मेरठ: इस बार कांवड़ यात्रा में दिखेगा तिरंगा, पूरे कांवड़ मार्ग में सीसीटीवी से कंट्रोल, हेलीकॉप्टर से होगी पुष्प वर्षा; मुख्य सचिव और DGP ने की बैठक.....
उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह और DGP प्रशांत कुमार ने मेरठ में चार राज्यों के अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में 22 जुलाई से शुरू हो रही कांवड़ यात्रा की तैयारियों पर चर्चा की गई।
Jul 6, 2024, 19:31 IST
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22 जुलाई से शुरू हो रही कांवड़ यात्रा को लेकर मुख्य सचिव मनोज कुमार और डीजीपी प्रशांत कुमार ने चार राज्यों की बैठक की, जिसमें तय हुआ कि इस बार कांवड़ यात्रा में देशभक्ति पर ज्यादा फोकस रहेगा। बम भोले के साथ ही कांवड़ यात्रा में तिरंगा झंडा भी नजर आएगा। इसके लिए कांवड़ियों को प्रेरित किया जा रहा है। पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार ने बताया कि इस बार भी कांवड़ियों का स्वागत हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा कर किया जाएगा। सुरक्षा में कोई ढिलाई नहीं बरती जाएगी। सिविल पुलिस के अलावा पीएसी और अर्धसैनिक बलों को भी तैनात किया गया है।READ ALSO:-सावन में हरिद्वार जाएं तो निकलने से पहले ये बात जरूर जान ले, कई रास्ते बंद तो रूट भी डायवर्ट, जानें क्या रहेगी ट्रैफिक एडवाइजरी?
DGP ने कहा कि हाईवे पर यातायात व्यवस्था पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। आम लोगों को भी कांवड़ यात्रा के दौरान कोई परेशानी न हो। ऐसी व्यवस्था पुलिस और प्रशासन के अधिकारी मिलकर करेंगे। डीजीपी ने कहा कि कांवड़ यात्रा के दौरान शहर में जाम न लगे। ऐसी व्यवस्था भी की जाएगी। इसलिए अधिकांश कांवड़ियों को नहर पटरी से निकाला जाएगा। इस बार वहां अधिक पुलिस बल तैनात करने के निर्देश दिए गए हैं।
शनिवार को चार राज्यों के अधिकारियों के साथ कांवड़ यात्रा की प्लानिंग भी की गई। पिछले साल डीजे यानी म्यूजिक सिस्टम के बिजली की लाइन से टकराने से पांच लोगों की मौत हो गई थी। डीजे की ऊंचाई पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। इस बार यूपी पुलिस के जवानों की भी ड्यूटी उत्तराखंड में लगाई जाएगी। ताकि वे हरिद्वार से ही व्यवस्था बनाकर उत्तर प्रदेश की सीमा में कांवड़ियों पर नजर रख प्रवेश करवा सकें।
कांवड़ यात्रा के दौरान लगाए जाने वाले सीसीटीवी अधिकारियों के मोबाइल से कनेक्ट रहेंगे। ताकि अधिकारी हरिद्वार से लेकर दिल्ली की सीमा तक कांवड़ियों पर नजर रख सकें। मुख्य सचिव मनोज कुमार ने बताया कि कांवड़ रूट पर खामियों को दूर करने के आदेश प्रशासनिक अधिकारी को दिए गए हैं। साथ ही पुराने हादसों से सबक लेकर उन पर काम किया जाएगा ताकि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों। कमिश्नर सभागार में बैठक के बाद दोनों अधिकारी औघड़नाथ मंदिर पहुंचे जहां उन्होंने जलाभिषेक किया।
पूरे कांवड़ रूट पर सीसीटीवी से नियंत्रण
पूरे कांवड़ रूट पर सीसीटीवी लगाकर कंट्रोल रूम के जरिए निगरानी की जाएगी। सादे कपड़ों में पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे। ड्रोन कैमरों से 24 घंटे कांवड़ मार्ग पर निगरानी रखी जाएगी।
