मेरठ: ड्यूटी से फरार होकर लुटेरों का गिरोह चलाने वाले दो कांस्टेबल निलंबित, झुंझुनू में किया था व्यापारी का अपहरण

राजस्थान पुलिस ने बुधवार को ड्यूटी से फरार दो पुलिसकर्मियों और उनके तीन साथियों को गिरफ्तार किया है। इस गिरोह ने बुलंदशहर के कपड़ा व्यापारी जाखिया और उनकी पत्नी को बुधवार दोपहर चूरू से झुंझुनू जा रही रोडवेज बस से अगवा कर लिया था। उनके पास पांच लाख रुपये थे।
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राजस्थान के झुंझुनू में गैंग बनाकर अपहरण और लूट की वारदात को अंजाम देने वाले यूपी पुलिस के दो सिपाहियों को एसएसपी ने सस्पेंड कर दिया है। दोनों सिपाहियों ने राजस्थान में अपना गैंग बनाया था। इनकी योजना दो व्यापारियों का अपहरण कर फिरौती वसूलने की थी। लेकिन राजस्थान पुलिस ने गैंग को पकड़ लिया। बुधवार को दोनों सिपाहियों की सूचना एसएसपी कार्यालय भेजी गई। पता चला कि यह गैंग लोहियानगर थाने में तैनात सिपाही रिंकू सिंह ने बनाया है। जबकि उसका साथी हेड कांस्टेबल अमित कुमार भावनपुर थाने में तैनात है। Read also:-उत्तर प्रदेश सरकार का बड़ा फैसला, उद्योगपतियों और बेरोजगारों को बैंकों ने कम लोन दिया तो जिलाधिकारी और मंडल आयुक्त होंगे जिम्मेदार

 

पुलिसकर्मियों के गैंग में वकील और महिला भी शामिल 
पुलिस जांच में पता चला है कि मेरठ के कंकरखेड़ा निवासी वकील आकाश शर्मा भी इनके साथ था। आकाश शर्मा पेशे से वकील है। इस गैंग में एक महिला भी शामिल थी, जिसकी पहचान मीनू के रूप में हुई है। जो पहले मेरठ के एक निजी अस्पताल में रिसेप्शनिस्ट का काम करती थी। वहीं से वह इन पुलिसकर्मियों के संपर्क में आई थी। मीनू गाजियाबाद के विजयनगर की रहने वाली है। इस गैंग का एक सदस्य मुनकाद हापुड़ का रहने वाला है। वह मजदूर है। उसने लूट की वारदात के लिए रेकी की थी। उसके खिलाफ पहले भी कई मामले दर्ज हैं। मुनकाद फिलहाल लिसाड़ी गेट थाना क्षेत्र में रहता है। दोनों सिपाही जब समर गार्डन चौकी पर तैनात थे, उसी दौरान मुनकाद से उनकी दोस्ती हो गई थी। 

 

दोनों सिपाही पहले भी अपनी खराब छवि और कार्यशैली के चलते अलग-अलग थानों से निलंबित हो चुके हैं। जांच में यह भी पता चला है कि दोनों सिपाही ड्यूटी पर होने के बावजूद राजस्थान में इस वारदात को अंजाम देने में शामिल थे। दोनों सिपाही फिलहाल मेरठ में तैनात हैं। 

 

कांस्टेबल रिंकू नोएडा के दुजाना का रहने वाला  
राजस्थान पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए आरोपियों में रिंकू सिंह गुर्जर गौतमबुद्ध नगर के दुजाना गांव का रहने वाला है। यह भी पता चला है कि रिंकू उसी दुजाना गांव का रहने वाला है, जहां पिछले साल मेरठ में एसटीएफ ने एक लाख रुपये के इनामी बदमाश अनिल दुजाना को मुठभेड़ के बाद मार गिराया था। उसके खिलाफ 65 मामले दर्ज थे। अनिल दुजाना रिंकू का चाचा था। जबकि अमित खटाना सहारनपुर के कुतुबशहर का रहने वाला है। गिरफ्तार आरोपियों में अनुज नागर दिल्ली का रहने वाला है।

 

ऐसे दिया वारदात को अंजाम
23 अक्टूबर को बुलंदशहर निवासी जाखिया, उसकी पत्नी नाजरीन, उसका सहकर्मी आरिफ और दोजी राजस्थान के चूरू से झुंझुनू आ रही रोडवेज बस में बैठे थे। खासोली बालाजी धाम के पास बस को रुकवाकर यूपी पुलिस के सिपाहियों ने अपने गिरोह के अन्य सदस्यों के साथ मिलकर उन्हें जबरन अपनी गाड़ी में बैठा लिया। 

 

बस में सवार एक यात्री ने इसकी सूचना नजदीकी पुलिस थाना बिसाऊ को दी। जिसके बाद पुलिस ने गांगियासर चौराहे पर नाकाबंदी कर यूपी नंबर की एक लाल रंग की कार को रुकने का इशारा किया, लेकिन कार बैरिकेड तोड़कर भाग गई, हालांकि राजस्थान पुलिस का कहना है कि अपहरण कर जबरन कार में बैठाए गए आरिफ और दोजी को कार से उतार लिया गया था। इसके बाद आरोपी भाग रहे थे।

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पुलिस ने आरोपियों को घेरकर किया गिरफ्तार
जांच में पता चला कि जिन लोगों का अपहरण किया गया था, वे अपने साथ पांच लाख रुपये भी ले गए थे। इनके पास से हथकड़ी, दो तमंचे और होलस्टर कवर बरामद हुए हैं। एसपी ग्रामीण राकेश कुमार ने बताया कि पूरे मामले में कार्रवाई की गई है। 

 

एसएसपी डॉ. विपिन ताडा ने दोनों पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है। फिलहाल दोनों की डिटेल खंगाली जा रही है। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि ये दोनों कब से अपनी ड्यूटी से गायब हैं। पुलिस अब इनके मोबाइल की पुरानी लोकेशन भी खंगाल रही है।
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