मेरठ : डिजिटल माध्यम से 15 लाख की ठगी में अकाउंट किराए पर देने वाला आरोपी गिरफ्तार, पुलिस ने राजस्थान से पकड़ा
उत्तर प्रदेश के मेरठ में एक बड़ी धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। पुलिस ने रिटायर्ड सीडीए अधिकारी सुखमन चंद्र जैन को डिजिटल तरीके से ठगने वाले आरोपी लेखराज को राजस्थान के सीकर से गिरफ्तार किया है। लेखराज ने अपना बैंक अकाउंट साइबर जालसाजों को एक लाख रुपये में किराए पर दिया था।
Nov 23, 2024, 12:07 IST
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सी.डी.ए. के रिटायर्ड अधिकारी सुखमन चंद्र जैन को डिजिटल तरीके से गिरफ्तार कर 15 लाख रुपये की ठगी करने वाले आरोपी लेखराज को पुलिस ने राजस्थान के सीकर से गिरफ्तार कर लिया है। लेखराज ने अपना बैंक खाता साइबर जालसाजों को एक लाख रुपये में किराए पर दिया था। पुलिस अब तक साइबर जालसाजों को गिरफ्तार करने में असफल रही है। READ ALSO:-मेरठ: भाजपा नेता के पार्लर में महिलाओं से मारपीट, बचाने आए नेता को भी भगा-भगा मारा, पैसों को लेकर हुआ था विवाद
यह है पूरा मामला
नौचंदी थाना क्षेत्र के शास्त्री नगर निवासी 78 वर्षीय सुखमन चंद्र जैन सी.डी.ए. से रिटायर्ड हैं। 8 नवंबर को उनके पास एक अनजान नंबर से कॉल आई। कॉल करने वाले ने खुद को साइबर क्राइम अधिकारी दीपक यादव बताया। वीडियो कॉल पर दीपक यादव पुलिस की वर्दी पहने हुए था। उसने रिटायर्ड अधिकारी से कहा कि उसका गिरफ्तारी वारंट जारी हो गया है। मानव अंग तस्करी में शामिल एक अंतरराष्ट्रीय गिरोह ने 17 बच्चों का अपहरण कर उनकी हत्या कर दी है। इनके अंगों को अंतरराष्ट्रीय बाजार में करोड़ों रुपये में बेचा गया है।
नौचंदी थाना क्षेत्र के शास्त्री नगर निवासी 78 वर्षीय सुखमन चंद्र जैन सी.डी.ए. से रिटायर्ड हैं। 8 नवंबर को उनके पास एक अनजान नंबर से कॉल आई। कॉल करने वाले ने खुद को साइबर क्राइम अधिकारी दीपक यादव बताया। वीडियो कॉल पर दीपक यादव पुलिस की वर्दी पहने हुए था। उसने रिटायर्ड अधिकारी से कहा कि उसका गिरफ्तारी वारंट जारी हो गया है। मानव अंग तस्करी में शामिल एक अंतरराष्ट्रीय गिरोह ने 17 बच्चों का अपहरण कर उनकी हत्या कर दी है। इनके अंगों को अंतरराष्ट्रीय बाजार में करोड़ों रुपये में बेचा गया है।
बच्चों के परिजनों को शव सौंपने के लिए 68 लाख रुपये की फिरौती भी वसूली गई है। यह रकम आपके एचडीएफसी बैंक खाते में जमा कराई गई। यह सुनते ही बुजुर्ग डर गए। उसके इसी डर का फायदा उठाकर साइबर अपराधियों ने उससे निजी जानकारी ले ली।
इसके बाद 8 नवंबर को उसे वीडियो कॉल पर लेकर घर के अंदर ही डिजिटली गिरफ्तार कर लिया। वीडियो के पूरे बैकग्राउंड में घर से बाहर निकलने और किसी से मिलने पर बड़ी मुसीबत में फंसने का डर दिखाया गया। इसके बाद खाते से आरटीजीएस के जरिए 15 लाख की रकम ट्रांसफर कर ली गई।
एसपी क्राइम अवनीश कुमार ने बताया कि पकड़े गए लेखराज ने बताया कि उसका दोस्त महावीर रूलानिया निवासी सामियो की दादी सुलियावास के पास, थाना दातारामगढ़ सीकर राजस्थान, दाता कस्बे में एक चाय की दुकान पर बैठा था। तभी महावीर ने अपने दोस्त रमेश ओला निवासी बावड़ी सिम्भपुरा नागौर राजस्थान को बुलाया।
रमेश ने कहा कि मेरा खाता सीज हो गया है। हमारे कुछ पैसे अपने खाते में मांग लो। उसके बदले में हम तुम्हें खाते का किराया भी देंगे। लालच में आकर लेखराज ने धोखाधड़ी से 15 लाख अपने खाते में डलवा लिए। इसके बाद उक्त रकम दूसरे खाते में ट्रांसफर करवा ली। यह रकम भगवान सहाय और अन्नू कुमारी निवासी सीकर राजस्थान के खाते में भेजी गई है। अन्नू और उसके भाई मनोज के माध्यम से लेखराज को खाता किराए के रूप में एक लाख रुपये दिए गए।