मेरठ: फॉगिंग के कारण महिलाओं और बच्चों समेत 9 हुए बेहोश, 2 को गंभीर हालत में मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया, लोगों का प्रशासन के खिलाफ गुस्सा
जब नगर निगम के कर्मचारियों ने मच्छर भगाने वाली दवा बनाई तो सारा धुंआ घर में घुस गया। इस घर में मौजूद महिलाएं और बच्चे समेत पुरुष मरीज बन गये। परिजनों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी और लोगों को जिला अस्पताल के भर्ती कक्ष में भेजा। जहां उनका इलाज चल रहा है।
Updated: Nov 25, 2023, 13:27 IST
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मेरठ नगर निगम शहर में डेंगू और अन्य मच्छरों की रोकथाम के लिए फॉगिंग का काम कर रहा है। इसी क्रम में शुक्रवार को दिल्ली गेट थाना क्षेत्र के जैली कोठी इलाके में मच्छररोधी दवा का छिड़काव किया गया। मच्छर भगाने वाली दवा के अत्यधिक प्रभाव से एक ही घर में मौजूद 5 महिलाएं, 2 पुरुष और 2 बच्चे बेहोश हो गये। परिजनों का आरोप है कि नगर निगम कर्मचारियों ने उनके घर में जरूरत से ज्यादा दवा छिड़क दी। इससे एक ही परिवार के 9 लोग बेहोश हो गये। READ ALSO:-मेरठ : कॉम्प्लेक्स बनेंगे 17 सिंगल स्क्रीन सिनेमा, सरकार की नई नीति से सिनेमा हॉल मालिकों की मिली राहत
दरअसल, नगर निगम हर दिन की तरह शाम को मेरठ के लगभग हर वार्ड में फॉगिंग कराता है। जहां फॉगिंग होती है। वहां मच्छरों को भगाने और मारने के लिए धुएं का इस्तेमाल किया जाता है। शुक्रवार शाम को जब मेरठ के नगर निगम वार्ड 74 के जली कोठी पुरवा अहमद नगर में फॉगिंग चल रही थी। तो एक घर में बहुत ज्यादा धुंआ था।
घर में रहने वाले इकराम इलाही ने बताया कि उनके घर में एक व्यक्ति की मौत हो गई थी और कई लोग आए थे। दवा छिड़कने वालों ने घर में और दवा छिड़क दी। इससे घर में काफी धुआं हो गया। धुएं में दम घुटने से घर में मौजूद 5 महिलाएं, 2 पुरुष और 2 बच्चे यानी कुल 9 लोग बेहोश हो गए। यह देखकर परिवार ने एंबुलेंस को फोन किया, लेकिन एंबुलेंस नहीं आई। इसके बाद पुलिस की मदद से घर के बेहोश लोगों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां पीड़ितों का इलाज चल रहा है।
पीड़ित परिवार के सदस्य नईम ने बताया कि घर में एक मौत के कारण कई लोग आये थे। जैसे ही सड़क की ओर खुलने वाली खिड़की का पर्दा हटा तो अचानक वहां से धुआं अंदर जाने लगा। इससे घर में मौजूद महिलाएं व बच्चे परेशान हो गये। परिवार के 9 लोग बेहोश हो गए। उसे तुरंत जिला अस्पताल ले जाया गया। जहां मरीजों को ऑक्सीजन दी गई और फिर आगे का इलाज शुरू किया गया।
घटना की जानकारी मिलते ही प्रशासन में हड़कंप मच गया। सिटी मजिस्ट्रेट अनिल कुमार मौके पर पहुंचे और मरीजों का हाल जाना। उन्होंने बताया कि मच्छर भगाने वाली दवा के धुएं से कुछ लोगों की तबीयत बिगड़ गयी है। 2 लोगों की हालत में सुधार है। जिन्हें घर भेज दिया गया है। बाकी 7 लोगों का अभी भी इलाज चल रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि नगर निगम कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी।