दिल्ली-नोएडा में भीषण गर्मी से 19 लोगों की मौत, अलग-अलग जगहों से 14 शव बरामद, लू लगने से मौत की आशंका
दिल्ली से सटे नोएडा में अलग-अलग जगहों से कई लोगों की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। आशंका जताई जा रही है कि ये सभी मौतें लू और हीट स्ट्रोक की वजह से हुई हैं। हालांकि, सभी शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। जांच रिपोर्ट आने के बाद ही असली वजह का पता चल पाएगा। इतनी बड़ी संख्या में मौतों से लोगों में भीषण गर्मी को लेकर दहशत का माहौल है।
Jun 19, 2024, 19:17 IST
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दिल्ली और नोएडा में 19 लोगों की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत का मामला सामने आया है। माना जा रहा है कि ये मौतें भीषण गर्मी और लू के कारण हुई हैं। हालांकि स्वास्थ्य विभाग की ओर से अभी मौतों की पुष्टि नहीं की गई है। विभाग का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है। नोएडा की बात करें तो पिछले 24 घंटे में अलग-अलग इलाकों से 14 लोगों के शव बरामद हुए हैं। लोगों में भीषण गर्मी की दहशत साफ दिखाई दे रही है। बाजार सूने नजर आ रहे हैं, लोग अपने घरों में दुबके हुए हैं। उत्तर भारत में इस समय गर्मी अपने चरम पर है।Read Also:-UP : शर्मनाक! हीट स्ट्रोक से गश खाकर गिर गया हेड कांस्टेबल, वीडियो बनाते रहे दरोगा जी; हो गई मौत
लू और हीट स्ट्रोक के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। मंगलवार को मरने वाले ज्यादातर लोगों को उनके परिजन अस्पताल लेकर आए थे। कुछ लोगों के शव पुलिस ने बरामद किए हैं। शवों पर कोई निशान नहीं मिले हैं। जिससे गर्मी के कारण मौत की संभावना जताई जा रही है।
Even in AC homes Delhi heat is unbearable
— Sadhika Tiwari (@sadhika_tiwari) June 19, 2024
Yet, daily wagers are exerting under the sun, in tunnels with no ventilation, coming out nearly unconscious, drenched in sweat
This is inhumane
Are we waiting for heatwave deaths to rise?
Workers need governmnt help & they need it now! pic.twitter.com/frgCnML0zA
सभी शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है
शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। विभाग रिपोर्ट का इंतजार कर रहा है। जिसके बाद ही इसकी पुष्टि हो पाएगी। नोएडा जिला अस्पताल की सीएमएस रेणु अग्रवाल के मुताबिक, 14 लोगों को मृत अवस्था में लाया गया था। कुछ शव पुलिस लेकर आई थी। सभी शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। हीट स्ट्रोक को लू लगना कहते हैं। इससे शरीर का तापमान तेजी से बढ़ने लगता है। शरीर नियंत्रण खो देता है और पसीना निकालने वाला तंत्र फेल हो जाता है। जिससे पसीना नहीं आता। 15 मिनट के अंदर ही व्यक्ति की मौत हो जाती है। शरीर का तापमान 106 डिग्री फारेनहाइट से अधिक हो जाता है।
अगर सिर में दर्द, बेहोशी, तेज बुखार, मानसिक स्थिति खराब होना, उल्टी, हृदय गति बढ़ना, त्वचा का लाल होना, त्वचा का नरम या सूखना और डिमेंशिया के लक्षण दिखें तो सावधानी बरतने की जरूरत है। ये लक्षण दिखने पर शरीर से कपड़ों की परत हटा देनी चाहिए। पीड़ित को तुरंत कूलर या पंखे के सामने ले जाएं। उसे ठंडे पानी से नहला सकते हैं। सिर या गर्दन के पास गीला तौलिया रखें। आराम न मिले तो डॉक्टर से सलाह लें। दिल्ली में 12 से ज्यादा लोग गर्मी के कारण वेंटिलेटर पर हैं। इस समय दिल्ली में 45 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा तापमान दर्ज किया जा रहा है। विभाग ने अगले 24 घंटों में भी उत्तर भारत में लू चलने की संभावना जताई है।
क्या होती है हीटवेव?
देश के कोने-कोने से लू के कारण लोगों की जान जाने की खबरें आ रही हैं। वहीं दूसरी ओर मौसम विभाग की ओर से भी अच्छी खबर नहीं है। मानसून का नामोनिशान नहीं है और लोग भीषण गर्मी से परेशान हो रहे हैं। घरों और दफ्तरों में न तो कूलर चल रहे हैं और न ही एसी। गर्मी के कारण हीट स्ट्रोक और लू लगने के मामले भी बढ़ रहे हैं। हीट स्ट्रोक की बात करें तो हीट स्ट्रोक को आम भाषा में 'लू लगना' कहते हैं। ऐसा तब होता है जब आपका शरीर अपने तापमान को नियंत्रित नहीं कर पाता। हीट स्ट्रोक होने पर शरीर का तापमान तेजी से बढ़ता है और शरीर खुद को ठंडा नहीं कर पाता। डॉक्टरों के मुताबिक, अगर कोई व्यक्ति हीट स्ट्रोक की चपेट में आ जाता है तो 10 से 15 मिनट के अंदर शरीर का तापमान 106°F या उससे भी ज्यादा हो सकता है।
देश के कोने-कोने से लू के कारण लोगों की जान जाने की खबरें आ रही हैं। वहीं दूसरी ओर मौसम विभाग की ओर से भी अच्छी खबर नहीं है। मानसून का नामोनिशान नहीं है और लोग भीषण गर्मी से परेशान हो रहे हैं। घरों और दफ्तरों में न तो कूलर चल रहे हैं और न ही एसी। गर्मी के कारण हीट स्ट्रोक और लू लगने के मामले भी बढ़ रहे हैं। हीट स्ट्रोक की बात करें तो हीट स्ट्रोक को आम भाषा में 'लू लगना' कहते हैं। ऐसा तब होता है जब आपका शरीर अपने तापमान को नियंत्रित नहीं कर पाता। हीट स्ट्रोक होने पर शरीर का तापमान तेजी से बढ़ता है और शरीर खुद को ठंडा नहीं कर पाता। डॉक्टरों के मुताबिक, अगर कोई व्यक्ति हीट स्ट्रोक की चपेट में आ जाता है तो 10 से 15 मिनट के अंदर शरीर का तापमान 106°F या उससे भी ज्यादा हो सकता है।