मेरठ : भैंसाली बस स्टैंड अब होने वाला है शिफ्ट, बस केवल 17 दिनों और इंतजार, जमीन अधिग्रहण को मिलेगी हरी झंडी
उत्तर प्रदेश के मेरठ शहर में जाम की समस्या से निजात दिलाने के लिए शहर के बीचों-बीच संचालित दो बस डिपो को शहर से बाहर शिफ्ट किया जाएगा। भैंसाली बस डिपो को दो भागों में बांटकर भूड़बराल और मोदीपुरम में शिफ्ट करने के लिए जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया चल रही है। बस डिपो की शिफ्टिंग से जुड़ी पूरी जानकारी इस खबर में दी गई है।
Aug 25, 2024, 00:05 IST
|
मेरठ शहर को जाम से मुक्ति दिलाने के लिए शहर के बीच में संचालित रोडवेज के दो बस अड्डों को शहर से बाहर शिफ्ट करने की तैयारी है। फिलहाल भैंसाली बस अड्डे को दो भागों में बांटकर भूड़बराल और मोदीपुरम में शिफ्ट करने के लिए जमीन का अधिग्रहण किया जा रहा है। भूड़बराल, सिवाया, पल्हैरा और दुल्हैरा गांव में 39,930 वर्ग मीटर जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा। READ ALSO:-मौलवी मदरसे में मासूम बच्चियों के प्राइवेट पार्ट्स छूता था, दिखाता था पोर्न वीडियो, जब करतूत आई सामने, तो 5 लड़कियों से दुष्कर्म का हुआ खुलासा
नई भूमि अधिग्रहण नीति के तहत सामाजिक प्रभाव सर्वेक्षण का काम पूरा कर संबंधित गांवों के लोगों से 60 दिन में आपत्तियां मांगी गई हैं। इस घोषणा को भी 43 दिन बीत चुके हैं। अब सिर्फ 17 दिन शेष बचे हैं। इसके बाद उक्त चिह्नित जमीन के अधिग्रहण की अंतिम घोषणा कर अवार्ड निर्धारण का काम शुरू कर दिया जाएगा।
बस अड्डों को बाहर शिफ्ट होंगे तो शहर को जाम से मुक्ति मिलेगी
शहर की हर मुख्य सड़क और चौराहा जाम का शिकार है। इसका एक मुख्य कारण यह भी है कि शहर के बीच में रोडवेज के दो बस अड्डे संचालित हैं और इनसे रोजाना कई सौ बसों का आवागमन होता है। वर्तमान में रैपिड रेल का निर्माण कार्य प्रगति पर है। इसके जरिए दिल्ली रोड स्थित भैंसाली बस अड्डे को भूड़बराल और मोदीपुरम में शिफ्ट करने की प्रक्रिया की जा रही है।
शहर की हर मुख्य सड़क और चौराहा जाम का शिकार है। इसका एक मुख्य कारण यह भी है कि शहर के बीच में रोडवेज के दो बस अड्डे संचालित हैं और इनसे रोजाना कई सौ बसों का आवागमन होता है। वर्तमान में रैपिड रेल का निर्माण कार्य प्रगति पर है। इसके जरिए दिल्ली रोड स्थित भैंसाली बस अड्डे को भूड़बराल और मोदीपुरम में शिफ्ट करने की प्रक्रिया की जा रही है।
इन दोनों बस अड्डों के लिए चार गांवों की कुल 39,930 वर्ग मीटर भूमि का अधिग्रहण किया जाना है। अधिग्रहण की नई नीति के तहत जिला प्रशासन द्वारा धारा 4 घोषित कर सामाजिक प्रभाव सर्वेक्षण कराया गया था। इसके बाद 11 जुलाई को धारा 11 के तहत सभी गांवों और भूमि के खसरा नंबर और क्षेत्रफल की घोषणा कर संबंधित गांवों और भूमि के किसानों से 60 दिन के भीतर आपत्तियां मांगी गई थीं।
केवल 17 दिन शेष हैं
आपत्तियों के लिए घोषित 60 दिनों में से 43 दिन बीत चुके हैं। कुछ आपत्तियां जिला प्रशासन को प्राप्त भी हो चुकी हैं। आपत्तियों के लिए 17 दिन शेष हैं। नौ सितंबर के बाद जिला प्रशासन आपत्तियों का निस्तारण कर भूमि अधिग्रहण की अंतिम घोषणा करेगा। जिसके बाद भूमि अधिग्रहण से मुक्त करने की बात नहीं होगी। सिर्फ भूमि के अवार्ड पर चर्चा होगी।
आपत्तियों के लिए घोषित 60 दिनों में से 43 दिन बीत चुके हैं। कुछ आपत्तियां जिला प्रशासन को प्राप्त भी हो चुकी हैं। आपत्तियों के लिए 17 दिन शेष हैं। नौ सितंबर के बाद जिला प्रशासन आपत्तियों का निस्तारण कर भूमि अधिग्रहण की अंतिम घोषणा करेगा। जिसके बाद भूमि अधिग्रहण से मुक्त करने की बात नहीं होगी। सिर्फ भूमि के अवार्ड पर चर्चा होगी।
भूड़बराल में बड़ा बस स्टैंड और मोदीपुरम में छोटा बस स्टैंड
भूड़बराल में 28,082 वर्ग मीटर भूमि पर बस स्टैंड बनेगा, जबकि मोदीपुरम में 11,848 वर्ग मीटर भूमि पर बस स्टैंड बनेगा। भूड़बराल बस स्टैंड के लिए भूड़बराल गांव की सिर्फ 9 खसरा भूमि अधिग्रहित की जा रही है, जबकि मोदीपुरम में सिवाया, पल्हैरा और दुल्हैरा गांव की 13 खसरा भूमि ली जाएगी।
भूड़बराल में 28,082 वर्ग मीटर भूमि पर बस स्टैंड बनेगा, जबकि मोदीपुरम में 11,848 वर्ग मीटर भूमि पर बस स्टैंड बनेगा। भूड़बराल बस स्टैंड के लिए भूड़बराल गांव की सिर्फ 9 खसरा भूमि अधिग्रहित की जा रही है, जबकि मोदीपुरम में सिवाया, पल्हैरा और दुल्हैरा गांव की 13 खसरा भूमि ली जाएगी।
फिलहाल भैंसाली बस स्टैंड को दो स्थानों पर शिफ्ट किया जाएगा। दोनों स्थानों पर बस स्टैंड के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया चल रही है। जल्द ही इसे पूरा कर बस स्टैंड का निर्माण शुरू कर दिया जाएगा। इससे शहर को जाम से मुक्ति मिलेगी। - दीपक मीना, जिलाधिकारी