मेरठ : कौशल विकास राज्य मंत्री जयंत चौधरी बोले-विपक्ष में था-तो तलवार और गदा भेंट मिलती थी, अब शॉल-फूल मिलने लगे, स्किल मेला लगाने का भी किया ऐलान
कौशल विकास राज्य मंत्री और आरएलडी अध्यक्ष जयंत चौधरी आज मेरठ पहुंचे। मंत्री बनने के बाद यह उनका पहला मेरठ दौरा था। यहां उन्होंने कौशल विकास को लेकर अहम बातें कहीं। उन्होंने यह भी कहा-विपक्ष में था-तो तलवार और गदा भेंट मिलती थी, अब शॉल-फूल मिलने लगे।
Updated: Jul 11, 2024, 18:21 IST
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र में नई NDA सरकार का हिस्सा बनने के बाद RLD अध्यक्ष जयंत चौधरी आज मेरठ पहुंचे। केंद्र में राज्यमंत्री का पद संभालने के बाद जयंत चौधरी का यह पहला मेरठ दौरा था। इस दौरान उन्होंने जन शिक्षण संस्थान के जोनल सम्मेलन को संबोधित किया। उन्होंने कौशल विकास के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी साझा की और इसके फायदे बताए। READ ALSO:-बिजनौर जिला अस्पताल : डॉक्टर दो दिन से छुट्टी पर, इमरजेंसी खाली कुर्सी के भरोसे, भटक रहे मरीज
उन्होंने कहा कि बायोमेट्रिक हाजिरी प्रणाली से डरने की जरूरत नहीं है, बल्कि यह नई तकनीक है, इसका सही इस्तेमाल किया जाना चाहिए। जयंत चौधरी ने यहां पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि भी दी। उन्होंने विश्वविद्यालय परिसर में पौधारोपण भी किया।
रालोद नेता जयंत चौधरी को मौजूदा एनडीए सरकार में कौशल विकास मंत्रालय में राज्यमंत्री (Independent Charge) का कार्यभार सौंपा गया है। जयंत चौधरी ने यहां सरकार की सुविधाओं की तारीफ की। उन्होंने कहा कि इन कार्यशालाओं का उद्देश्य सरकार की योजनाओं को लोगों तक पहुंचाना है। ताकि अधिक से अधिक लोगों को इन योजनाओं का लाभ मिल सके।
कौशल विकास कार्यक्रम से सीखें- जयंत
जयंत चौधरी ने कहा कि कौशल विकास कार्यक्रम सिर्फ कागजों तक सीमित न रहे। सीखने की कोई उम्र नहीं होती। उन्होंने कहा कि 2024 में अब तक 38 बच्चों का आईआईटी (IIT)से प्लेसमेंट हो चुका है। अब सभी को कौशल विकसित करना होगा। जयंत चौधरी ने कहा कि इससे रोजगार के रास्ते खुलेंगे। बस हमें खुद को तैयार रहना होगा।
पिता अजित सिंह का दिया उदाहरण
केंद्रीय मंत्री जयंत चौधरी ने इस दौरान अपने पिता अजित सिंह का उदाहरण भी दिया। उन्होंने कहा कि हमारे पिता 82 साल की उम्र में भी किताबें पढ़ते थे। उस उम्र में भी उनमें सीखने की प्रबल इच्छा थी।
केंद्रीय मंत्री जयंत चौधरी ने इस दौरान अपने पिता अजित सिंह का उदाहरण भी दिया। उन्होंने कहा कि हमारे पिता 82 साल की उम्र में भी किताबें पढ़ते थे। उस उम्र में भी उनमें सीखने की प्रबल इच्छा थी।
इस दौरान जयंत चौधरी ने आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्र बाबू नायडू की भी तारीफ की। उन्होंने कहा कि वह अपने राज्य में पहली कौशल जनगणना करा रहे हैं। हम मेरठ में कौशल मेला भी लगाएंगे।