बागपत : महिला के बीच लट्ठ युद्ध; बच्चों को भी नहीं बख्शा, जमकर चले लाठी-डंडे,, 6 महिलाओं पर केस दर्ज

कस्बे के लोगों ने महिलाओं की पिटाई का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। इस मामले में सीओ बड़ौत विजय चौधरी का कहना है कि शिकायत मिलने के बाद मिथुन, वंश, राशि, डॉली, आशा, सुमन, कौशल और वेद के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।
 
'बागपत की लड़ाई' का वीडियो तो आपने देखा ही होगा। अरे वही वीडियो जिसमें चाट की दुकान को लेकर झगड़ा हुआ था। इस झगड़े में कई पुरुष शामिल थे। एक चाचा भी थे, जिन्हें इस झगड़े का मुख्य किरदार माना गया। इस झगड़े का वीडियो मीम्स के इतिहास में हमेशा के लिए दर्ज हो गया है। यह झगड़ा साल 2021 में हुआ था, जिसे इंटरनेट पर 'बागपत की लड़ाई' नाम से आसानी से सर्च किया जा सकता है। अब इसी तरह महिलाओं के दो गुटों में झगड़ा हुआ है, जिसका वीडियो वायरल हो रहा है।

 

दोघट कस्बे की रहने वाली रेखा ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि 5 नवंबर को वह अपने घर में काम कर रही थी, तभी पड़ोस के मिथुन, वंश, राशि, डॉली, आशा, सुमन, कौशल और वेदो लाठी-डंडे लेकर आ गए। जिन्होंने उसके साथ गाली-गलौज शुरू कर दी।

 

आरोप है कि जब उसने विरोध किया तो उस पर लाठी-डंडों से हमला कर दिया गया। इसके बाद उसे गली में घसीटकर पीटा गया। उसे बचाने आई मोहल्ले की महिलाओं और बच्चों को भी लाठी-डंडों से पीटकर घायल कर दिया। इसके बाद पुलिस से शिकायत करने पर जान से मारने की धमकी देकर हमलावर भाग गए। इसके बाद पुलिस ने घायल महिलाओं का सीएचसी में उपचार कराया।

 


महिलाओं के बीच चले लाठी डंडे 
वायरल वीडियो की शुरुआत में दो महिलाएं एक महिला को लाठी से बेरहमी से पीटती नजर आ रही हैं। इस मारपीट को देखने के लिए वहां कई लोग जमा नजर आ रहे हैं। थोड़ी ही देर में कई महिलाएं भी इस मारपीट में शामिल हो गईं और फिर एक-दूसरे पर लाठी-डंडों और लकड़ी के तख्तों से हमला करना शुरू कर दिया। धीरे-धीरे करीब दस महिलाएं महज दो महिलाओं के बीच हुई मारपीट में शामिल हो गईं। कुछ महिलाओं ने बड़े योद्धाओं की तरह माथे पर दुपट्टा भी बांध रखा है।

 

 

सोशल मीडिया यूजर्स क्या बोले 
एक सोशल मीडिया यूजर ने लिखा कि बागपत की लड़ाई का दूसरा भाग भी सामने आ गया है। एक ने लिखा कि एक बात तो साफ है कि बागपत के लोग बड़े नियम से लड़ते हैं। जैसे गदा युद्ध में कहां हमला करना है और कहां नहीं। सिर्फ पैरों पर वार किया जा रहा है। इसके अलावा युद्ध से भागने वालों पर कोई वार नहीं किया जा रहा है। एक अन्य ने लिखा कि पिछले कुछ सालों से बागपत में युद्धों की संख्या बढ़ती जा रही है। इसे देखते हुए इसे इतिहास में कुरुक्षेत्र, पानीपत, प्लासी, चौसा, तराइन, बक्सर के समकक्ष रखा जाएगा।