मेरठ : आईआईटी रिटायर्ड प्रोफेसर दंपत्ति से 3.10 करोड़ की ठगी, शेयर ट्रेडिंग में भारी मुनाफे का लालच देकर साइबर ठगों ने की ठगी....
उत्तर प्रदेश के मेरठ में साइबर जालसाजों ने रिटायर्ड प्रोफेसर दंपती से 3.10 करोड़ रुपये ठग लिए। आरोपियों ने उन्हें वॉट्सऐप पर शेयर ट्रेडिंग में भारी मुनाफे का लालच दिया। जब तक दंपती को ठगी का पता चला, तब तक खाते से सारी रकम निकल चुकी थी।
Updated: Oct 31, 2024, 15:18 IST
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एक बार फिर साइबर ठगों ने रिटायर्ड प्रोफेसर दंपती को ठगी का शिकार बनाया है। साइबर अपराधियों ने दंपती को शेयर ट्रेडिंग से मोटे मुनाफे का लालच देकर 3.10 करोड़ रुपये ठग लिए। दंपती ने एसएसपी से शिकायत कर रुपये वापस दिलाने की गुहार लगाई है। एसएसपी ने साइबर टीम को मामले की जांच कर कार्रवाई के निर्देश भी दिए हैं।READ ALSO:-दिवाली 2024: क्या उत्तर प्रदेश में भी पटाखों पर बैन? दिवाली पर पटाखे चलाने से पहले जान लें ये खबर
प्रोफेसर से 1 करोड़ 73 लाख 25 हजार रुपये ट्रांसफर करवाए
गंगानगर थाना क्षेत्र के गंगासागर निवासी एके अग्रवाल रुड़की इंजीनियरिंग कॉलेज से रिटायर्ड प्रोफेसर हैं। डॉ. अग्रवाल ने एसएसपी विपिन ताडा को दी शिकायत में बताया कि उन्हें अनाया शर्मा और रितेश जैन नाम के युवकों से कई बार व्हाट्सएप कॉल और मैसेज आए। दोनों ने खुद को शेयर मार्केट का एक्सपर्ट बताया। इसके साथ ही शेयर ट्रेडिंग में मोटे मुनाफे का झांसा दिया। दोनों ठगों के बार-बार कहने पर उन्होंने 26 सितंबर को ब्रांडीवाइन ग्लोबल कंपनी में एचएनआई (हाई नेट वर्थ इन्वेस्टमेंट) में खाता खुलवाया।
गंगानगर थाना क्षेत्र के गंगासागर निवासी एके अग्रवाल रुड़की इंजीनियरिंग कॉलेज से रिटायर्ड प्रोफेसर हैं। डॉ. अग्रवाल ने एसएसपी विपिन ताडा को दी शिकायत में बताया कि उन्हें अनाया शर्मा और रितेश जैन नाम के युवकों से कई बार व्हाट्सएप कॉल और मैसेज आए। दोनों ने खुद को शेयर मार्केट का एक्सपर्ट बताया। इसके साथ ही शेयर ट्रेडिंग में मोटे मुनाफे का झांसा दिया। दोनों ठगों के बार-बार कहने पर उन्होंने 26 सितंबर को ब्रांडीवाइन ग्लोबल कंपनी में एचएनआई (हाई नेट वर्थ इन्वेस्टमेंट) में खाता खुलवाया।
शुरुआत में उन्होंने 50 हजार रुपये निवेश किए। प्रोफेसर ने बताया कि 10 अक्टूबर तक उनके खाते से 22 ट्रांजेक्शन हुए, जिसमें 1 करोड़ 73 लाख 25 हजार रुपये अलग-अलग बैंक खातों में ट्रांसफर किए गए। हुंडई मोटर इंडिया लिमिटेड के शेयर उन्हें आवंटित किए गए हैं, जो ब्रांडीवाइन ग्लोबल के पास हैं।
एके अग्रवाल की पत्नी अंजना अग्रवाल से ठगे 1 करोड़ 37 लाख 56 हजार
एके अग्रवाल की पत्नी अंजना अग्रवाल ने भी अनाया शर्मा और रितेश जैन के कहने पर 3 अक्टूबर को खाता खुलवाया। अंजना अग्रवाल ने पहले एक लाख रुपये और फिर 50 हजार रुपये ट्रांसफर किए। इसके बाद 13 ट्रांजेक्शन में 1 करोड़ 37 लाख 56 हजार रुपये बताए गए खातों में ट्रांसफर कर दिए। अंजना अग्रवाल ने बताया कि उनसे पैसे ठगने के बाद भी ये लोग उन्हें अपनी बातों में उलझाए रखते रहे। एके अग्रवाल ने बताया कि जब उन्हें अपने पैसों के निवेश के बारे में कोई जानकारी नहीं मिली तो उन्हें शक हुआ कि उनके साथ ठगी हुई है। इस पर जब अनाया शर्मा से व्हाट्सएप कॉल के जरिए संपर्क किया गया तो उन्होंने सेबी से संपर्क करने की सलाह दी।
