UP : 4 वर्ष पहले किया था प्रेम विवाह, अब ससुराल वालों पर की FIR; पूर्व BJP MLA पप्पू भरतौल उर्फ राजेश मिश्रा की बेटी साक्षी मिश्रा एक बार फिर चर्चा में
उत्तर प्रदेश के बरेली में अजितेश से प्रेम विवाह को लेकर सुर्खियों में रहीं पूर्व बीजेपी विधायक पप्पू भरतौल उर्फ राजेश मिश्रा की बेटी साक्षी मिश्रा एक बार फिर चर्चा में हैं। साक्षी जब अचानक एसएसपी ऑफिस पहुंची तो पुलिस अधिकारी हैरान रह गए। साक्षी ने एसएसपी ऑफिस पहुंचकर न्याय की गुहार लगाई है।
Updated: Feb 24, 2024, 12:48 IST
भारतीय जनता पार्टी के पूर्व विधायक पप्पू भरतौल राजेश मिश्रा की बेटी साक्षी मिश्रा ने उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में अपने ससुराल वालों के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। साक्षी मिश्रा की शिकायत पर इज्जतनगर थाना पुलिस ने ससुर समेत 6 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। पुलिस ने ससुर हरीश कुमार, सौतेली सास शीला, जेठ अभिषेक कुमार, ननद अवंतिका रानी, ननद गुंजन अग्रवाल, दादी सास के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। साक्षी का आरोप है कि 4 साल पहले शादी के बाद से ही ससुराल वाले उसे शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित करने लगे। उसके पिता पर 10 लाख रुपये देने और घर खाली करने का दबाव डाला गया। सौतेली सास और दादी साक्षी के बच्चे के साथ दुर्व्यवहार करने लगीं और उसके बच्चे को दूसरे का खून कहने लगीं। आरोपी उसके चरित्र पर भी उंगली उठाने लगे।READ ALSO:-रेलवे किराया कटौती: रेलवे बोर्ड ने लाखों दैनिक यात्रियों को दी राहत, न्यूनतम किराया ₹30 से घटाकर ₹10 किया
दहेज में कार और 10 लाख रुपये की मांग की
आरोप है कि जब साक्षी 8 महीने की गर्भवती थी तो उसे ताना दिया जाता था कि उसके पिता अब विधायक नहीं हैं, इसलिए वह उसका कुछ नहीं कर सकते। साक्षी का आरोप है कि 18 फरवरी को जब उनके सुरक्षाकर्मी खाना खाने गए तो ससुराल वालों ने कार और 10 लाख रुपये की मांग की। जब साक्षी ने मना किया तो उसे पीटा गया। इस मामले में 19 फरवरी को साक्षी ने इज्जतनगर थाने में अपने ससुराल वालों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई और कार्रवाई की मांग की। जब कोई कार्रवाई नहीं हुई तो वह अपने पति अजितेश के साथ एसएसपी कार्यालय पहुंची और न्याय की गुहार लगाई।
आरोप है कि जब साक्षी 8 महीने की गर्भवती थी तो उसे ताना दिया जाता था कि उसके पिता अब विधायक नहीं हैं, इसलिए वह उसका कुछ नहीं कर सकते। साक्षी का आरोप है कि 18 फरवरी को जब उनके सुरक्षाकर्मी खाना खाने गए तो ससुराल वालों ने कार और 10 लाख रुपये की मांग की। जब साक्षी ने मना किया तो उसे पीटा गया। इस मामले में 19 फरवरी को साक्षी ने इज्जतनगर थाने में अपने ससुराल वालों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई और कार्रवाई की मांग की। जब कोई कार्रवाई नहीं हुई तो वह अपने पति अजितेश के साथ एसएसपी कार्यालय पहुंची और न्याय की गुहार लगाई।
पुलिस में दर्ज शिकायत के मुताबिक, साक्षी मिश्रा ने अपने ससुराल वालों पर दहेज में कार और 10 लाख रुपये की मांग पूरी नहीं करने पर मारपीट का आरोप लगाया था। वहीं, साक्षी ने एसएसपी ऑफिस पहुंचकर न्याय की गुहार लगाई है। करीब चार साल पहले बिथरी चैनपुर के तत्कालीन बीजेपी विधायक की बेटी साक्षी मिश्रा ने दलित युवक अजितेश कुमार से प्रेम विवाह किया था।
साक्षी मिश्रा ने अपने शिकायती पत्र में बताया कि जब उसने एक बच्चे को जन्म दिया तो उनके ससुराल वालों ने बच्चे को नाजायज कहा। उसने अपने जीजा पर बुरी नियत रखने का भी आरोप लगाया है। शिकायती पत्र के माध्यम से साक्षी ने अपने ससुर, सौतेली सास, देवर और ननद के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
पति की अनुपस्थिति में अत्याचार किया
इस मामले में साक्षी के पति अजितेश ने भी बताया कि उसके परिवार वाले पहले उसकी पत्नी को प्रताड़ित करते थे। अब मुझे विश्वास होने लगा है कि ये सच है। साक्षी के पति अजितेश ने बताया कि परिवार के लोग कभी-कभी बिजली के तार से बिजली देते थे। 18 फरवरी को मेरी अनुपस्थिति में मुझे और अधिक परेशान किया गया। हम पहले से ही उत्पीड़न झेल रहे थे।' ऐसा हर घर में होता है। ये बात हमारे दिमाग में पहले से नहीं थी। छोटी-मोटी बातें तो चलती रहती हैं।
इस मामले में साक्षी के पति अजितेश ने भी बताया कि उसके परिवार वाले पहले उसकी पत्नी को प्रताड़ित करते थे। अब मुझे विश्वास होने लगा है कि ये सच है। साक्षी के पति अजितेश ने बताया कि परिवार के लोग कभी-कभी बिजली के तार से बिजली देते थे। 18 फरवरी को मेरी अनुपस्थिति में मुझे और अधिक परेशान किया गया। हम पहले से ही उत्पीड़न झेल रहे थे।' ऐसा हर घर में होता है। ये बात हमारे दिमाग में पहले से नहीं थी। छोटी-मोटी बातें तो चलती रहती हैं।
18 तारीख को साक्षी के साथ जो घटना घटी। वह असहनीय हो गयी है। इसलिए हमने इसकी शिकायत की है। आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। पति ने कहा कि सबसे बड़ी बात यह है कि पत्नी के पिता अब विधायक नहीं हैं। इन लोगों को लगा कि अगर वे विधायक बनेंगे तो उन्हें अधिक सुविधाएं मिलेंगी। दान-दहेज भी मिलेगा. कुछ लोगों की इच्छाएं पूरी नहीं होतीं। सब जानते हैं कि हम पति-पत्नी संपत्ति के भूखे नहीं हैं। धन-दौलत सब कुछ छोड़ दिया है। हम उस श्रेणी में नहीं आते। इन लोगों की मानसिकता अभी भी नहीं बदली है।