मेरठ : पुलिस की तत्परता से युवक की बची जान, 7 मिनट में पहुंचकर फंदे से उतारा, युवक ने फोन कर बताया-मैं सुसाइड करने जा रहा हूं
मेरठ के परतापुर से उपलेड़ा पहुंची पीआरवी ने छह मिनट में युवक को फंदे से नीचे उतारकर बचाया। आत्महत्या करने से पहले युवक ने पुलिस को फोन कर कहा- मुझे जीना नहीं है। मैं आत्महत्या करने जा रहा हूं। इसके बाद उसने फांसी लगा ली। परिजनों को भी इसकी भनक लग गई। शोर मचा तो उतनी ही देर में पुलिस भी पहुंच गई।
Oct 12, 2024, 17:08 IST
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मेरठ के परतापुर क्षेत्र में एक दिल दहला देने वाली घटना में एक युवक ने आत्महत्या करने की कोशिश की। हालांकि पुलिस की तत्परता से उसकी जान बच गई। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस की पीआरवी टीम मौके पर पहुंची और युवक को फंदे से नीचे उतारकर अस्पताल पहुंचाया।READ ALSO:-मेरठ: चंद सेकेंड में टली बड़ी अनहोनी, भरभरा कर गिरा मकान, सड़क से गुजर रहे दो मासूम बच्चों और महिला की जान बाल-बाल बची-वीडियो
क्या हुआ?
जानकारी के मुताबिक, युवक ने किसी बात से परेशान होकर आत्महत्या करने का फैसला किया। उसने पुलिस को फोन कर अपनी मंशा बताई और कहा कि वह आत्महत्या करने जा रहा है। इसके बाद उसने फांसी लगा ली। जब इसकी जानकारी परिजनों को हुई तो उन्होंने शोर मचाना शुरू कर दिया। इसी बीच पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए युवक को फंदे से नीचे उतारा और अस्पताल पहुंचाया।
जानकारी के मुताबिक, युवक ने किसी बात से परेशान होकर आत्महत्या करने का फैसला किया। उसने पुलिस को फोन कर अपनी मंशा बताई और कहा कि वह आत्महत्या करने जा रहा है। इसके बाद उसने फांसी लगा ली। जब इसकी जानकारी परिजनों को हुई तो उन्होंने शोर मचाना शुरू कर दिया। इसी बीच पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए युवक को फंदे से नीचे उतारा और अस्पताल पहुंचाया।
परतापुर के उपलेड़ा निवासी राव उमेद ने अपनी पुश्तैनी जमीन तीनों बेटों में बराबर बांट दी थी। आदित्य को उसकी मर्जी के मुताबिक जमीन नहीं मिल पाई। इसलिए उसका अपने पिता राव उमेद से विवाद चल रहा था।
शुक्रवार को आदित्य अपने पिता के पास पहुंचा और जमीन के हिस्से में बदलाव की मांग करने लगा। पिता ने मना कर दिया। इसके बाद आदित्य ने दोपहर दो बजे यूपी-112 पर फोन कर सूचना दी कि वह फांसी लगाकर आत्महत्या कर रहा है।
मोबाइल की लोकेशन ट्रैक कर पहुंची पुलिस
आदित्य ने फोन करने वाले को अपना पता भी नहीं बताया था। आत्महत्या की सूचना पर मोबाइल नंबर के आधार पर लखनऊ कंट्रोल रूम से पीआरवी को आदित्य की लोकेशन भेजी गई।
आदित्य ने फोन करने वाले को अपना पता भी नहीं बताया था। आत्महत्या की सूचना पर मोबाइल नंबर के आधार पर लखनऊ कंट्रोल रूम से पीआरवी को आदित्य की लोकेशन भेजी गई।
पीआरवी पर तैनात कांस्टेबल सुमित व मोहित तथा फैंटम पर तैनात एसआई सरोज व कांस्टेबल मोहित तत्काल छह मिनट में परतापुर से पीआरवी उपलेड़ा पहुंच गए। उन्होंने तत्काल आदित्य का घर ढूंढ निकाला।
पुलिस ने दरवाजा तोड़कर उसे बचाया
पुलिसकर्मी पहुंचे तब तक आदित्य कमरे का दरवाजा बंद कर लिंटर के हुक से रस्सी बांधकर लटक रहा था। तत्काल पुलिसकर्मियों ने दरवाजा तोड़ दिया। इसके बाद मोहित व सुमित ने आदित्य के पैर अपने कंधों पर रखे। तब तक परिवार के अन्य सदस्य भी घर के अंदर पहुंच गए। सभी ने आदित्य को उठाया और हंसिया से रस्सी काटकर उसे बचा लिया।
पुलिसकर्मी पहुंचे तब तक आदित्य कमरे का दरवाजा बंद कर लिंटर के हुक से रस्सी बांधकर लटक रहा था। तत्काल पुलिसकर्मियों ने दरवाजा तोड़ दिया। इसके बाद मोहित व सुमित ने आदित्य के पैर अपने कंधों पर रखे। तब तक परिवार के अन्य सदस्य भी घर के अंदर पहुंच गए। सभी ने आदित्य को उठाया और हंसिया से रस्सी काटकर उसे बचा लिया।
गनीमत रही कि पुलिस समय पर पहुंच गई। अन्यथा यदि एक मिनट की भी देरी होती तो आदित्य की जान नहीं बच पाती। इसके बाद परिजनों के साथ पुलिसकर्मियों ने आदित्य को समझाया और शांत कराया। बाद में परिजनों और आसपास के लोगों ने चारों पुलिसकर्मियों का आभार जताया।
पुलिसकर्मियों की तत्परता के कारण एक युवक को फांसी पर लटकने से बचाया गया है। उक्त सभी पुलिसकर्मियों को सम्मानित किया जाएगा। - विपित ताडा एसएसपी,
पुलिस की तारीफ
पुलिस की इस तत्परता की हर जगह तारीफ हो रही है। पुलिस ने कम समय में ही मौके पर पहुंचकर युवक की जान बचा ली। यह घटना साबित करती है कि पुलिस हमेशा लोगों की मदद के लिए तत्पर रहती है।
पुलिस की इस तत्परता की हर जगह तारीफ हो रही है। पुलिस ने कम समय में ही मौके पर पहुंचकर युवक की जान बचा ली। यह घटना साबित करती है कि पुलिस हमेशा लोगों की मदद के लिए तत्पर रहती है।