मेरठ : बड़ी खबर, दिल्ली-मेरठ रैपिड रेल कॉरिडोर पर यहां तक पहुंचेगी नमो भारत, जानें कैसी होगी व्यवस्था और क्या हैं इसकी तैयारियां?
अब दिल्ली मेरठ रैपिड रेल कॉरिडोर पर साहिबाबाद से मेरठ साउथ परतापुर तिराहे तक नमो भारत चलाने की तैयारी तेज हो गई है। मंडलायुक्त मेरठ सेल्वा कुमारी जे ने रैपिड-एक्स स्टेशनों के साथ आईबीएल वर्कशॉप और प्रशासनिक भवन का औचक निरीक्षण किया।
Feb 25, 2024, 00:00 IST
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अब नमो भारत को दिल्ली मेरठ रैपिड रेल कॉरिडोर पर साहिबाबाद से मेरठ साउथ परतापुर तिराहे तक चलाने की तैयारी तेज हो गई है। मंडलायुक्त मेरठ सेल्वा कुमारी जे ने रैपिड-एक्स स्टेशनों के साथ आईबीएल वर्कशॉप और प्रशासनिक भवन का औचक निरीक्षण किया।READ ALSO:-UP : 4 वर्ष पहले किया था प्रेम विवाह, अब ससुराल वालों पर की FIR; पूर्व BJP MLA पप्पू भरतौल उर्फ राजेश मिश्रा की बेटी साक्षी मिश्रा एक बार फिर चर्चा में
स्थलीय निरीक्षण के दौरान मंडलायुक्त ने यात्रियों की सुरक्षा के प्रति आरआरटीएस (RRTS) की कार्यशैली के बारे में जाना। सेल्वा कुमारी ने Rapid-X दुहाई स्टेशन, गाजियाबाद स्टेशन, दुहाई डिपो स्टेशन के साथ-साथ IBL वर्कशॉप और प्रशासनिक भवन का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने मेरठ के जिलाधिकारी दीपक मीणा, मेरठ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अभिषेक पांडे, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट मेरठ गमानी सिंगला, एसडीएम सदर गाजियाबाद अरुण दीक्षित की मौजूदगी में रैपिड-एक्स (Rapid-X) स्टेशन दुहाई का निरीक्षण किया।
कई जगहों का टीम ने किया निरीक्षण, जानें क्या होंगी व्यवस्थाएं
बाद में टीम नमो भारत ट्रेन से गाजियाबाद स्टेशन पहुंची और वहां स्थलीय निरीक्षण किया। नमो भारत ट्रेन दुहाई डिपो स्टेशन का निरीक्षण किया गया। बाद में आईबीएल (IBL) वर्कशॉप और प्रशासनिक भवन का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान प्रमंडलीय आयुक्त ने आरआरटीएस (RRTS) अधिकारियों से ट्रेनों की साफ-सफाई, रख-रखाव, निरीक्षण, सुरक्षा एवं अन्य विषयों पर विस्तृत जानकारी ली। उन्होंने स्थलीय निरीक्षण के दौरान बारीकी से निरीक्षण किया। यात्रियों व ट्रेनों की सुरक्षा व्यवस्था की भी जांच की गयी। प्रभारी निरीक्षक ब्रजेश शाल्टा ने आरआरटीएस (RRTS) से जानकारी ली कि सभी स्टेशनों पर यात्रियों की सुरक्षा जैसे सीसीटीवी, जांच आदि के पुख्ता इंतजाम हैं।
बाद में टीम नमो भारत ट्रेन से गाजियाबाद स्टेशन पहुंची और वहां स्थलीय निरीक्षण किया। नमो भारत ट्रेन दुहाई डिपो स्टेशन का निरीक्षण किया गया। बाद में आईबीएल (IBL) वर्कशॉप और प्रशासनिक भवन का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान प्रमंडलीय आयुक्त ने आरआरटीएस (RRTS) अधिकारियों से ट्रेनों की साफ-सफाई, रख-रखाव, निरीक्षण, सुरक्षा एवं अन्य विषयों पर विस्तृत जानकारी ली। उन्होंने स्थलीय निरीक्षण के दौरान बारीकी से निरीक्षण किया। यात्रियों व ट्रेनों की सुरक्षा व्यवस्था की भी जांच की गयी। प्रभारी निरीक्षक ब्रजेश शाल्टा ने आरआरटीएस (RRTS) से जानकारी ली कि सभी स्टेशनों पर यात्रियों की सुरक्षा जैसे सीसीटीवी, जांच आदि के पुख्ता इंतजाम हैं।
व्यवस्थाओं को और बेहतर बनाने पर ध्यान देने के निर्देश
मण्डलायुक्त ने निर्देश दिये कि उपरोक्त व्यवस्थाओं को और बेहतर बनाने पर फोकस किया जाय। साथ ही अधिकारियों को समय-समय पर जांच कराना सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। गौरतलब है कि साहिबाबाद से मेरठ साउथ तक बयालीस किलोमीटर का कॉरिडोर तैयार हो चुका है। अब 82 किमी लंबे दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ कॉरिडोर को 2025 तक पूरी क्षमता से शुरू करने का लक्ष्य है।
मण्डलायुक्त ने निर्देश दिये कि उपरोक्त व्यवस्थाओं को और बेहतर बनाने पर फोकस किया जाय। साथ ही अधिकारियों को समय-समय पर जांच कराना सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। गौरतलब है कि साहिबाबाद से मेरठ साउथ तक बयालीस किलोमीटर का कॉरिडोर तैयार हो चुका है। अब 82 किमी लंबे दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ कॉरिडोर को 2025 तक पूरी क्षमता से शुरू करने का लक्ष्य है।
रोजाना 8 लाख से ज्यादा यात्रियों को सुविधाएं देने का लक्ष्य
दिल्ली से मेरठ तक इस पूरे कॉरिडोर में कुल 25 स्टेशन होंगे। इस रेल सेवा के शुरू होने से हर दिन करीब 8 लाख यात्रियों को सुविधा मिलेगी। इस रैपिड रेल प्रणाली में ट्रेनें 180 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलेंगी और हर 5 से 10 मिनट पर उपलब्ध होंगी। इस कॉरिडोर की मदद से दिल्ली से मेरठ के बीच की दूरी 55 मिनट में तय की जाएगी। फिलहाल सड़क मार्ग से यह दूरी तय करने में 2 घंटे लगते हैं जबकि ट्रेन से 1.25 घंटे लगते हैं।
दिल्ली से मेरठ तक इस पूरे कॉरिडोर में कुल 25 स्टेशन होंगे। इस रेल सेवा के शुरू होने से हर दिन करीब 8 लाख यात्रियों को सुविधा मिलेगी। इस रैपिड रेल प्रणाली में ट्रेनें 180 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलेंगी और हर 5 से 10 मिनट पर उपलब्ध होंगी। इस कॉरिडोर की मदद से दिल्ली से मेरठ के बीच की दूरी 55 मिनट में तय की जाएगी। फिलहाल सड़क मार्ग से यह दूरी तय करने में 2 घंटे लगते हैं जबकि ट्रेन से 1.25 घंटे लगते हैं।