एके अग्रवाल की पत्नी अंजना अग्रवाल ने भी अनाया शर्मा और रितेश जैन के कहने पर 3 अक्टूबर को खाता खुलवाया। अंजना अग्रवाल ने पहले एक लाख रुपये और फिर 50 हजार रुपये ट्रांसफर किए। इसके बाद 13 ट्रांजेक्शन में 1 करोड़ 37 लाख 56 हजार रुपये बताए गए खातों में ट्रांसफर कर दिए। अंजना अग्रवाल ने बताया कि उनसे पैसे ठगने के बाद भी ये लोग उन्हें अपनी बातों में उलझाए रखते रहे। एके अग्रवाल ने बताया कि जब उन्हें अपने पैसों के निवेश के बारे में कोई जानकारी नहीं मिली तो उन्हें शक हुआ कि उनके साथ ठगी हुई है। इस पर जब अनाया शर्मा से व्हाट्सएप कॉल के जरिए संपर्क किया गया तो उन्होंने सेबी से संपर्क करने की सलाह दी।
पहले ग्रुप में जोड़ा और शेयर ट्रेडिंग की ट्रेनिंग दी
पीड़ित प्रोफेसर ने बताया कि उनके खाते में 9 लाख 52 हजार 74 रुपये फ्रीज थे। 22 अक्टूबर को उन्हें बताया गया कि 31 अक्टूबर तक वह अपने शेयर नहीं बेच सकते। वह सिर्फ 10 लाख रुपये ही निकाल पाए। इसी तरह अंजना अग्रवाल को भी जालसाजों ने बताया कि हुंडई मोटर इंडिया लिमिटेड आदि के शेयर आवंटित हो गए हैं, जो फिलहाल ब्रांडीवाइन ग्लोबल के पास हैं। उनके खाते में 9 लाख 97 हजार 784 रुपये फ्रीज हो गए हैं।
पीड़ित प्रोफेसर ने बताया कि उनके खाते में 9 लाख 52 हजार 74 रुपये फ्रीज थे। 22 अक्टूबर को उन्हें बताया गया कि 31 अक्टूबर तक वह अपने शेयर नहीं बेच सकते। वह सिर्फ 10 लाख रुपये ही निकाल पाए। इसी तरह अंजना अग्रवाल को भी जालसाजों ने बताया कि हुंडई मोटर इंडिया लिमिटेड आदि के शेयर आवंटित हो गए हैं, जो फिलहाल ब्रांडीवाइन ग्लोबल के पास हैं। उनके खाते में 9 लाख 97 हजार 784 रुपये फ्रीज हो गए हैं।
वह 31 अक्टूबर तक अपने शेयर नहीं बेच सकती। अंजना भी अपने खाते से सिर्फ 1 लाख 88 हजार 300 रुपये ही निकाल पाईं। एके अग्रवाल ने बताया कि सीओआई इंडियन स्टॉक मार्केट अपडेट नाम के व्हाट्सएप ग्रुप के जरिए उन्हें जाल में फंसाया गया। यह ग्रुप 28 दिसंबर 2021 को 157 सदस्यों के साथ बनाया गया था। इसमें से 5-10 ही सक्रिय भागीदार हैं। रितेश जैन इस ग्रुप में प्रतिदिन दोपहर 2 बजे से रात 8 बजे तक ट्रेनिंग देता था और लोगों को शेयर ट्रेडिंग में मोटे मुनाफे का लालच देता था।
मामले की जांच चल रही है
एसएसपी डॉ. विपिन ताडा ने बताया कि शिकायत के आधार पर रिपोर्ट दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है। आरोपियों का पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है। ट्रांसफर की गई रकम को फ्रीज कराने के लिए बैंकों को रिपोर्ट भेज दी गई है। साइबर क्राइम टीम को भी लगाया गया है।
एसएसपी डॉ. विपिन ताडा ने बताया कि शिकायत के आधार पर रिपोर्ट दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है। आरोपियों का पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है। ट्रांसफर की गई रकम को फ्रीज कराने के लिए बैंकों को रिपोर्ट भेज दी गई है। साइबर क्राइम टीम को भी लगाया गया है।