मेरठ : पूर्व मंत्री याकूब कुरैशी और बेटे फिरोज उर्फ भूरा समेत 7 के पासपोर्ट होंगे रद्द, पुलिस ने गाजियाबाद पासपोर्स ऑफिस भेजी रिपोर्ट
पूर्व मंत्री याकूब कुरैशी के बेटे फिरोज उर्फ भूरा को दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट से गिरफ्तार कर लिया गया। फिरोज के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी होने के बावजूद वह दुबई जा रहा था। एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने बुधवार को भूरा के पासपोर्ट मामले की जांच शुरू कर दी। प्रारंभिक जांच में जो तथ्य सामने आए हैं, वे बेहद चौंकाने वाले हैं।
Updated: Aug 8, 2024, 15:42 IST
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पूर्व मंत्री याकूब कुरैशी के बेटे फिरोज उर्फ भूरा के पासपोर्ट जारी होने के मामले में एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने बुधवार को जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक जांच में जो तथ्य सामने आए हैं, वे चौंकाने वाले हैं। पता चला है कि एसआई रतिभान ने पासपोर्ट कार्यालय से प्राप्त रिपोर्ट का सत्यापन नहीं किया है। दिए गए बयान में एसआई ने फिरोज की पासपोर्ट नवीनीकरण रिपोर्ट का सत्यापन करने से इनकार किया है। READ ALSO:-UP : पत्नी के साथ दरिंदगी की इंतहा; प्राइवेट पार्ट में बेलन डाला, हैवान पति ने तड़पा-तड़पा कर मारा; हाथ-पैर बांधकर पीटा, चेहरे को दांतों से काटा
माना जा रहा है कि थाने के किसी निचले स्टाफ ने कोड एक्सेस कर पासपोर्ट रिपोर्ट का सत्यापन किया है। यह सब कैसे हुआ, इसकी जांच अभी जारी है। फिलहाल, कोतवाली थाने की तरह ही मेडिकल थाने ने भी पासपोर्ट कार्यालय को रिपोर्ट भेजकर याकूब कुरैशी, पत्नी शमजीदा बेगम, बेटे इमरान कुरैशी और फिरोज उर्फ भूरा समेत 7 लोगों के पासपोर्ट निरस्तीकरण की रिपोर्ट को गाजियाबाद पासपोर्ट कार्यालय भेज दिया गया है।
दिल्ली एयरपोर्ट से पकड़ा गया था
फिरोज शनिवार को दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से फिरोज उर्फ भूरा को पकड़ा गया था। रेड कॉर्नर नोटिस जारी होने के बाद भी फिरोज दुबई जा रहा था। रविवार को खरखौदा पुलिस एयरपोर्ट पहुंची और फिरोज को हिरासत में लेकर वापस लौट गई। थाने लाने के बाद उसे परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया।
फिरोज शनिवार को दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से फिरोज उर्फ भूरा को पकड़ा गया था। रेड कॉर्नर नोटिस जारी होने के बाद भी फिरोज दुबई जा रहा था। रविवार को खरखौदा पुलिस एयरपोर्ट पहुंची और फिरोज को हिरासत में लेकर वापस लौट गई। थाने लाने के बाद उसे परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया।
पुलिस जांच में पता चला कि फिरोज ने सेटिंग करके पासपोर्ट नवीनीकरण के लिए आवेदन किया था। आवेदन में सराय बहलीम थाना कोतवाली के दस्तावेज लगाए गए थे, जबकि थाने के कॉलम में कोतवाली की जगह मेडिकल लिखा था। इसके बाद पासपोर्ट सेल में सेटिंग करके उसकी जांच मेडिकल थाने को भेज दी गई। वहां तैनात इंस्पेक्टर रतिभान ने बिना जांच किए ही 6 मार्च 2024 को फिरोज के पासपोर्ट पर ओके रिपोर्ट लगा दी।
पुलिस ने पासपोर्ट निरस्त करने के लिए भेजी रिपोर्ट अब कोतवाली पुलिस ने फिरोज समेत 7 अन्य लोगों के पासपोर्ट निरस्त करने के लिए मंगलवार को रिपोर्ट भेजी थी। बुधवार को मेडिकल पुलिस ने भी रिपोर्ट भेज दी। फिरोज का पता मेडिकल थाने से उसके मूल पते सराय बहलीम की जगह कैसे सत्यापित हो गया? इसकी जांच एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह को सौंपी गई है। एसपी सिटी ने बताया कि फिलहाल कोतवाली के बाद मेडिकल थाने से भी फिरोज समेत 7 लोगों के पासपोर्ट निरस्त करने के लिए निरस्तीकरण रिपोर्ट भेजी गई है। अब पासपोर्ट का सत्यापन करने वाले लिंक का पता लगाया जा रहा है।
SP City की नजर में गाजियाबाद पासपोर्ट कार्यालय की भूमिका संदिग्ध
मेरठ: एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने बताया कि पूरे मामले में गाजियाबाद पासपोर्ट कार्यालय की भूमिका संदिग्ध है। अब तक की जांच से स्पष्ट है कि पुराने पासपोर्ट पर फिरोज का पता सराय बहलीम है। पासपोर्ट नवीनीकरण में पता मेडिकल थाना क्षेत्र दर्शाया गया है। थाने से सत्यापन रिपोर्ट आने के बाद भी पासपोर्ट कार्यालय ने मेडिकल थाना क्षेत्र का पता कैसे सही माना और बिना जांच के पासपोर्ट जारी कर दिया, यह संदेह पैदा कर रहा है। जल्द ही इस मामले की तह तक पहुंचकर दोषियों की पहचान की जाएगी। उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
मेरठ: एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने बताया कि पूरे मामले में गाजियाबाद पासपोर्ट कार्यालय की भूमिका संदिग्ध है। अब तक की जांच से स्पष्ट है कि पुराने पासपोर्ट पर फिरोज का पता सराय बहलीम है। पासपोर्ट नवीनीकरण में पता मेडिकल थाना क्षेत्र दर्शाया गया है। थाने से सत्यापन रिपोर्ट आने के बाद भी पासपोर्ट कार्यालय ने मेडिकल थाना क्षेत्र का पता कैसे सही माना और बिना जांच के पासपोर्ट जारी कर दिया, यह संदेह पैदा कर रहा है। जल्द ही इस मामले की तह तक पहुंचकर दोषियों की पहचान की जाएगी। उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।