योगी सरकार का ऐतिहासिक कदम: ग्रेटर नोएडा में खुला हाईटेक परिषदीय विद्यालय, सुविधाएं जान चौंक जाएंगे आप
1.30 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित स्मार्ट विद्यालय, छात्रों के लिए आधुनिक सुविधाओं और समावेशी शिक्षा की शुरुआत
Mar 17, 2025, 18:36 IST
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ग्रेटर नोएडा के मथुरापुर में 19 मार्च को 1.30 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित हाईटेक परिषदीय विद्यालय का उद्घाटन किया जाएगा। यह विद्यालय योगी सरकार की ऑपरेशन कायाकल्प योजना का हिस्सा है, जिसके तहत परिषदीय विद्यालयों को आधुनिक शिक्षा केंद्रों में बदलने की दिशा में तेजी से काम किया जा रहा है। इस ऐतिहासिक पहल का शुभारंभ प्रदेश के बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) संदीप सिंह करेंगे।READ ALSO:-झांसी के पास जीटी एक्सप्रेस के इंजन में लगी आग, यात्रियों में मची अफरा-तफरी
योगी सरकार का लक्ष्य केवल अधिक विद्यालय खोलना नहीं, बल्कि उनकी गुणवत्ता में सुधार करना है। इस विद्यालय में बच्चों को वैश्विक प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार करने के उद्देश्य से स्मार्ट क्लासरूम, डिजिटल बोर्ड, प्रयोगशालाएं, और स्वच्छता व स्वास्थ्य प्रबंधन की सुविधाएं प्रदान की गई हैं। इस समय विद्यालय में 90 छात्र अध्ययनरत हैं, लेकिन आगामी सत्र में 150 से अधिक बच्चों को प्रवेश देने का लक्ष्य रखा गया है।
आधुनिक सुविधाओं से लैस विद्यालय
इस हाईटेक विद्यालय में छात्रों के लिए स्मार्ट क्लासरूम की सुविधा उपलब्ध कराई गई है, जिसमें डिजिटल बोर्ड और स्मार्ट लर्निंग टूल्स लगाए गए हैं। शिक्षा के साथ-साथ स्वच्छता और स्वास्थ्य का भी खास ध्यान रखा गया है। शुद्ध पेयजल की व्यवस्था आरओ और वाटर फिल्टर के माध्यम से की गई है। साथ ही, छात्रों के लिए अलग-अलग शौचालय बनाए गए हैं, ताकि स्वच्छता और सुविधा सुनिश्चित हो सके।
इस हाईटेक विद्यालय में छात्रों के लिए स्मार्ट क्लासरूम की सुविधा उपलब्ध कराई गई है, जिसमें डिजिटल बोर्ड और स्मार्ट लर्निंग टूल्स लगाए गए हैं। शिक्षा के साथ-साथ स्वच्छता और स्वास्थ्य का भी खास ध्यान रखा गया है। शुद्ध पेयजल की व्यवस्था आरओ और वाटर फिल्टर के माध्यम से की गई है। साथ ही, छात्रों के लिए अलग-अलग शौचालय बनाए गए हैं, ताकि स्वच्छता और सुविधा सुनिश्चित हो सके।
सुरक्षा और आपातकालीन प्रबंधन
विद्यालय में सुरक्षा के भी खास प्रबंध किए गए हैं। आकस्मिक परिस्थितियों के लिए हर कक्षा में दो दरवाजे बनाए गए हैं, जिससे किसी भी आपात स्थिति में छात्रों को आसानी से निकाला जा सके। मिड-डे मील के लिए एक अलग भवन तैयार किया गया है, जहां छात्र आराम से भोजन कर सकेंगे। इसके अतिरिक्त, बच्चों के समग्र विकास के लिए विद्यालय में खेलकूद और प्रयोगशाला की विशेष व्यवस्था की गई है।
विद्यालय में सुरक्षा के भी खास प्रबंध किए गए हैं। आकस्मिक परिस्थितियों के लिए हर कक्षा में दो दरवाजे बनाए गए हैं, जिससे किसी भी आपात स्थिति में छात्रों को आसानी से निकाला जा सके। मिड-डे मील के लिए एक अलग भवन तैयार किया गया है, जहां छात्र आराम से भोजन कर सकेंगे। इसके अतिरिक्त, बच्चों के समग्र विकास के लिए विद्यालय में खेलकूद और प्रयोगशाला की विशेष व्यवस्था की गई है।
दिव्यांग छात्रों के लिए विशेष सुविधाएं
