Ration distribution In UP: राशन कार्ड धारकों के लिए रहत भरी खबर, अब डीलर नहीं कर सकेंगे कटौती, वितरण प्रणाली में सुधार
अब मिलेगा पूरा राशन, ई-पीओएस (e-POS) मशीन तौल कांटे से कनेक्ट होगी, मशीन पर दर्ज मात्रा ही कांटे पर तौल होगी। कोरोना काल में वितरण के दौरान शिकायत थी कि डीलर कार्डधारकों को प्रति यूनिट पांच किलो की जगह तीन या चार किलो ही अनाज दे रहे हैं। जब पूरे राज्य से डीलरों द्वारा दबंगई की शिकायत मिल रही थी।
Feb 28, 2024, 18:09 IST
|
राशन वितरण प्रणाली में लगातार सुधार के बाद अब एक नया कदम उठाया गया है। डीलरों के यहां तौल कांटा ई-पीओएस मशीन से जुड़ा होगा। इससे जितना राशन का डाटा मशीन पर दर्ज होगा, उतना ही राशन कांटे से तौला जा सकेगा।
मार्च से सभी डीलरों को मशीन पहुंचा दी जाएगी। डीलरों के पास पहले से उपलब्ध ई-पास मशीनें और कांटे संबंधित निजी कंपनी को हस्तांतरित कर दिए जाएंगे। इसके स्थान पर नई मशीन दी जाएगी।
कार्डधारकों को कम दिया
कोरोना काल में शिकायत थी कि डीलर कार्डधारकों को प्रति यूनिट पांच किलो की जगह तीन या चार किलो ही दे रहे हैं. जब पूरे राज्य में डीलरों की दबंगई की शिकायतें पहुंचीं तो सरकारी स्तर पर इस फर्जीवाड़े का विकल्प ढूंढने की कोशिशें शुरू हुईं। इसमें सामने आया कि राशन डीलर ई-पीओएस मशीन में हमेशा सही मात्रा ही दर्ज करता है। यानी अगर किसी राशन कार्ड पर 15 किलो राशन देना है तो मशीन पर 15 किलो ही दर्ज होगा।
कोरोना काल में शिकायत थी कि डीलर कार्डधारकों को प्रति यूनिट पांच किलो की जगह तीन या चार किलो ही दे रहे हैं. जब पूरे राज्य में डीलरों की दबंगई की शिकायतें पहुंचीं तो सरकारी स्तर पर इस फर्जीवाड़े का विकल्प ढूंढने की कोशिशें शुरू हुईं। इसमें सामने आया कि राशन डीलर ई-पीओएस मशीन में हमेशा सही मात्रा ही दर्ज करता है। यानी अगर किसी राशन कार्ड पर 15 किलो राशन देना है तो मशीन पर 15 किलो ही दर्ज होगा।
उचित वजन के बाद ही अंगूठा लगाएं
सही मात्रा दर्ज करने पर कार्ड धारक अंगूठा ऊपर कर देता है। इसके बाद मशीन पर वजन करते समय डीलर मात्रा कम कर देते हैं। यानी करीब 10 या 12 किलो। एक समाधान यह निकाला गया कि जब डीलर कांटे पर सही तौल करे तो कार्डधारक अंगूठा ऊपर कर दे। इससे डीलरों की मनमानी पर रोक लगेगी। इसी उपाय के तहत सॉफ्टवेयर तैयार किया गया। कांटा और ई-पीओएस मशीन को एक साथ जोड़ा गया था।
सही मात्रा दर्ज करने पर कार्ड धारक अंगूठा ऊपर कर देता है। इसके बाद मशीन पर वजन करते समय डीलर मात्रा कम कर देते हैं। यानी करीब 10 या 12 किलो। एक समाधान यह निकाला गया कि जब डीलर कांटे पर सही तौल करे तो कार्डधारक अंगूठा ऊपर कर दे। इससे डीलरों की मनमानी पर रोक लगेगी। इसी उपाय के तहत सॉफ्टवेयर तैयार किया गया। कांटा और ई-पीओएस मशीन को एक साथ जोड़ा गया था।
जिला आपूर्ति पदाधिकारी विनय कुमार सिंह ने बताया कि मार्च से इसकी शुरुआत होने की उम्मीद है। पहले संबंधित मशीनों के लिए ट्रेनिंग होगी और फिर उसके बाद वितरण शुरू होगा।