलोमीटर दूर बाबूगढ़ नहर में फेंक दिया। पुलिस ने हत्या के मामले में एक महिला समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जबकि 6 आरोपी अभी भी फरार हैं।

 

पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया
डीसीपी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जानकारी देते हुए बताया कि तरुण की हत्या के आरोप में उसके तीन करीबी दोस्तों को हिरासत में लिया गया है। तीनों से जब पूछताछ की गई तो तीनों ने तरुण की हत्या करना कबूल कर लिया। गिरफ्तार आरोपियों ने पुलिस को बताया है कि उन्होंने गाजियाबाद में ही तरुण की गला घोंटकर हत्या कर दी थी, फिर उसके शव को हापुड़ जिले के बाबूगढ़ नहर पर ले जाकर 5 से 6 टुकड़ों में काटकर गंग नहर में फेंक दिया था। तरुण की कार को वापस लाकर गाजियाबाद में खड़ा कर दिया था।

 

जब पुलिस मीडिया को तरुण हत्याकांड की पूरी कहानी बता रही थी, तब मृतक तरुण के परिजन भी प्रेस कॉन्फ्रेंस में मौजूद थे। पुलिस से हत्या की कहानी सुनते ही महिलाओं की आंखों से आंसू बहने लगे और उन्होंने कानों पर हाथ रख लिया।