बिजनौर : मुख्य अध्यापिका की मनमानी, छात्रों को नहीं बांटा जा रहा दूध और फल, ग्राम प्रधान ने भी खड़े किए हाथ
जिला बिजनौर के गांव जमालपुर मीमला के उच्च प्राथमिक विद्यालय में मुख्य अध्यापिका ने मनमानी दिखाते हुए छात्रों को मिड-डे मील में मिलने वाले फल व दूध देना बंद कर दिया। इसकी शिकायत बेसिक शिक्षा अधिकारी से की गई है।
Aug 28, 2024, 20:39 IST
बिजनौर। यूपी के जिला बिजनौर में एक उच्च प्राथमिक विद्यालय में मुख्य अध्यापिका दीपा रानी की मनमानी के चलते पिछले तीन 3 सप्ताह से छात्रों को फल और दूध वितरित नहीं किया जा रहा है। जानकारी के अनुसार मुख्य अध्यापिका मिड-डे मील की जिम्मेदारी लेने को तैयार नहीं हैं। वहीं, दूसरी ओर ग्राम प्रधान ने भी मिड डे मील में मिलने वाला दूध और फल वितरित करने से साफ इनकार कर दिया है। ग्राम प्रधान का कहना है कि पांच में शिक्षा विभाग द्वारा मिड-डे मील के लिए रुपये नहीं डाले गए हैं। READ ALSO:- उत्तर प्रदेश में 37 इंसानों की मौत...बिजनौर में तेंदुआ, बहराइच में आदमखोर भेड़ियों और लखीमपुर में बाघ की दहशत
बिजनौर जिले के ब्लॉक आकू नहटोर क्षेत्र के अंतर्गत गांव जमालपुर मीमला है। यहां स्थित उच्च प्राथमिक विद्यालय में पिछले 3 सप्ताह से छात्रों को मिड-डे मील में मिलने वाला फल और दूध वितरित नहीं किए जा रहा है। जानकारी के अनुसार मिड-डे मील के खाते में धनराशि मौजूद होने के बाद भी छात्रों को मुख्य अध्यापिका दीपा रानी की मनमानी का शिकार होना पड़ रहा है।
मैं यह जिम्मेदारी नहीं निभा सकती
इस मामले में मुख्य अध्यापिका दीपा रानी का कहना है कि मिड-डे मील का चार्ज वह नहीं रखेंगी। उन्होंने साफ कहा कि यह जिम्मेदारी वह नहीं निभा सकती हैं। मामला बेसिक शिक्षा अधिकारियों के संज्ञान में भी है। परंतु अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
पांच माह का नहीं हुआ भुगतान
इस मामले में ग्राम प्रधान ने बताया की पांच माह का पैसा फंसा होने के कारण बच्चों को निर्धारित रूप से मिलने वाले दूध व फल देने की व्यवस्था नहीं बन पा रही है। ग्राम प्रधान ने भी दूध और फल वितरित करने से साफ इनकार कर दिया। इस मामले में बेसिक शिक्षा अधिकारी ने बताया कि शिक्षकों के आपसी मनमुटाव के चलते बच्चों को फल व दूध वितरित नहीं किए गए हैं। जल्द मामले का समाधान कर दिया जाएगा।
इस मामले में ग्राम प्रधान ने बताया की पांच माह का पैसा फंसा होने के कारण बच्चों को निर्धारित रूप से मिलने वाले दूध व फल देने की व्यवस्था नहीं बन पा रही है। ग्राम प्रधान ने भी दूध और फल वितरित करने से साफ इनकार कर दिया। इस मामले में बेसिक शिक्षा अधिकारी ने बताया कि शिक्षकों के आपसी मनमुटाव के चलते बच्चों को फल व दूध वितरित नहीं किए गए हैं। जल्द मामले का समाधान कर दिया जाएगा।