मेरठ : बारिश से तबाही, गिरा 3 मंजिला घर, 10 लोगों और 45 भैंसों की मौत, स्निफर डॉग से तलाश; मृतकों में 6 बच्चे भी शामिल
उत्तर प्रदेश के मेरठ में शनिवार शाम हुए हादसे में अब तक 10 लोगों की मौत हो चुकी है। मृतकों में 6 बच्चे भी शामिल हैं। 5 लोगों को बचाकर अस्पताल भेजा गया है।
Updated: Sep 15, 2024, 13:13 IST
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उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले की जाकिर कॉलोनी में कल एक 3 मंजिला मकान गिर गया। हादसे में मरने वालों की संख्या 10 हो गई है। मृतक एक ही परिवार के बताए जा रहे हैं। करीब 18 घंटे चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद 5 लोगों को बचा लिया गया। READ ALSO:-मेरठ: 3 मंजिला मकान भरभरा कर गिरा, 3 की मौत, बारिश के बीच मलबे में दबे लोगों की तलाश कर रहे हैं स्निफर डॉग
मकान के ग्राउंड फ्लोर पर दूध की डेयरी थी। हादसे के वक्त डेयरी में 45 भैंसें बंधी हुई थीं। सभी भैंसों की मौत हो गई है। 5 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हालांकि डीएम दीपक मीणा के मुताबिक हमारी प्राथमिकता इंसानों की जान बचाना है। 10 लोगों की मौत हो गई है। 5 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। रेस्क्यू अभी भी जारी है। डेयरी में मवेशियों की संख्या अभी पता नहीं चली है। कुछ जानवरों के शव मिले हैं।
घायलों का इलाज लाला लाजपत राय मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में चल रहा है। मरने वालों में एक साल के बच्चे समेत 4 बच्चे शामिल हैं। हादसे में पूरा परिवार खत्म हो गया। मेरठ के जिलाधिकारी दीपक मीना ने 10 मौतों की पुष्टि की है। हादसे की वजह भारी बारिश और मकान का करीब 50 साल पुराना होना बताया जा रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हादसे का संज्ञान लिया और संवेदना व्यक्त की।
@khabreelal_news उत्तर प्रदेश के मेरठ में शनिवार शाम हुए हादसे में अब तक 10 लोगों की मौत हो चुकी है। मृतकों में 6 बच्चे भी शामिल हैं। 5 लोगों को बचाकर अस्पताल भेजा गया है। pic.twitter.com/DJcW9Xxajz
— MK Vashisth-Managing Editor-Khabreelal Media & PR (@vadhisth) September 15, 2024
पूरी रात बारिश में रेस्क्यू ऑपरेशन जारी रहा। एडीजी डीके ठाकुर ने बताया कि हादसा शनिवार शाम करीब 5:15 बजे हुआ। संकरी गली में बना 3 मंजिला मकान गिर गया। हादसे की सूचना मिलते ही एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और पुलिस की टीमें मौके पर पहुंच गईं। मलबे में दबे लोगों को निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया। संकरी गली होने के कारण बुलडोजर अंदर नहीं जा सका, इसलिए मशीनों से पत्थरों को काटकर घायलों को बाहर निकाला गया।
रात भर बारिश होती रही और बारिश में रेस्क्यू ऑपरेशन जारी रहा। आज सुबह ऑपरेशन खत्म हुआ और मृतकों की संख्या बढ़ गई। घायलों ने अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। ध्वस्त हुआ मकान 50 साल पुराना था और पिलर पर खड़ा था, जो कल बारिश के कारण ढह गया।
हादसे में मृतकों की पहचान
एडीजी डीके ठाकुर के अनुसार, हादसे में मृतकों की पहचान 63 वर्षीय नफीसा उर्फ नफो (63), 2 बहुएं फरहाना (20), अलीसा (18), रिजा (7), 5 महीने की रिमसा, साजिद (40), सानिया (15), साकिब (11), सिमरा (डेढ़ साल) और आलिया (6) के रूप में हुई है। साकिब (20), नईम (22), नदीम (26), साइना (38) और 6 वर्षीय सूफियान घायल हैं।
एडीजी डीके ठाकुर के अनुसार, हादसे में मृतकों की पहचान 63 वर्षीय नफीसा उर्फ नफो (63), 2 बहुएं फरहाना (20), अलीसा (18), रिजा (7), 5 महीने की रिमसा, साजिद (40), सानिया (15), साकिब (11), सिमरा (डेढ़ साल) और आलिया (6) के रूप में हुई है। साकिब (20), नईम (22), नदीम (26), साइना (38) और 6 वर्षीय सूफियान घायल हैं।
बुजुर्ग नफीसा अपने चार बेटों, बहुओं और पोते-पोतियों के साथ रहती थी। ग्राउंड फ्लोर पर उसकी डेयरी थी, जिसे चारों भाई मिलकर चलाते थे। हादसे में नफीसा के साथ ही डेयरी में रहने वाले मवेशी भी मारे गए। घटनास्थल पर एडीजी डीके ठाकुर के अलावा कमिश्नर सेल्वा कुमारी जे, आईजी नचिकेता झा, एसएसपी विपिन ताडा समेत कई अन्य अधिकारी मौजूद थे।