बिजनौर: कांवड़ यात्रा को लेकर प्रशासन अलर्ट, DM-SP ने शेरकोट-धामपुर में कांवर यात्रा मार्गों का किया निरीक्षण

बिजनौर में महाशिवरात्रि और कांवड़ यात्रा को लेकर प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट मोड पर है। शेरकोट क्षेत्र में डीएम और एसपी ने कांवड़ यात्रा मार्गों का निरीक्षण किया है। इस दौरान उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि कांवड़ यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की असुविधा न हो।
 
DM-SP BIJNOR
बिजनौर में आगामी कांवड़ यात्रा को सुरक्षित और सुचारू रूप से संपन्न कराने के लिए प्रशासन ने कमर कस ली है। जिलाधिकारी जसजीत कौर और पुलिस अधीक्षक अभिषेक झा ने बुधवार को धामपुर, शेरकोट और अफजलगढ़ क्षेत्र में कांवड़ यात्रा मार्गों का गहन निरीक्षण किया। READ ALSO:-उत्तर प्रदेश रोडवेज में 5000 महिला कंडक्टरों की भर्ती, इन तारीखों पर लगेगा रोजगार मेला, शीघ्र करें आवेदन

 

मुख्य बिंदु:
  • मार्गों का निरीक्षण: डीएम और एसपी ने कांवड़ यात्रा मार्गों का निरीक्षण कर सुरक्षा व्यवस्था और यातायात व्यवस्था का जायजा लिया।
  • रूट डायवर्जन योजना: अधिकारियों को रूट डायवर्जन योजना को समय से लागू करने के निर्देश दिए गए हैं ताकि यातायात व्यवस्था सुचारू रूप से चलती रहे।
  • श्रद्धालुओं की सुविधा: प्रशासन का मुख्य उद्देश्य है कि कांवड़ यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की असुविधा न हो।
  • सुरक्षा व्यवस्था: कांवड़ यात्रा मार्गों पर सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया जा रहा है।

 


निरीक्षण के दौरान अधिकारियों ने यात्रा मार्गों पर सुरक्षा व्यवस्था का बारीकी से जायजा लिया और रूट डायवर्जन प्लान की समीक्षा की। डीएम और एसपी ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि कांवड़ियों की सुरक्षा और सुविधा सर्वोच्च प्राथमिकता है। यात्रा के दौरान यातायात व्यवस्था सुचारू रखने के लिए विशेष इंतजाम किए जाएंगे। READ ALSO:-बिजनौर : सिपाही के बेटे की गुंडई, 20 गाड़ियों के तोड़े शीशे, करता रहा गाली-गलौज, पुलिस के सामने भी दिखाया दबंगई, घटना CCTV में कैद

 

तैनात की जाएंगी विशेष टीमें 
महाशिवरात्रि के अवसर पर होने वाली इस पावन यात्रा के लिए प्रशासन ने व्यापक तैयारियां की हैं। यात्रा मार्गों पर श्रद्धालुओं के लिए आवश्यक सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है। किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए विशेष टीमें तैनात की जाएंगी। प्रशासन का पूरा फोकस इस बात पर है कि कांवड़ यात्रा सुरक्षित और शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो।