मेरठ : भारत के 30 करोड़ मुस्लिम उसी हमास के समर्थक', यति नरसिम्हानंद गिरि का विवादित बयान-उनका भी वही लक्ष्य जो हमास का

अपने बयानों के लिए मशहूर यति नरसिंहानंद गिरि ने एक और विवादित बयान दिया है। उन्होंने परोक्ष रूप से भारतीय मुसलमानों की तुलना हमास आतंकियों से की है। नरसिंहानंद गिरि ने कहा कि जो किताब हमास के लोगों ने पढ़ी, उसे यहां के तीस करोड़ लोगों ने पढ़ा है और उनका भी लक्ष्य हमास जैसा ही है। इजराइल ने उन पर भरोसा करके गलती की थी। 
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अपने बयानों से सुर्खियां बटोरने वाले यति नरसिंहानंद गिरि ने एक बार फिर विवादित बयान दिया है। नरसिम्हानंद ने कहा कि जो किताब हमास के लोगों ने पढ़ी है, वही किताब यहां के तीस करोड़ लोगों ने पढ़ी है। उन्होंने कहा कि अगर उन्होंने इसका समाधान बता दिया तो आज ही उन पर रासुका लगा दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि हमास धर्म के नाम पर जो किताब पढ़ता है, वही यहां की मस्जिदों और मदरसों में पढ़ाई जाती है। उनका जो लक्ष्य वहां का है, वही लक्ष्य इनका भी है।  इजराइल की गलती ये थी कि अगर हम उनके साथ अच्छा व्यवहार करेंगे तो वो सुधर जायेंगे। READ ALSO:-AI Deepfake: किसी का फेक वीडियो बनाया तो लगेगा भारी जुर्माना, होगी इतने साल की जेल....

 

नरसिम्हानंद यति ने कहा कि पाकिस्तान में एक भी हिंदू बेटी सड़क पर नहीं चल सकती, जो दूसरों के घर जलाते हैं, उनके भी घर जलते हैं। यति नरसिंहानंद गिरि ने कहा कि अनपढ़ लुटेरों ने कितने मंदिरों को नष्ट किया है, इसका सर्वेक्षण कराया जाना चाहिए। पूरी दुनिया में सर्वे होना चाहिए कि कितने धार्मिक स्थल तोड़े गए और मस्जिदें बनाई गईं। वे जगहें उन लोगों को लौटा दी जानी चाहिए जिनकी वे हैं।'

 

नरसिम्हानंद यति ने अरशद मदनी पर भी अपने अंदाज में हमला बोला। उन्होंने कहा कि तालिबान की शुरुआत दारुल उलूम देवबंद से हुई। स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान पर उन्होंने कहा कि वह अपने धर्म के बारे में कम जानते हैं। उन्होंने इस्लामिक जिहाद के बारे में रिसर्च किया है। इस्लामिक जिहाद के बारे में प्रश्न पूछें। सनातन धर्म के विरोधियों को नष्ट कर देना चाहिए जैसे नारे भी लगाए गए।

 

यति नरसिंहानंद ने कहा कि सचिन सिरोही को मेरठ में पुलिस प्रशासन द्वारा प्रताड़ित किया जा रहा है। हिंदूवादी संगठन के नेता सचिन सिरोही को गुंडा एक्ट के तहत फर्जी मुकदमे में फंसाया गया है। उन्होंने कहा कि दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई होनी चाहिए, सनातन धर्म के रक्षक को झूठे मुकदमे में फंसाया जा रहा है।  ऐसे लोगों पर कार्रवाई करना दुखद है। अपनी जनता के लिए उन्हें जो भी संघर्ष करना पड़े, वह लड़ने को तैयार हैं।

 

उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अपील की कि बिना वजह हिंदू कार्यकर्ताओं पर झूठी कार्रवाई की गई है। केवल अपने धर्म के लिए लड़े। सचिन सिरोही को अपने धर्म के लिए लड़ने के कारण जेल जाना पड़ा। अधिकारियों की मनमानी से वे परेशान हो रहे हैं और अगर इस मामले में कार्रवाई नहीं हुई तो वे मेरठ में पंचायत करेंगे।

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नरसिम्हानंद यति ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी की छवि खराब करने के लिए जानबूझकर हिंदू विचारधारा के लोगों के साथ यह काम किया जा रहा है और अगर भविष्य में भी सचिन सिरोही के साथ ऐसी कोई कार्रवाई की गई तो हम इसका खुलकर विरोध करेंगे। यदि संभव हुआ तो भविष्य में समाज की एक बड़ी महापंचायत भी आयोजित की जाएगी।
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