मेरठ : इस घर में कबाड़ हूं, आप खुश रहो, 14 साल के बच्चे का सुसाइड नोट; मोबाइल के लिए पिता ने डांटा था
पिता की डांट से क्षुब्ध होकर आत्महत्या करने वाले अंगद के घर पर भीड़ लगी रही। हर कोई परिजनों को सांत्वना दे रहा था। दोपहर साढ़े तीन बजे पोस्टमार्टम के बाद जैसे ही अंगद का शव पहुंचा तो चीख-पुकार मच गई।पिता की डांट से क्षुब्ध होकर आत्महत्या करने वाले अंगद के घर पर भीड़ लगी रही। हर कोई परिजनों को सांत्वना दे रहा था। दोपहर साढ़े तीन बजे पोस्टमार्टम के बाद जैसे ही अंगद का शव पहुंचा तो चीख-पुकार मच गई।
Jun 27, 2024, 23:03 IST
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पिता की डांट से आहत होकर आत्महत्या करने वाले अंगद के घर पर भीड़ लगी रही। हर कोई परिवार को सांत्वना दे रहा था। दोपहर साढ़े तीन बजे पोस्टमार्टम के बाद जैसे ही अंगद का शव पहुंचा तो चीख पुकार मच गई। उसका आठ वर्षीय भाई रुद्र बार-बार कह रहा था कि मां, भाई को क्या हो गया, बोल क्यों नहीं रही हो? बच्चे की हालत देख मां पूजा बेहोश हो गई। फिलहाल शव को फ्रीजर में रखवा दिया गया है। अंगद के पिता नितिन राठी के कनाडा से लौटने पर अंतिम संस्कार किया जाएगा।READ ALSO:-अब दिल्ली-देहरादून हाईवे पर सफर करने के लिए देने होंगे ज्यादा पैसे, 30 जून की रात्रि 12 बजे से नई दरें लागू करने की तैयारियां
यह दिल दहलाने वाला सुसाइड नोट मेरठ के रामराज निवासी 14 वर्षीय किशोर अंगद का है। उसने खुद को गोली मारने से पहले मां और पिता को एक पत्र लिखा था। अंगद को उनसे कई शिकायतें थीं। लेकिन उसके आखिरी शब्द उसके माता-पिता को जिंदगी भर का दर्द दे गए।
अब कोई आपके सिर पर नहीं चढ़ेगा। ठीक है न...। कोई परेशान नहीं करेगा। अब आप खुश रहो। अब आपको मेरे से कोई मतलब नहीं। आज तक एक मोटर बाइक तो दिलाई नहीं गई। बाइक दिलानी दूर, पुरानी बुलेट ठीक तक नहीं कराई। और हां, पापा आप कह रहे थे न, जिनके पास फोन नहीं होता, वो कैसे पढाई करते हैं। तो वो कैंसर भी पड़ते हो, हमारे पास तो फ़ोन है। वो फ़ोन तो सिर्फ मम्मी के लिए ही है। मैं तो इस घर में कबाड़ हूं। बेशरम हूं। भगवन मेरे जैसी मां किसी को मत देना। बाय
रामराज के मोहल्ला मायानगर निवासी नितिन राठी उर्फ बब्बू के दो बेटे अंगद (14) और रुद्र (8) थे। अंगद 10वीं कक्षा में पढ़ता था। नितिन राठी का रामराज में ही चौधरी ट्रांसपोर्टर के नाम से कारोबार है। बताया गया कि कारोबार में घाटा होने के कारण वह 15 दिन पहले नौकरी के लिए कनाडा गया था।
मंगलवार देर शाम नितिन ने कनाडा से फोन कर बेटे अंगद को मोबाइल फोन का ज्यादा इस्तेमाल करने पर डांटा और पढ़ाई पर ध्यान देने को कहा। डांट से गुस्साए अंगद ने पिता की लाइसेंसी रिवॉल्वर से खुद के सिर में गोली मार ली। गोली की आवाज सुनकर परिजन कमरे की ओर दौड़े तो अंगद को खून से लथपथ देख दंग रह गए। उसे मेरठ के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। बुधवार को परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था। हालत बिगड़ने पर परिजन रुद्र को पड़ोसी के घर ले गए।
जेब से मिला सुसाइड नोट छात्र की जेब से पुलिस को सुसाइड नोट मिला है। इसमें उसने पिता पर नई बाइक और नया मोबाइल न दिलाने का आरोप लगाया है। इसके कारण वह जीना नहीं चाहता। इससे तंग आकर वह आत्महत्या कर रहा है।
पिता कनाडा से चले गए ट्रांसपोर्टर नितिन राठी उर्फ बब्बू 15 दिन पहले कनाडा में काम करने गए थे, ट्रांसपोर्ट का काम सीजनल है। बताया गया कि बेटे की मौत की खबर मिलने के बाद वह कनाडा से अपने वतन के लिए रवाना हो गए हैं। बुधवार देर रात वह रामराज पहुंचेंगे। इसके बाद ही मृतक अंगद का अंतिम संस्कार किया जाएगा।
मृतक अंगद की जेब से मिले सुसाइड नोट की जांच की जा रही है। मृतक अंगद की कॉपियों की हैंडराइटिंग से उसका मिलान किया जाएगा। - संतोष कुमार, थाना प्रभारी, बहसूमा