योगी सरकार ने समावेशी शिक्षा को प्राथमिकता देते हुए दिव्यांग छात्रों के लिए विशेष सुविधाएं विकसित की हैं। यह विद्यालय दिव्यांग अनुकूल विद्यालय के रूप में बनाया गया है, जिसमें दिव्यांग छात्रों के लिए रैंप, रेलिंग, और विशेष सहायक उपकरण उपलब्ध कराए गए हैं। इसके अलावा, विशेष रूप से प्रशिक्षित शिक्षकों की नियुक्ति की जा रही है, जो दिव्यांग छात्रों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए शिक्षण देंगे।
योगी सरकार ने समावेशी शिक्षा को प्राथमिकता देते हुए दिव्यांग छात्रों के लिए विशेष सुविधाएं विकसित की हैं। यह विद्यालय दिव्यांग अनुकूल विद्यालय के रूप में बनाया गया है, जिसमें दिव्यांग छात्रों के लिए रैंप, रेलिंग, और विशेष सहायक उपकरण उपलब्ध कराए गए हैं। इसके अलावा, विशेष रूप से प्रशिक्षित शिक्षकों की नियुक्ति की जा रही है, जो दिव्यांग छात्रों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए शिक्षण देंगे।
पर्यावरण संरक्षण पर भी ध्यान
विद्यालय निर्माण के दौरान पर्यावरण संरक्षण को भी प्राथमिकता दी गई है। इसे ग्रीन स्कूल मॉडल के अनुरूप बनाया गया है, जिसमें प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण और सतत विकास के सिद्धांतों को अपनाया गया है। विद्यालय परिसर में किसी भी पेड़ को न काटने का फैसला लिया गया, बल्कि पौधारोपण को बढ़ावा दिया गया है, जिससे बच्चों को एक स्वच्छ और हरा-भरा वातावरण मिल सके।
विद्यालय निर्माण के दौरान पर्यावरण संरक्षण को भी प्राथमिकता दी गई है। इसे ग्रीन स्कूल मॉडल के अनुरूप बनाया गया है, जिसमें प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण और सतत विकास के सिद्धांतों को अपनाया गया है। विद्यालय परिसर में किसी भी पेड़ को न काटने का फैसला लिया गया, बल्कि पौधारोपण को बढ़ावा दिया गया है, जिससे बच्चों को एक स्वच्छ और हरा-भरा वातावरण मिल सके।
बेसिक शिक्षा मंत्री का बयान
बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) संदीप सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सबका साथ, सबका विकास नीति के तहत परिषदीय विद्यालयों में नई सुविधाएं जोड़ी जा रही हैं। मथुरापुर का यह विद्यालय इस नीति का बेहतरीन उदाहरण है, जहां दिव्यांग छात्रों के लिए विशेष रैंप, समावेशी कक्षाएं और अन्य जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं, ताकि वे भी बिना किसी बाधा के गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त कर सकें।
बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) संदीप सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सबका साथ, सबका विकास नीति के तहत परिषदीय विद्यालयों में नई सुविधाएं जोड़ी जा रही हैं। मथुरापुर का यह विद्यालय इस नीति का बेहतरीन उदाहरण है, जहां दिव्यांग छात्रों के लिए विशेष रैंप, समावेशी कक्षाएं और अन्य जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं, ताकि वे भी बिना किसी बाधा के गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त कर सकें।
निष्कर्ष:
योगी सरकार की यह पहल समावेशी शिक्षा और आधुनिक सुविधाओं के माध्यम से सरकारी विद्यालयों को निजी स्कूलों जैसी सुविधाएं प्रदान करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। इससे बच्चों को समान अवसर मिलेंगे और भविष्य में वे बेहतर शिक्षा के साथ वैश्विक प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार हो सकेंगे।
योगी सरकार की यह पहल समावेशी शिक्षा और आधुनिक सुविधाओं के माध्यम से सरकारी विद्यालयों को निजी स्कूलों जैसी सुविधाएं प्रदान करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। इससे बच्चों को समान अवसर मिलेंगे और भविष्य में वे बेहतर शिक्षा के साथ वैश्विक प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार हो सकेंगे।