पूरे कांवड़ रूट पर सीसीटीवी लगाकर कंट्रोल रूम के जरिए निगरानी की जाएगी। सादे कपड़ों में पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे। ड्रोन कैमरों से 24 घंटे कांवड़ मार्ग पर निगरानी रखी जाएगी।
जिले को 22 जोन और 62 सेक्टरों में बांटा गया
22 जुलाई से शुरू हो रही कांवड़ यात्रा को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने के लिए हर स्तर पर तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। सभी सरकारी विभागों को जिम्मेदारी दी गई है। कांवड़ यात्रा के दौरान शांति व्यवस्था बनाए रखने और सतर्कता बरतने के लिए जिले को 22 जोन और 62 सेक्टरों में बांटकर अफसरों की जिम्मेदारी तय की गई है। तैनात अफसर आठ-आठ घंटे अपने निर्धारित स्थानों पर तैनात रहेंगे। जिले के मुख्य कांवड़ मार्गों पर 24 घंटे निगरानी रखी जाएगी और सभी अफसरों को जोनल और सेक्टर मजिस्ट्रेट बनाने के साथ रिजर्व भी रखा गया है।
कांवड़ मार्ग पर मिली कमियों को दूर करने के निर्देश
एडीजी डीके ठाकुर, कमिश्नर सेल्वा कुमारी जे., आईजी नचिकेता झा, डीएम दीपक मीना, एसएसपी डॉ. विपिन ताडा ने कांवड़ मार्ग पर तैयारियों का निरीक्षण किया। कांवड़ मार्ग पर पड़े गड्ढों को तत्काल भरने को कहा गया है। सड़क किनारे कूड़ा-कचरा साफ करने, सड़क पर प्रकाश की व्यवस्था करने के अलावा लटकते तारों को ठीक करने को कहा। झाड़ियों को साफ करने, बिजली के खंभों पर पॉलीथिन लगाने और सड़क पर शौचालय की व्यवस्था करने के निर्देश दिए।
एडीजी डीके ठाकुर, कमिश्नर सेल्वा कुमारी जे., आईजी नचिकेता झा, डीएम दीपक मीना, एसएसपी डॉ. विपिन ताडा ने कांवड़ मार्ग पर तैयारियों का निरीक्षण किया। कांवड़ मार्ग पर पड़े गड्ढों को तत्काल भरने को कहा गया है। सड़क किनारे कूड़ा-कचरा साफ करने, सड़क पर प्रकाश की व्यवस्था करने के अलावा लटकते तारों को ठीक करने को कहा। झाड़ियों को साफ करने, बिजली के खंभों पर पॉलीथिन लगाने और सड़क पर शौचालय की व्यवस्था करने के निर्देश दिए।
डीजे मानकों के विपरीत मिला तो केस दर्ज होगा
शुक्रवार को पुलिस लाइंस में हुई बैठक में एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने जिले के सभी म्यूजिक सिस्टम संचालकों को बुलाया। 507 डीजे संचालकों को आदेश दिए कि यदि डीजे मानकों के अनुरूप नहीं पाया गया तो संचालकों के खिलाफ तत्काल केस दर्ज कराया जाएगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि डीजे की ऊंचाई 12 फीट और चौड़ाई 16 फीट होनी चाहिए। ध्वनि 75 डेसिबल से अधिक नहीं होनी चाहिए।
शुक्रवार को पुलिस लाइंस में हुई बैठक में एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने जिले के सभी म्यूजिक सिस्टम संचालकों को बुलाया। 507 डीजे संचालकों को आदेश दिए कि यदि डीजे मानकों के अनुरूप नहीं पाया गया तो संचालकों के खिलाफ तत्काल केस दर्ज कराया जाएगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि डीजे की ऊंचाई 12 फीट और चौड़ाई 16 फीट होनी चाहिए। ध्वनि 75 डेसिबल से अधिक नहीं होनी चाहिए।
एसपी सिटी ने सभी डीजे संचालकों के नाम भी अपने रजिस्टर में दर्ज किए। साथ ही सभी के मोबाइल नंबर भी लिए गए। सभी डीजे संचालकों ने यह भी आश्वासन दिया कि वे मानक पूरे करने की शर्त पर ही कांवड़ियों को डीजे देंगे।